11 दिसम्बर बुधवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष राशि :भागमभाग भरे दिन के बावजूद आपकी सेहत पूरी तरह दुरुस्त रहेगी। जिन लोगों ने अपना पैसा सट्टेबाजी में लगा रखा था आज उन्हें नुक्सान होने की संभावना है। सट्टेबाजी से दूर रहने की आपको सलाह दी जाती है। आपका लापरवाह रवैया आपके माता-पिता को दुःखी कर सकता है। कोई भी नयी परियोजना शुरू करने से पहले उनकी राय भी जान लें। आज अपने प्रिय से दूर होने का दुःख आपको टीस देता रहेगा। सहकर्मियों और कनिष्ठों के चलते चिंता और तनाव के क्षणों का सामना करना पड़ सकता है। आपका खाली समय आज मोबाइल या टीवी देखने में बर्बाद हो सकता है। इससे आपके जीवनसाथी को आपसे खिन्नता भी होगी क्योंकि आप उनसे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाएँगे। लंबे समय से कामकाज का दबाव आपके वैवाहिक जीवन के लिए कठिनाई खड़ा कर रहा है। लेकिन आज सारी शिकायतें दूर हो जाएंगी।
🪶 उपाय :- स्त्रियों को सफेद वस्त्र दान करने से आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
वृषभ राशि :* मानसिक शान्ति के लिए किसी दान-पुण्य के काम में सहभागिता करें। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। आपका मज़ाकिया स्वभाव आपके चारों ओर के वातावरण को ख़ुशनुमा बना देगा। आपकी थकी और उदास ज़िन्दगी आपके जीवन-साथी को तनाव दे सकती है। अगर आप अपनी योजनाओं को सबके सामने खोलने में बिल्कुल नहीं हिचकते, तो आप अपनी परियोजना को ख़राब कर सकते हैं। आज इस राशि के कुछ छात्र लेपटॉप या टीवी पर कोई मूवी देखकर अपना कीमती समय जाया कर सकते हैं। ख़ुद तनावग्रस्त होने की झल्लाहट आप बेवजह अपने जीवनसाथी पर निकाल सकते हैं।
🪶 उपाय :- अच्छे प्रेम सम्बन्धों के लिए सफेद रुमाल जेब में रखकर जाएं परन्तु ध्यान रहे कि रुमाल गन्दा न हो।
मिथुन राशि :* आज अपनी सेहत के चिंता करने की क़तई ज़रूरत नहीं है। आपके आस-पास के लोग आपको प्रोत्साहित करेंगे व सराहेंगे। आज के दिन आपको अपने उन दोस्तों से बचकर रहने की जरुरत है जो आपसे उधार मांगते हैं और फिर उसे लौटाते नहीं हैं। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। आप प्रेम की आग में धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगातार जलते रहेंगे। छात्रों के लिए बहुत अच्छा दिन है। वे परीक्षा में बढ़िया प्रदर्शन करेंगे। हालाँकि इस सफलता को सिर पर न चढ़ने दें और इससे प्रेरणा लेकर ज़्यादा कड़ी मेहनत के लिए कमर कसें। जीवन की पेचीदिगियों को समझने के लिए आज घर के किसी वरिष्ठ शख्स के साथ आप वक्त गुजार सकते हैं। अपने जीवनसाथी को सरप्राइज़ देते रहें, नहीं तो वह ख़ुद को आपके जीवन में महत्वहीन समझ सकता है।
🪶 उपाय :- अच्छी आर्थिक स्थिति के लिए एक बार पहना हुआ कपड़ा दुबारा बिना धोएं न पहनें।
कर्क राशि :* आज आपको आराम करने और क़रीबी दोस्तों व परिवार के साथ ख़ुशी के कुछ पल बिताने की ज़रूरत है। अगर आप यात्रा पर जाने वाले हैं तो अपने कीमती सामान का ध्यान रखें उसके चोरी होने की संभावना है। खासकर अपने पर्स को आज बहुत संभालकर रखें। पुराने परिचितों से मिलने-जुलने और पुराने रिश्तों को फिर से तरोताज़ा करने के लिए अच्छा दिन है। अपने प्रिय के साथ आज अच्छी तरह बर्ताव करें। आपके कठिन परिश्रम को पुरस्कार मिलेगा, क्योंकि आपकी पदोन्नति हो सकती है। आर्थिक लाभ के बारे में न सोचें, क्योंकि आगे चलकर आपको इससे बहुत फ़ायदा होगा। आपका व्यक्तित्व ऐसा है कि ज्यादा लोगों से मिलकर आप परेशान हो जाते हैं और फिर अपने लिए वक्त निकालने की कोशिश करने लग जाते हैं। इस लिहाज से आज का दिन आपके लिए बहुत उम्दा रहने वाला है। आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा। ज़्यादा ख़र्चे की वजह से जीवनसाथी से खट-पट हो सकती है।
🪶 उपाय :- गाय को पीले चने की दाल खिलाने से प्रेम सम्बन्ध अच्छे होंगे।
सिंह राशि :* आज आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और प्रगति निश्चित है। हालाँकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे। बच्चे उम्मीदों पर खरे न उतरकर आपको निराश कर सकते हैं। सपनों को साकार करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन देने की ज़रूरत है। प्यार का जज़्बा अनुभव के परे है, लेकिन आज आप प्यार की इस मदहोशी की कुछ झलक पा सकेंगे। व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। व्यवसाय के लिए अचानक की गयी कोई यात्रा सकारात्मक परिणाम देगी। कोई आध्यात्मिक गुरू या बड़ा आपकी सहायता कर सकता है। यूँ तो जीवन हमेशा कुछ नया और चौंकाने वाली चीज़ आपके सामने लाता है। लेकिन आज आप अपने जीवनसाथी का एक अनोखा पहलू देखकर ख़ुशी से चौंक जाएंगे।
🪶 उपाय :- माता से सम्बन्ध अच्छे रखें व उनका भूलकर भी निरादर न करें। इससे फैमिली लाइफ अच्छी होगी।
कन्या राशि :* ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। धन की आवाजाही आज दिन भर होती रहेगी और दिन ढलने के बाद आप बचत करने में भी सक्षम हो पाएंगे। परिवार के सदस्य कई चीज़ों की मांग कर सकते हैं। हर बात पर प्यार का दिखावा करना ठीक नहीं है इससे आपका रिश्ता सुधरने की जगह बिगड़ सकता है। पैसे बनाने के उन नए विचारों का उपयोग करें, जो आज आपके ज़ेहन में आएँ। जीवन का आनंद लेने के लिए आपको अपने दोस्तों को भी समय देना चाहिए। अगर आप समाज से कटकर रहेंगे तो आवश्यकता पड़ने पर आपके साथ भी कोई नहीं होगा। आज आपको महसूस होगा कि जीवनसाथी की ज़िन्दगी में आपकी कितनी एहमियत है।
🪶 उपाय :- गणेश या विष्णु जी के मंदिर में कांसे की ज्योत दान में देने से पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा।
तुला राशि :* सबकी मदद करने की आपकी इच्छा आपको आज बुरी तरह थकाएगी। आज घर से बाहर बड़ों का आशीर्वाद लेकर निकलें इससे आपको धन लाभ हो सकता है। अगर आप सामाजिक जलसों और कार्यक्रमों में भाग लेंगे, तो आप अपने संगी-साथियों की फ़ेहरिस्त में इज़ाफ़ा कर सकते हैं। आपको अपनी तरफ़ से सबसे बेहतर तरीक़े से बर्ताव करने की ज़रूरत है – क्योंकि आज आपका प्रिय जल्दी ही नाराज़ हो सकता है। आईटी से जुड़े लोगों को अपना जौहर दिखाने का मौक़ा मिल सकता है। आपको क़ामयाबी पाने के लिए केवल काम पर एकाग्र होकर जी-तोड़ मेहनत करने की ज़रूरत है। दिन को कैसे अच्छा बनाया जाए इसके लिए आपको अपने लिए भी समय निकालना सीखना होगा। आपका जीवनसाथी रोज़ाना की ज़रूरतों को पूरा करने से अपने हाथ पीछे खींच सकता है, जिसके चलते आपका मन उदास होने की संभावना है।
🪶 उपाय :- स्टील या लोहे के बनी कोई भी वस्तु अपने प्रेमी/प्रेमिका को भेंट करने से प्रेम सम्बन्ध अच्छे रहेंगे।
वृश्चिक राशि :* आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, परन्तु मन में नकारात्मकता के प्रभाव से बचें। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। स्थान परिवर्तन भी हो सकता है। आत्मसंयत रहें। क्रोध के अतिरेक से बचें। नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है। अफसरों का सहयोग मिलेगा। अध्ययन में रुचि बढ़ेगी। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। वस्त्रों पर खर्च बढ़ेंगे। धैर्यशीलता में कमी रहेगी। पिता का सहयोग मिलेगा।
🪶 आज क्या न करें- आज किसी को कुछ देकर नीचा न दिखायें
धनु राशि :* सेहत बढ़िया रहेगी। आज आप अपने घर केे सदस्यों को कहीं घुमाने ले जा सकते हैं और आपका काफी धन खर्च हो सकता है। मुमकिन है कि परिवार वाले आपकी उम्मीदों को पूरा न कर सकें। इस बात कि इच्छा न करें कि वे आपके मुताबिक़ काम करेंगे, बल्कि अपने काम करने का तरीक़ा बदलकर पहल करें। रोमांचक दिन है, क्योंकि आपका प्रिय आपको तोहफ़े/उपहार दे सकता है। आप जीतोड़ मेहनत और धीरज के बल पर अपने उद्देश्य हासिल कर सकते हैं। कारोबारी आज करोबार से ज्यादा अपने परिवार के लोगों के बीच समय बिताना पसंद करेंगे। इससे आपके परिवार में सामंजस्य बनेगा। आज से पहले शादीशुदा ज़िन्दगी इतनी अच्छी कभी नहीं रही।
🪶 उपाय :- हरे तोते-तोती के जोड़े को पैसे देकर आजाद करवाने से पारिवारिक सुख बढ़ता है।
मकर राशि :* अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किसी मुश्किल में फँसे इंसान की मदद करने के लिए करें। याद रखें – यह शरीर तो एक-न-एक दिन मिट्टी में मिलने वाला है, अगर यह किसी के काम न आ सके तो इसका क्या फ़ायदा? आज आपको भूमि, रिअल-एस्टेट या सांस्कृतिक परियोजनाओं पर ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है। दोस्त आपके निजी जीवन में ज़रूरत से ज़्यादा दख़लअंदाज़ी करेंगे। कोई आपको दिल से सराहेगा। इस राशि के कारोबारियों को आज कारोबार के सिलसिले में अनचाही यात्रा करनी पड़ सकती है। यह यात्रा आपको मानसिक तनाव दे सकती है। नौकरी पेशा लोगों को आज ऑफिस में इधर-उधर की बातें करने से बचना चाहिए। आपका आकर्षक और चुम्बकीय व्यक्तित्व सभी के दिलों को अपनी तरफ़ खींचेगा। काफ़ी वक़्त बाद आप और आपका जीवनसाथी एक शान्त दिन साथ बिता सकते हैं, जब कोई लड़ाई-झगड़ा न हो – सिर्फ़ प्यार हो।
🪶 उपाय :- स्त्रियों का आदर-सम्मान करना व उनकी भावनाओं को ठेस न पहुँचाने से फैमिली लाइफ अच्छी रहती है।
कुम्भ राशि :* दोस्तों का रुख़ सहयोगी रहेगा और वे आपको ख़ुश रखेंगे। पैसा अचानक आपके पास अएगा, जो अपके ख़र्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। शाम का वक़्त दोस्तों के साथ बिताना दिलचस्प तो रहेगा ही, साथ ही छुट्टी साथ बिताने की योजनाओं पर भी चर्चा हो सकेगी। प्रेम-संबंध में ग़ुलाम की तरह व्यवहार न करें। करिअर में तरक़्क़ी के लिए नयी क्षमताएँ विकसित करना और नयी तकनीकें सीखना महत्वपूर्ण रहेगा। बातचीत में कुशलता आज आपका मज़बूत पक्ष साबित होगी। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा।
🪶 उपाय :- किसी भी लड़की(चंद्रमा) का दिल न दुखाएं व अपनी गर्लफ्रेंड का सम्मान करना लव लाइफ के लिए अच्छा है।
मीन राशि :* अपनी सेहत का ख़याल रखें। आज आप काफ़ी पैसे बना सकते हैं- लेकिन इसे अपने हाथों से फिसलने न दें। दिन को रोमांचक बनाने के लिए क़रीबी दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएँ। बाहरी चीज़ों का अब कोई ख़ास मायने आपके लिए नहीं बचा है, क्योंकि आप ख़ुद को हमेशा प्यार की ख़ुमारी में महसूस करते हैं। आप आप अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने में सफल रहेंगे, बशर्ते इसके लिए आप दूसरों से मदद लें तो। आप जिस प्रतियोगिता में भी क़दम रखेंगे, आपका प्रतिस्पर्धी स्वभाव आपको जीत दिलाने में सहयोग देगा। आज आपका आपस में कुछ ज्यादा विवाद हो सकता है जिसके दूरगामी परिणाम वैवाहिक जीवन के लिए नकारात्मक हो सकते हैं।
🪶 *उपाय :- त्रिफला का सेवन किसी भी रूप में करने से स्वास्थ्य अच्छा होगा।
*🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 11 दिसम्बर 2024
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – हेमंत ॠतु
🌤️ मास – मार्गशीर्ष
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – एकादशी 12 दिसम्बर रात्रि 01:09 तक तत्पश्चात द्वादशी
🌤️ नक्षत्र – रेवती सुबह 11:048 तक तत्पश्चात अश्विनी
🌤️ योग – वरीयान शाम 06:48 तक तत्पश्चात परिघ
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:32 से दोपहर 01:54 तक
🌤️ सूर्योदय 06:17
🌤️ सूर्यास्त – 5:30
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – मोक्षदा एकादशी,पंचक (समाप्त : दोपहर 11:48 )
💥 विशेष- हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
💥 आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
💥 एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
💥 एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
💥 जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
👉🏻 मोक्षदा एकादशी व्रत की महिमा सुनने मात्र से अदभुत पुण्य प्राप्त होता है⤵️
🌷 मोक्षदा एकादशी 🌷
➡ 11 दिसम्बर 2024 बुधवार को मोक्षदा एकादशी एकदशी है।
🙏🏻 यह बड़े भारी पापों का नाश करनेवाला व्रत है | नीच योनि में पड़े पितर भी इसके पुण्यदान से मोक्ष पाते हैं |
🌷 श्रीमद् भगवद्गगीता जयंती 🌷
👉🏻 गतांक से आगे……
🙏🏻 जानिए भगवद् गीता के 9 बेहतरीन मैनेजमेंट सूत्र जिनमे छुपा है आपकी हर परेशानी का हल
🌷 4 श्लोक
विहाय कामान् य: कर्वान्पुमांश्चरति निस्पृह:।
निर्ममो निरहंकार स शांतिमधिगच्छति।।
🙏🏻 अर्थ- जो मनुष्य सभी इच्छाओं व कामनाओं को त्याग कर ममता रहित और अहंकार रहित होकर अपने कर्तव्यों का पालन करता है, उसे ही शांति प्राप्त होती है।
➡ मैनेजमेंट सूत्र – यहां भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि मन में किसी भी प्रकार की इच्छा व कामना को रखकर मनुष्य को शांति प्राप्त नहीं हो सकती। इसलिए शांति प्राप्त करने के लिए सबसे पहले मनुष्य को अपने मन से इच्छाओं को मिटाना होगा। हम जो भी कर्म करते हैं, उसके साथ अपने अपेक्षित परिणाम को साथ में चिपका देते हैं। अपनी पसंद के परिणाम की इच्छा हमें कमजोर कर देती है। वो ना हो तो व्यक्ति का मन और ज्यादा अशांत हो जाता है। मन से ममता अथवा अहंकार आदि भावों को मिटाकर तन्मयता से अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। तभी मनुष्य को शांति प्राप्त होगी।
🌷 5 श्लोक
न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्।
कार्यते ह्यश: कर्म सर्व प्रकृतिजैर्गुणै:।।
🙏🏻 अर्थ- कोई भी मनुष्य क्षण भर भी कर्म किए बिना नहीं रह सकता। सभी प्राणी प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति अपने अनुसार हर प्राणी से कर्म करवाती है और उसके अनुसार परिणाम भी देती है।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- बुरे परिणामों के डर से अगर ये सोच लें कि हम कुछ नहीं करेंगे तो ये हमारी मूर्खता है। खाली बैठे रहना भी एक तरह का कर्म ही है, जिसका परिणाम हमारी आर्थिक हानि, अपयश और समय की हानि के रूप में मिलता है। सारे जीव प्रकृति यानी परमात्मा के अधीन हैं, वो हमसे अपने अनुसार कर्म करवा ही लेगी। और उसका परिणाम भी मिलेगा ही। इसलिए कभी भी कर्म के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए, अपनी क्षमता और विवेक के आधार पर हमें निरंतर कर्म करते रहना चाहिए।
🌷 6 श्लोक
नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:।
शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण:।।
🙏🏻 अर्थ- तू शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म कर, क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से तेरा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- श्रीकृष्ण अर्जुन के माध्यम से मनुष्यों को समझाते हैं कि हर मनुष्य को अपने-अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए जैसे- विद्यार्थी का धर्म है विद्या प्राप्त करना, सैनिक का कर्म है देश की रक्षा करना। जो लोग कर्म नहीं करते, उनसे श्रेष्ठ वे लोग होते हैं जो अपने धर्म के अनुसार कर्म करते हैं, क्योंकि बिना कर्म किए तो शरीर का पालन-पोषण करना भी संभव नहीं है। जिस व्यक्ति का जो कर्तव्य तय है, उसे वो पूरा करना ही चाहिए।
🌷 7 श्लोक
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।
🙏🏻 अर्थ- श्रेष्ठ पुरुष जैसा आचरण करते हैं, सामान्य पुरुष भी वैसा ही आचरण करने लगते हैं। श्रेष्ठ पुरुष जिस कर्म को करता है, उसी को आदर्श मानकर लोग उसका अनुसरण करते हैं।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- यहां भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि श्रेष्ठ पुरुष को सदैव अपने पद व गरिमा के अनुसार ही व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वह जिस प्रकार का व्यवहार करेगा, सामान्य मनुष्य भी उसी की नकल करेंगे। जो कार्य श्रेष्ठ पुरुष करेगा, सामान्यजन उसी को अपना आदर्श मानेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर किसी संस्थान में उच्च अधिकार पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करते हैं तो वहां के दूसरे कर्मचारी भी वैसे ही काम करेंगे, लेकिन अगर उच्च अधिकारी काम को टालने लगेंगे तो कर्मचारी उनसे भी ज्यादा आलसी हो जाएंगे।
🌷 8 श्लोक
न बुद्धिभेदं जनयेदज्ञानां कर्म संगिनाम्।
जोषयेत्सर्वकर्माणि विद्वान्युक्त: समाचरन्।।
🙏🏻 अर्थ- ज्ञानी पुरुष को चाहिए कि कर्मों में आसक्ति वाले अज्ञानियों की बुद्धि में भ्रम अर्थात कर्मों में अश्रद्धा उत्पन्न न करे किंतु स्वयं परमात्मा के स्वरूप में स्थित हुआ और सब कर्मों को अच्छी प्रकार करता हुआ उनसे भी वैसे ही कराए।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- ये प्रतिस्पर्धा का दौर है, यहां हर कोई आगे निकलना चाहता है। ऐसे में अक्सर संस्थानों में ये होता है कि कुछ चतुर लोग अपना काम तो पूरा कर लेते हैं, लेकिन अपने साथी को उसी काम को टालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं या काम के प्रति उसके मन में लापरवाही का भाव भर देते हैं। श्रेष्ठ व्यक्ति वही होता है जो अपने काम से दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है। संस्थान में उसी का भविष्य सबसे ज्यादा उज्जवल भी होता है।
🌷 9श्लोक
ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्।
म वत्र्मानुवर्तन्ते मनुष्या पार्थ सर्वश:।।
🙏🏻 अर्थ- हे अर्जुन। जो मनुष्य मुझे जिस प्रकार भजता है यानी जिस इच्छा से मेरा स्मरण करता है, उसी के अनुरूप मैं उसे फल प्रदान करता हूं। सभी लोग सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं।
➡ मैनेजमेंट सूत्र- इस श्लोक के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण बता रहे हैं कि संसार में जो मनुष्य जैसा व्यवहार दूसरों के प्रति करता है, दूसरे भी उसी प्रकार का व्यवहार उसके साथ करते हैं। उदाहरण के तौर पर जो लोग भगवान का स्मरण मोक्ष प्राप्ति के लिए करते हैं, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो किसी अन्य इच्छा से प्रभु का स्मरण करते हैं, उनकी वह इच्छाएं भी प्रभु कृपा से पूर्ण हो जाती है। कंस ने सदैव भगवान को मृत्यु के रूप में स्मरण किया। इसलिए भगवान ने उसे मृत्यु प्रदान की। हमें परमात्मा को वैसे ही याद करना चाहिए, जिस रुप में हम उसे पाना चाहते हैं।