देश में इसी तरह महंगाई बढ़ती रही तो गरीबों के पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा : विजयशंकर नायक

रांची : झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष सह हटिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कहा है कि यदि महंगाई इसी तरह बढ़ती रहे तो देश में गरीब गुरबा लोगों के पास मरने के अलावा अन्य कोई रास्ता ही नहीं बचेगा । मोदी सरकार में बढ़ती महंगाई ने आम आदमी खासकर गरीब गुरबा आम जनों के आज कमर ही तोड़ कर रख दी है । मौजूदा परिस्थिति में देश के गरीब व मध्यम वर्ग का आज गुजर गुजर बसर करना मुश्किल होता जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी सभाओं में जनता के लिए बड़ी बड़ी लुभावनी घोषणाएं किए थे ।मगर जैसे ही चुनावी प्रक्रिया समाप्त हुई और 4 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की जीत हुई ।उसके बाद देश की आम जनता को भाजपा ने उपहार स्वरूप महंगाई के डबल डोज देने का काम किया । भाजपा की जुमलेबाजी की बातों से देश में आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है। देश में खाद्य पदार्थों की कीमतें पहले ही आसमान छू रही थी। प्रतिदिन काम में आने वाले वस्तुओं की कीमतों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है ।आटे, दाल ,चावल ,फल सब्जियों की कीमत अचानक ही बहुत बढ़ गई है। वहीं खाने का तेल भी लोगों के पहुंच से दूर होता जा रहा है। मौजूदा परिस्थिति में देश के गरीब व मध्यम वर्ग का गुजर-बसर करना मुश्किल होता जा रहा है।

श्री नायक ने आगे कहा कि अनाज, दाल ,तेल और ईंधन ,गैस के बाद अब देश में जीवन रक्षक दवाएं भी महंगी होती जा रही है ।अप्रैल से अधिसूचित दवाओं के करीब 10 फ़ीसदी तक दाम बढ़ सकते हैं । राष्ट्रीय दवा मूल्य नियामक थोक मूल्य सूचकांक में हुए बदलाव से अधिसूचित दवाओं की कीमत बढ़ने की इजाजत दे दी है जिस कारण जीवन रक्षक दवाओं की कीमत भी बढ़ रही है। देश में एक तरफ जहां लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है ।वहीं रोजगार के अवसर भी कम होते जा रहे हैं चुनाव के दौरान सरकार लाखों लोगों को नई नौकरी देने की घोषणा भाजपा करती रही। लेकिन नई नौकरी की बात करना तो दूर जो लोग रिटायर हो रहे हैं सरकार उनके पदों को ही समाप्त कर नई नौकरियों के अवसर को समाप्त करती जा रही है ।ऐसे में युवाओं को और अधिक बेरोजगार होने की संभावनाएं बढ़ती जा रही है।

श्री नायक ने यह भी कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने (करोना) के नाम पर गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को भी बंद कर दिया था जिसे अब तक फिर से शुरू नहीं किया गया है। जबकि केंद्र सरकार द्वारा आगामी 1 अप्रैल को (करोना) के चलते लगाए गए सभी तरह के प्रतिबंध हटाए जाने की घोषणा की जा चुकी है। उसके बाद भी अभी तक सब्सिडी देने का कार्य सरकार नहीं कर रही है ।जो आम जनता के साथ धोखा है जिसे अब लागू किया जाना चाहिए। आज खाद्य उत्पादों की कीमतों में तेजी की वजह से फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 6.07% पर पहुंच गई ।यह 8 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की तरफ से हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2022 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति की दर 6.0 7% रही। यह लगातार दूसरा महीना है जब खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी है जो देश की जनता के लिए सोचनीय प्रश्न है इससे पहले जनवरी 20-22 में भी खुदरा मुद्रास्फीति की दर सिक्स पॉइंट जीरो वन प्रतिशत रही थी वही फरवरी 20 अगस्त में या 5.03% प्रतिशत पर रही थी इसके पहले फरवरी में थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति के बढ़ने के कारण भी आए आंकड़ों के मुताबिक थोक मुद्रास्फीति बढ़कर 13.11% पर पहुंच गई आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी में खुदरा महंगाई बढ़ने की मुख्य वजह खाद पदार्थ के उत्पादों की कीमतों में 5.89% प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है ।

श्री नायक ने कहा मोदी की भाजपा सरकार के पास महंगाई बढ़ने के हर तक मौजूद हैं मगर उन्हें रोकने का एक भी उपाय नहीं मंहगाई ने खासकर खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि ने गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है । मगर सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है और हाथ पर हाथ देकर बैठी है ।

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