07 अक्टूबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष:आज का दिन आपके लिए उर्जावान रहेगा। कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान रहेगा। जीवनसाथी के प्रति पूर्ण समर्पित होने का उचित अवसर मिलेगा। वाणी में विनम्रता लाएँ व बेवजह कलह से बचें । संध्या का समय थकान वाला रहेगा व आज कोई नापसंद कार्य भी करना पड़ सकता है। शारीरिक कमजोरी अनुभव कर सकते हैं । समय बढिया रहेगा इसलिए परिवार के साथ बिताएँ व मनोरंजन का लाभ उठाएँ।
वृष:आज के दिन कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता रहेगी । अधिकांश कार्य अपने ही बलबूते करना पड़ेगा। सहकारी कार्य लेट-लतीफी के कारण अधूरे रहेंगे। स्वभाव से भी आज ढीलापन रहेगा। नयी योजनाओं को हाथ में लेने का मौका मिलेगा। संध्या के बाद आर्थिक विषयो में सफलता मिलेगी। यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी। सर, अथवा कमर से निचले भाग में हल्का दर्द बनने की सम्भवना है। फिर भी भाग्य आपका साथ देगा व मन प्रसन्न रहेगा।
मिथुन:बेरोजगार व्यक्तियों को रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। सार्वजनिक क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने की संभावना है। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा लेकिन बड़बोलेपन से दूर रहें। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़न से थकान बन सकती है। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। यात्रा आज किसी न किसी रूप में लाभदायक सिद्ध होगी।
कर्क:आज आपके पास कार्यो की भरमार रहेगी। परिश्रम का उचित फल कम मिलेगा। संध्या के समय किसी परिचित के सहयोग से लाभ होने से खर्च निकल जाएंगे। लेकिन संध्या का समय शारीरिक रूप से सावधानी बरतने का है। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय कम दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें।
सिंह:आज का दिन अस्तव्यस्त रहने के बावजूद भी मनोकामना पूर्ण होने के संयोग हैं। सांसारिक गतिविधियों में व्यस्त रहने के कारण स्वयं की अनदेखी करनी पड़ेगी परन्तु इसके बदले धन लाभ होने से संतोष रहेगा। दोपहर बाद धर्म-कर्म में अधिक रुचि रहेगी । धार्मिक कार्यक्रमों में उपस्थिति देंगे। घर के बुजुर्गो से नए अनुभव मिलेंगे। पत्नी – संतान का सुख मिलेगा।
कन्या:आज दिन के पहले भाग में आपको परिश्रम के अनुसार फल कम मिलेगा। दिमाग में नए-नए विचार रहेगें । नई वस्तुओ की खरीददारी अथवा नये कार्य में निवेश आज ना करें। दोपहर के बाद स्थिति बेहतर होने लगेगी। धन की आमद बढेगी। थोक के व्यवसायी आज निवेश कर सकते है आगे लाभ होगा। परिवार में किसी के बीमार होने से धन का व्यय भी रहेगा परन्तु शांति भी रहेगी।
तुला:आज दिन का पहला भाग चिंतन में रह सकता है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा । महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर किसी से कर्ज लेना हो सकता है। परिजनों की सहानुभूति मानसिक कमजोरी दूर करेगी। धार्मिक गतिविधियों में रूचि बनेगी। अल्प धन लाभ होगा। मध्यान बाद स्थिति में सुधार आएगा । स्वास्थ्य लाभ होगा।
वृश्चिक:आज का दिन आंशिक शुभ रहेगा। सेहत में आज थोड़ी थकान रह सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभदायक रहेगा। थोड़े परिश्रम से आशा से अधिक मुनाफा कमा सकते है इसके लिए कुछ अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। आज शेयर सट्टे में निवेश शीघ्र लाभ देगा। घरेलू सुख सामान्य से उत्तम रहेगा। आज कही सुनी बातों पर विश्वास ना करें।
धनु:आज के दिन भाग्य आपके साथ रहेगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। रूठने-मनाने में दिन का कुछ भाग व्यर्थ हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर लाचारी न करें । आज किसी के आगे समर्पण ना करें थोड़ा परिस्थितियां अनुसार राहत मिलेगी। आज बाहरी व्यक्ति से मन के भेद प्रकट ना करें। सेहत मिलीजुली रहेगी।
मकर:आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे। सामाजिक गतिविधियों में समय कम दे पाएंगे। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा। सेहत छोटी मोटी व्याधि को छोड़ सामान्य रहेगी।
कुंभ:आज का दिन मिला-जुला रहेगा। सेहत लगभग सामान्य रहेगी। आज कई दिनों से लटके किसी अनुबंध के आगे बढ़ने से धन लाभ की कामना रहेगी। लाभ के कई अवसर मिलेंगे । संध्या बाद आवश्यकता अनुसार धन की पूर्ति हो जाएगी। स्टेशनरी अथवा प्रिंटिंग के कार्य से जुड़े जातको को आकस्मिक नए अनुबंध मिल सकते है। परिवार के लिए आप कुछ नया करेंगे।
मीन:आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पहले भाग में आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद होगी। व्यक्तित्व का भी विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। घर में किसी विवाद को बढावा देने से बचें। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। अतिआवश्यक कार्य दोपहर बाद करना हितकर रहेगा।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 07 अक्टूबर 2023
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – आश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – अष्टमी सुबह 08:08 तक तत्पश्चात नवमी
🌤️ नक्षत्र – पुनर्वसु रात्रि 11:57 तक तत्पश्चात पुष्य
🌤️ योग – शिव सुबह 08 अक्टूबर सुबह 06:03 तक तत्पश्चात सिद्ध
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 10:58 तक
🌞 सूर्योदय-05:39
🌤️ सूर्यास्त- 06:02
👉 दिशाशूल- पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – अविधवा नवमी,नवमी का श्राद्ध,सौभाग्यवती का श्राद्ध
💥 विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)

👉🏻 श्राद्ध पक्ष मे पत्ते का यह उपाय करने से कैसा भी दुर्भाग्य हो सौभाग्य मे बदल जाएगा | 08 अक्टूबर को इस महायोग का लाभ अवश्य ले⤵️

🌷 सर्वलाभ की कुंजी 🌷
👉🏻 कैसा भी बीमार व्यक्ति हो, उसको हरिनाम की, ‘हरि ॐ’ की साधना दे दो, चंगा होने लगेगा | बिल्कुल पक्की बात है !
👉🏻 आपको स्वस्थ रहना है तो भी भगवान का नाम, प्रसन्न तथा निरहंकारी रहना है तो भगवान का नाम, उद्योगी एवं साहसी होना है तो भगवान का नाम और पूर्वजों का मंगल करना है तो भी भगवान का नाम….|

🌷 पुष्य नक्षत्र योग 🌷
08 अक्टूबर 2023 रविवार को सूर्योदय से रात्रि 02:45 (09 अक्टूबर 02:45 AM) तक रविपुष्यामृत योग है ।
🙏🏻 १०८ मोती की माला लेकर जो गुरुमंत्र का जप करता है, श्रद्धापूर्वक तो २७ नक्षत्र के देवता उस पर खुश होते हैं और नक्षत्रों में मुख्य है पुष्य नक्षत्र, और पुष्य नक्षत्र के स्वामी हैं देवगुरु ब्रहस्पति | पुष्य नक्षत्र समृद्धि देनेवाला है, सम्पति बढ़ानेवाला है | उस दिन ब्रहस्पति का पूजन करना चाहिये | ब्रहस्पति को तो हमने देखा नहीं तो सद्गुरु को ही देखकर उनका पूजन करें और मन ही मन ये मंत्र बोले –
ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम : |…… ॐ ऐं क्लीं ब्रहस्पतये नम : |

🌷 कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में 🌷
🌳 बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |

🌷 रविपुष्यामृत योग 🌷
🙏🏻 ‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट-से-अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल-से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं | ‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है |
🙏🏻 इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं | (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)

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