11 जनवरी बुधवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन हर प्रकार से शुभ रहेगा। कार्य व्यवसाय में बुद्धि विद्या और संतान का सहयोग मिलने से कई दिनों से टल रही योजना को आगे बढ़ाएंगे। कार्य विस्तार और उन्नति होने से मन प्रसन्न रहेगा। आज आपका स्वभाव भी अन्य दिनों की तुलना में शांत रहेगा। मध्यान के बाद धन को लेकर किसी पर गरम हो सकते हैं फिर भी स्थिति आज आपके पकड़ में ही रहेगी। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा के कारण नए शत्रु बनेंगे। सन्तान भी आज शत्रु वृद्धि का कारण बन सकती है, पर इन बातों का आपकी दिनचर्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। धन की आमद आवश्यकता से अधिक ही होगी। घर का वातावरण कुछ समय को छोड़ सामान्य रहेगा। पर्यटन की योजना बनेगी उत्तम वाहन भोजन सुख मिलेगा। आरोग्य में थोड़ी नरमी अनुभव करेंगे।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन अशुभ फलदायी रहेगा आज आपको अपनी वाणी और व्यवहार दोनो पर संयम रखने की जरूरत है अथवा के दिनों से जमी दोस्ती अथवा स्नेह व्यवहार टूट भी सकती हैं। दिन के आरंभ से किसी कार्य मे असफल होने पर क्रोध आएगा परिज भी इच्छा के विपरीत कार्य कर आग में घी का काम करेंगे। दोपहर तक मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसे व्यवहार करेंगे इसके बाद व्यावसाय से लाभ मिलने पर क्रोध को भूल जाएंगे। लेकिन कार्य क्षेत्र पर छोटे मोटे धन को लेकर भी झगड़ा करने पर आमदा होंगे। विवेकी व्यवहार रखे अन्यथा व्यवसाय में बदनामी होने पर लंबे समय तक परेशानी देखनी पड़ेगी। संध्या बाद दिन भर की खीज घर पर उतारने पर मुश्किल से शांत हुआ वातावरण फिर खराब होगा। चोटादि का भय है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन व्यावसायिक एवं आर्थिक विषयों में बीते कल की तुलना में अधिक बेहतर रहेगा। आज दिन के आरंभ से ही मन मे पर्यटन मनोरंजन का भूत सवार रहेगा लेकिन कार्य व्यस्तता भी अन्य दिन की तुलना में अधिक रहेगी फिर भी संध्या बाद सब कार्य छोड़ मनोकामना पूर्ति के लिये समय निकाल ही लेंगे। व्यवसाय से आज कम मेहनत और समय मे आशाजनक लाभ मिल जाएगा अन्य कार्यो में भी सहज सफलता मिलने से उत्साही रहेंगे आर्थिक रूप से दृढ़ता आएगी भविष्य के लिये संचय कर सकेंगे। आज घर के सदस्यों को प्रसन्न करने में पसीने छूटेंगे खर्च करने के बाद भी कोई न कोई नुक्स अवश्य निकालेंगे। सेहत में कुछ नरमी रहने पर भी दिनचर्या प्रभावित नही होने देंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपका स्वभाव दो तरफा रहेगा स्वयं को बाहर से संतोषि प्रदर्शित करेंगे लेकिन अंदर से उथल पुथल लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय को लेकर आज दूरदर्शी सोच लाभ नही करेगी तो हानि होने से भी बचाएगी। व्यावसायिक लेन देन को लेकर ज्यादा माथा पच्ची में नही पड़ेंगे लेकिन किसी के दबाव में आकर जल्दबाजी दिखाएंगे फिर भी कुछ ना कुछ लाभ ही मिलेगा। धन की आमद आज सीमित साधनों से पर आवश्यकता अनुसार हो जाएगी। माता अथवा संतानों से किसी विषय को लेकर तीखी बहस हो सकती है इसमें विजय आपकी ही होगी लेकिन परिजनों का दिल दुखाने पर ही। बाहर की यात्रा के प्रसंग बनेंगे परन्तु इसे टालने के प्रयास करेंगे। महिलाओं का रहस्यमयी व्यवहार घर मे संदेह पैदा करेगा सेहत अकस्मात बिगड़ने अथवा चोट-मोच का भय है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि का इस्तेमाल कुछ अधिक ही करेंगे हर कार्य मे अतिरिक्त दिमाग चलाएंगे जहां केवल व्यवहारिकता से काम निकल सकता है वहां भी अपनी श्रेष्ठता का परिचय देने से नाहाई चूकेंगे अन्य लोगो को आपका स्वभाव सनकी जैसा लगेगा लेकिन बोलेंगे नही। कार्य क्षेत्र पर आज लाभ कमाने के अवसर मिलते रहेंगे लेकिन सफलता सब मे नही मिल पाएगी धन लाभ मेहनत और चतुराई के बल पर आशाजनक हो जाएगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियो को शक की दृष्टि से देखेंगे जिससे कहासुनी तो नही पर मतभेद जरूर रहेंगे। मित्र परिजनों के आगे भी अक्लमंदी दिखाने पर आपकी हसी हो सकती है। पिता से व्यवसाय को लेकर विचार में भिन्नता रहेगी। आज का कुछ हिस्सा दवाओं पर खर्च होगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको प्रतिकूल परिस्थितियो का सामना करना पड़ेगा मध्यान तक किसी विशेष कार्य से भागदौड़ करनी पड़ेगी लेकिन इसका परिणाम निराशाजनक रहने से आगे काम करने का उत्साह नही रहेगा। धन को लेकर आज भी असमंजस की स्थिति में रहेंगे लोग एक बार कोई वस्तु अथवा धन लेकर वापस करने में आनाकानी करेंगे इस वजह से आपका काम बीच मे रुकेगा साथ ही किसी के ताने भी सुनने को मिलेगें। कार्य व्यवसाय से जोड़ तोड़ कर लाभ तो होगा परन्तु आकस्मिक हानि सारे लाभ पर पानी फेर देगी। कार्य क्षेत्र से संबंधित मामले में माता अथवा किसी स्त्री वर्ग के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी लेकिन इनका जिद्दी स्वभाव रहने से काम निकालने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। जोड़ो में दर्द और कब्जी की शिकायत रह सकती है।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप अपने काम से कम रखेंगे फालतू की बातों में समय खराब करन पसंद नही करेंगे। दिन के पूर्वार्ध में कार्य व्यवसाय संबंधित योजना बनाएंगे लेकिन इनको अमल में नही ला सकेंगे एक बार अव्यवस्था पनपने पर सुधार करने की जगह जैसे तैसे कार्य निकालने पर जोर देंगे। मध्यान तक बिक्री कम रहने से धन संबंधित समस्या रहेगी लेकिन इसके बाद कही से आर्थिक लाभ होने पर राहत मिलेगी परन्तु धन तुरंत कही ना कही खर्च हो जाएगा। पारिवारिक वातावरण धार्मिक रहेगा महिलाएं आध्यात्म में डूबी रहेंगी व्रत उपवास के कारण सेहत भी शिथिल बनेगी। घर मे पूजा पाठ से वातावरण शांत बनेगा। लंबी यात्रा आज टाले चोरी अथवा अन्य कारणों से हानि हो सकती है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन रुके कार्यो को पूर्ण करने में सहायता दिलाएगा। सफलता आज लगभग प्रत्येक कार्य मे निश्चित रहेगा लेकिन आपका ही मन सही कार्य को छोड़ अनर्गल विषयो में भटकने से कुछ न कुछ कमी रह जायेगी। विदेशी वस्तुओ अथवा जन्म स्थान से दूर व्यवसाय से आकस्मिक लाभ की संभावना है। धन की आमद आज एक से अधिक मार्ग से होगी आर्थिक स्थिति बेहतर बनेगी। सुख सुविधा जुटाने के लिये सोचना नही पड़ेगा। सहकर्मियो से किसी बात को लेकर अनबन होगींलेकिं आपकी आवश्यकता पड़ने पर सुलह भी जल्दी हो जायेगी। धर्म कर्म में आज रुचि कम ही रहेगी टाने टोटको में कुछ समय देंगे लेकिन निष्ठा यहां भी नही रहेगी। घर के सदस्य छोटी मोटी बातो को छोड़ प्रसन्न ही रहेंगे। संध्या का समय आनंद मनोरंजन में बीतेगा आकस्मिक दुर्घटना के योग है सावधान रहें।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपका स्वभाव अत्यंत रहस्यमय रहेगा अन्य लोगो के मन का भेद तुरंत ले लेंगे लेकिन अपने मन की बात किसी से नही बाटेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज दौड़ धूप भी अधिक करनी पड़ेगी फिर भी आरम्भ में कार्यो में विफल होने पर गुस्सा आएगा पराक्रम में कमी आएगी लेकिन पूर्व संचित पुण्य से कुछ न कुछ लाभ कमा ही लेंगे। नौकरी वाले जातक आज मन कही अन्य जगह भटकने के कारण जबरदस्ती कार्य करेंगे अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें गरमा गरमी हो सकती है। संध्या का समय दिन की अपेक्षा बेहतर रहेगा सामाजिक क्षेत्र से सम्मान के साथ धन भी मिलेगा लेकिन खर्च भी करना पड़ेगा। आय व्यय में संतुलन बना लेंगे लेकिन बचत नही कर पाएंगे। संध्या बाद शरीर मे शिथिलता बनेगीं।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन पूर्वार्ध से ही सेहत संबंधित समस्या खड़ी होगी सर पर कार्य का भार होने पर भी शारीरिक रूप से तैयार नही रहेंगे फिर भी जबरदस्ती करने पर मध्यान के समय समस्या गहरायेगी लेकिन सेहत की आज अनदेखी ही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भाग्य का साथ मिलेगा व्यवसाय में गती रहने से थोड़े ही समय मे अधिक लाभ कमा लेंगे विरोधी वर्ग बाधा पहुचाने का हर सम्भव प्रयास करेंगे लेकिन आज सफल नही हो पाएंगे। धन की आमद एक साथ कई मार्ग से होगी। जोखिम वाले कार्य शेयर सट्टे आदि से जल्द लाभ हो सकता हैं फिर भी ज्यादा लालच में ना पढ़ें। परिवार में शांति रहेगी परिजन मोटा खर्च करने की योजना बनाएंगे। संध्या बाद का समय थकान के बाद भी आनंददायक रहेगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आशा के अनुकूल रहेगा कुछ समय के लिए मौसम में बदलाव के कारण सेहत में गिरावट अनुभव होगी फिर भी व्यस्तता के कारण अनदेखी करेंगे। आज अधिकांश कार्यो में किसी अन्य के ऊपर आश्रित रहना पड़ेगा जिसे भी अपने कार्य सौपेंगे वह कुछ ना कुछ गड़बड़ करेगा सहकर्मी एवं नौकरों की गतिविधि पर शक भी होगा क्रोध आएगा लेकिन मजबूरी में प्रदर्शन नही करेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार लाभ किसी ना किसी माध्यम से अर्जित कर ही लेंगे। घरेलू वातावरण किसी न किसी के रोगग्रस्त रहने से अस्त व्यस्त रहेगा। व्यर्थ के खर्च बढ़ेंगे यात्रा की योजना टलने से मित्र परिजन मायूस होंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये वृद्धिकारक रहेगा आज आप जहां से लाभ हो संभावना लगाएंगे वहां से आशा से अधिक ही मिलेगा। कार्य व्यवसाय में उन्नति होगी कार्य क्षेत्र का वातावरण थोड़ा प्रतिस्पर्धात्मक रहेगा फिर भी आपके हिस्से का लाभ विपरीत परिस्थिति में भी आपके ही पास आएगा। व्यवसाय में निवेश करना पड़ेगा इसके परिणाम शीघ्र ही देखने को मिलेंगे कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियो की कमी खलेगी फिर भी तालमेल बिठा लेंगे। घर मे वातावरण किसी की जिद के कारण उथल पुथल रहेगा टालने पर भी इसके पीछे अधिक खर्च करना पड़ेगा। सेहत आज लगभग सामान्य ही रहेगी संध्या बाद कमर दर्द आलस्य थकान अधिक महसूस करेंगे।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 11 जनवरी 2023
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शिशिर ॠतु
🌤️ मास – माघ
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – चतुर्थी दोपहर 02:31 तक तत्पश्चात पंचमी
🌤️ नक्षत्र – मघा सुबह 11:50 मघा तकतत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
🌤️ योग – आयुष्मान दोपहर 12:02 तक तत्पश्चात सौभाग्य
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:47 से दोपहर 02:09 तक
🌞 सूर्योदय- 06:11
🌦️ सूर्यास्त – 05:06
👉 दिशाशूल -उत्तर दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
🔥 *विशेष -चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 माघ मास 🌷
🙏🏻 माघ मास हिंदू पञ्चाङ्ग का 11 वां चंद्रमास है। इस मास में मघा नक्षत्र युक्त पूर्णिमा होने के कारण इसका नाम माघ रखा गया (मघायुक्ता पौर्णमासी यत्र मासे सः)।
➡ उत्तर भारत हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार माघ मास प्रारंभ हो चुका है।
👉🏻 माघ मास में श्रवण और मूल शून्य नक्षत्र हैं इनमें कार्य करने से धन का नाश होता है।
🙏🏻 माघ मास में कृष्ण पक्ष की पंचमी व शुक्ल पक्ष की षष्ठी मास शून्य तिथियां होती हैं।
➡ इन तिथियों शुभ काम नहीं करना चाहिए।
🙏🏻 महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 106 के अनुसार
माघं तु नियतो मासमेकभक्तेन य: क्षिपेत्।
श्रीमत्कुले ज्ञातिमध्ये स महत्त्वं प्रपद्यते।।
👉🏻 अर्थात जो माघ मास में नियमपूर्वक एक समय भोजन करता है, वह धनवान कुल में जन्म लेकर अपने कुटुम्बजनों में महत्व को प्राप्त होता है।
➡ माघ में मूली का त्याग करना चाहिए। देवता और पितर को भी मूली अर्पण न करें।
🙏🏻 श्री हरि नारायण को माघ मास अत्यंत प्रिय है। वस्तुत: यह मास प्रातः स्नान (माघ स्नान), कल्पवास, पूजा-जप-तप, अनुष्ठान, भगवद्भक्ति, साधु-संतों की कृपा प्राप्त करने का उत्तम मास है। माघ मास की विशिष्टता का वर्णन करते हुए महामुनि वशिष्ठ ने कहा है, ‘जिस प्रकार चंद्रमा को देखकर कमलिनी तथा सूर्य को देखकर कमल प्रस्फुटित और पल्लवित होता है, उसी प्रकार माघ मास में साधु-संतों, महर्षियों के सानिध्य से मानव बुद्धि पुष्पित, पल्लवित और प्रफुल्लित होती है। यानी प्राणी को आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है।
💥 मकर संक्राति के दिन बस तिल के लड्डू के अंदर यह एक वस्तु रख कर दान करने से हो जाओगे मालामाल
🙏🏻 पद्मपुराण, उत्तरपर्व में कहा गया है
ग्रहाणां च यथा सूर्यो नक्षत्राणां यथा शशी
मासानां च तथा माघः श्रेष्ठः सर्वेषु कर्मसु
👉🏻 अर्थात जैसे ग्रहों में सूर्य और नक्षत्रों में चन्द्रमा श्रेष्ठ है, उसी प्रकार महीनों में माघ मास श्रेष्ठ है।
🙏🏻 पद्मपुराण में कहा गया है की माघ मास आने पर नाना प्रकार के फूलों से भगवान की पूजा करें। उस समय कपूर से तथा नाना प्रकार के नैवेद्य एवं लड्डूओं से पूजा होनी चाहिए। इस प्रकार देवदेवेश्वर के पूजित होने पर मनुष्य निश्चय ही मनोवाञ्छित फलों को प्राप्त कर लेता है।
🙏🏻 पद्मपुराण में वसिष्ठजी कहते हैं कि वैशाख में जल और अन्न का दान उत्तम है, कार्तिक में तपस्या और पूजा की प्रधानता है तथा माघ में जप, होम और दान ये तीन बातें विशेष हैं। जिन लोगों ने माघ में प्रातः स्नान, नाना प्रकार का दान और भगवान विष्णु का स्तोत्र पाठ किया है, वे दिव्यधाम में आनन्दपूर्वक निवास करते हैं।
🌷 माघ मास में प्रातःकाल स्नान का विशेष महत्व है
व्रतैर्दानैस्तपोभिश्च न तथा प्रीयते हरि:। माघमज्जनमात्रेण यथा प्रीणाति केशव:।।
प्रीतये वासुदेवस्य सर्वपापापनुक्तये। माघस्नानं प्रकुर्वीत स्वर्ग लाभाय मानव:।।
👉🏻 पूरे माघ मास में प्रयाग में निवास तथा प्रयाग में त्रिवेणी संगम में स्नान बहुत भाग्यशाली मनुष्य को प्राप्त होता है ।
🙏🏻 स्कन्दपुराण वैष्णवखण्ड के अनुसार
प्रयागो माघमासे तु पुष्करं कार्तिके तथा ।।
अवन्ती माधवे मासि हन्यात्पापं युगार्जितम् ।।
👉🏻 माघ मास में प्रयाग, कार्तिक में पुष्कर और वैशाख मास में अवन्तीपुरी (उज्जैन) – ये एक युगतक उपार्जित किये हुए पापों का नाश कर डालते हैं।
🙏🏻 ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार
जो व्रती पुरुष चैत्र अथवा माघ मास में शंकर की पूजा करता है तथा बेंत लेकर उनके सम्मुख रात-दिन भक्ति पूर्वक नृत्य करने में तत्पर रहता है, वह चाहे एक मास, आधा मास, दस दिन, सात दिन अथवा दो ही दिन या एक ही दिन ऐसा क्यों न करे, उसे दिन की संख्या के बराबर युगों तक भगवान शिव के लोक में प्रतिष्ठा प्राप्त हो जाती है।
👉🏻 माघ में तिलों का दान जरूर जरूर करना चाहिए। विशेषतः तिलों से भरकर ताम्बे का पात्र दान देना चाहिए।
🙏🏻 महाभारत अनुशासन पर्व के 66वें अध्याय के अनुसार
माघ मासे तिलान् यस्तु ब्राह्मणेभ्यः प्रयच्छति। सर्वसत्वसमकीर्णं नरकं स न पश्यति॥
👉🏻 जो माघ मास में ब्राह्मणों को तिल दान करता है, वह समस्त जन्तुओं से भरे हुए नरक का दर्शन नहीं करता।
🙏🏻 माघ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मन्वंतर तिथि कहते है उस दिन जो कुछ दान दिया जाता है उसका फल अक्षय बताया गया है ( पद्मपुराण – सृष्टि खंड )