18 जुलाई सोमवार का राशिफल एवम पंचांग,जानिए आज आपके भाग्य में क्या अच्छा है..

मेष:आज का दिन आपके लिये सफलता दायक रहेगा। नौकरी अथवा व्यवसाय में आशा के अनुकूल कार्य होने से अन्य लोगों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। धन लाभ भी अवश्य होता रहेगा जिससे भविष्य की योजनाएं बलवती होंगी। उधार दिए धन/सामान की वसूली आज ना करें । आत्मनिर्भर की भावना रहने से सफलता थोड़े विलम्ब से परन्तु अवश्य मिलेगी। पारिवारिक कारणों से यात्रा करनी पड़ सकती है। रिस्तेदारों से मिलन सम्भव है। घरेलु खर्च आज दिल खोल कर करेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृष;आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा। स्वभाव में थोड़ा क्रोध रह सकता है फिर भी दैनिक कार्यो में इसका असर नहीं पड़ेगा। आज आप यथार्थ पर कम अमल करेंगे काल्पनिक बाते ज्यादा प्रभावित करेंगी। कार्य क्षेत्र पर मेहनत के अनुसार लाभ होगा। आलस्य के कारण आयवश्यक कार्य में देरी हो सकती है। धन सम्बंधित लेन देन अथवा महत्त्वपूर्ण निर्णय आज ना ही लें। धार्मिक कार्यो में रूचि रहेगी। धर्म क्षेत्र पर निस्वार्थ सेवा देंगे।

मिथुन;स्वास्थ्य सम्बंधित विषयों को छोड़ आज का दिन सामान्य रहेगा। शारीरिक रूप से शिथिल रहने के कारण कार्य व्यवसाय में मन कम ही लगेगा फिर भी मध्यान के आस-पास आकस्मिक धन आगम होने से ख़ुशी मिलेगी। आँख-माश्पेशी अथवा जोड़ो में दर्द सम्बंधित समस्या रहेगी। किसी सम्मलेन में भाग लेने के कारण दुविधा में रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर ऊर्जावान रहोगे। कार्य विस्तार अथवा नविन कार्यो की रूप रेखा बना सकते है परन्तु शुरुआत आज ना करें। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा।

कर्क:आज का दिन कार्य व्यवसाय के लिए उत्तम रहेगा फिर भी उधारी के व्यवहार यथा संभव ना ही करे अन्यथा धन निश्चित रूप से फंसेगा। नौकरी पेशा जातक भी बेहतर कार्य के लिए सम्मानित होंगे। अधिकारी वर्ग आप पर अधिक भरोसा दिखाएंगे। व्यवसायी वर्ग कार्य क्षेत्र पर खुल कर निर्णय ले सकेंगे । नए कार्य की योजना फिलहाल टालना ही बेहतर रहेगा। धार्मिक यात्रा के प्रसंग बन सकते है। धर्म-कर्म पर खर्च भी करेंगे। परिजनों का सहयोग मिलेगा।

सिंह:आज परिस्थितियां बदलने से दिनचर्या में भाग-दौड़ लगी रहेगी। पूर्वनियोजित कार्यक्रमो में भी बदलाव करना पड़ सकता है। अधिक क्रोध एवं व्यवहार का तीखापन बनते कार्य बिगाड़ सकता है सतर्क रहें। उधार लिया धन अथवा अन्य वस्तुओं को लौटाने का प्रयास करें। धन सम्बंधित कोई भी आयोजन करने से पहले बड़ो की सलाह अवश्य लें अन्यथा आज ना ही करें। स्त्री-सन्तानो का सहयोग करें व विवेक से कार्य करें।

कन्या:आज के दिन आपके मस्तिष्क में विचारों की भरमार रहेगी स्वभाव में भी पल पल में परिवर्तन आएगा जिस कारण अन्य व्यक्ति आपके बारे में गलत धारणा रख सकते है। प्रतिस्पर्धी से सावधान रहें । कार्यो में विलम्ब एवं असफलता के कारण मनोबल टूट सकता है। आज किसी की ऊपर अधिक दयालुता दिखाना भी हानि करा सकता है। कार्य क्षेत्र पर आकस्मिक खर्च होने से पारिवारिक बजट प्रभावित होगा।

तुला: आपका आज का दिन सामान्य रहेगा। प्रातः काल के समय किसी प्रियजन से विवाद होने के कारण दिन भर की क्रियाएं अस्त-व्यस्त रह सकती हैं। मानसिक रूप से भी अशान्त रहेंगे। मन की दुविधा कार्यो में बाधा डालेगी। अधिक परिश्रम करने पर भी न्यून लाभ होगा। आवेश की मात्रा भी अधिक रहेगी फलस्वरूप लोग दूरी बना कर रखेंगे। व्यवहार सिमित रखें। ना चाह कर भी खर्च करना पड़ेगा। आर्थिक कमी रहेगी।

वृश्चिक: आज का दिन बीते कुछ समय से बेहतर रहेगा। स्वास्थ्य अनुकूल बने रहने से कार्यो के प्रति अधिक गंभीर रहेंगे। प्रातः काल से ही अधूरे पड़े कार्यो को पूर्ण करने में जुट जाएंगे। आर्थिक रूप से भी आज का दिन सहायक रहेगा। आशा से अधिक लाभ होने की सम्भवना है परन्तु इसमें व्यवधान भी अधिक आएंगे। बनी बनायी कार्य योजनाओं को किसी के हस्तक्षेप के कारण बदलने से हानि एवं परेशानी होगी फिर भी धन की आमद होने से कार्य सुव्यवस्थित रूप से चलने लगेंगे।

धनु:आज के दिन आप धैर्य धारण करेंगे। संतोषी वृति रहने के कारण भाग-दौड़ से दूर रहेंगे। आपके विचार उच्च कोटि के रहेंगे परन्तु स्वयं के ऊपर इन्हें लागू करने में असमर्थ होंगे। कार्य क्षेत्र पर आपके सामने सभी प्रशंसा करेंगे परन्तु पीछे से आलोचना होगी। मित्र परिजन भी स्वार्थ सिद्धि की भावना रखेंगे। कार्यो में हानि की सम्भवना जानते हुए भी व्यवहारिक कारणों से अनदेखा करेंगे। दोपहर के समय आकस्मिक लाभ होने से खर्च चलते रहेंगे। परिजनों की बात आपको अखरेगी परन्तु सही समय की प्रतीक्षा में शांत रहेंगे।

मकर:आपका आज का दिन भी शुभफलदायक रहेगा। सेहत उत्तम बनी रहेगी। कार्यो को पूर्ण निष्ठा से करेंगे थोडी बहुत लापरवाही भी कर सकते है फिर भी लाभ के अवसर हाथ से नहीं निकलने देंगे। जानने वालों से किसी महत्त्वपूर्ण कार्य का मार्गदर्शन मिलेगा। आज व्यवसाय आशानुकूल रहेगा परन्तु उधार के व्यवहार अधिक रहने से धन की आमद कम ही रहेगी। कार्य से समय निकाल बाहर मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे। अनैतिक कार्यो अथवा व्यसनों से दूर रहें सामाजिक क्षेत्र पर बदनामी हो सकती है।

कुंभ:आज के दिन आपके साथ किसी अन्य के भरोसे रहने के कारण धोखा हो सकता है। आवश्यक कार्यो में लापरवाही न करें। घर एवं बाहर का वातावरण सामान्य रहेगा। जिनसे काम निकालना होगा वही लोग रूखा व्यवहार करेंगे। आपकी प्रतिभा नजरअंदाज होने से मन में नकारात्मकता बढ़ेगी। कला के क्षेत्र से जुड़े जातक नए सृजन करेंगे। पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति करने में देरी हो सकती है।

मीन: रोजगार के लिए उत्तम समय है । घर एवं कार्य क्षेत्र के अंदरूनी मामलो को लेकर दुविधा में फंस सकते है। भागीदारी अथवा कमीशन के कार्यो में अचानक रूकावट आने से धन लाभ कम होगा। कार्य के सिलसिले से यात्रा भी करनी पड़ सकती है । संतोषी वृति रखने से भविष्य में लाभ कमा सकते है। पारिवारिक वातावरण सामान्य रहेगा। आराम अवश्य करें।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 18 जुलाई 2022
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – वर्षा ऋतु
🌤️ मास -श्रावण
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – पंचमी सुबह 08:54 तक तत्पश्चात षष्ठी
🌤️ नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद दोपहर 12:24 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
🌤️ योग – शोभन शाम 03:26 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
🌤️ राहुकाल – सुबह 07:46 से सुबह 09:26 तक
🌞 सूर्योदय – 05:30
🌦️ सूर्यास्त – 06:21
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

🌷 श्रावण सोमवार 🌷
🙏🏻 18 जुलाई 2022 को श्रावण मास का सोमवार है।
🙏🏻 भगवान शिव का पवित्र श्रावण (सावन) मास शुरू हो चुका है, (उत्तर भारत हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार)

🙏🏻 भगवान शिव श्रावण सोमवार के बारे में कहते हैं “मत्स्वरूपो यतो वारस्ततः सोम इति स्मृतः। प्रदाता सर्वराज्यस्य श्रेष्ठश्चैव ततो हि सः। समस्तराज्यफलदो वृतकर्तुर्यतो हि सः।।”
अर्थात सोमवार मेरा ही स्वरूप है, अतः इसे सोम कहा गया है। इसीलिये यह समस्त राज्य का प्रदाता तथा श्रेष्ठ है। व्रत करने वाले को यह सम्पूर्ण राज्य का फल देने वाला है।
🙏🏻 भगवान शिव यह भी आदेश देते हैं कि श्रावण में “सोमे मत्पूजा नक्तभोजनं” अर्थात सोमवार को मेरी पूजा और नक्तभोजन करना चाहिए।
🙏🏻 पूर्वकाल में सर्वप्रथम श्रीकृष्ण ने ही इस मंगलकारी सोमवार व्रत को किया था। “कृष्णे नाचरितं पूर्वं सोमवारव्रतं शुभम्”
👉🏻 स्कन्दपुराण, ब्रह्मखण्ड में सूतजी कहते हैं,
*शिवपूजा सदा लोके हेतुः *स्वर्गापवर्गयोः ।। सोमवारे विशेषेण प्रदोषादिगुणान्विते ।।*
केवलेनापि ये कुर्युः सोमवारे शिवार्चनम् ।। न तेषां विद्यते किंचिदिहामुत्र च दुर्लभम् ।।
उपोषितः शुचिर्भूत्वा सोमवारे जितेंद्रियः ।। वैदिकैर्लौकिकैर्वापि विधिवत्पूजयेच्छिवम् ।।ब्रह्मचारी गृहस्थो वा कन्या वापि सभर्त्तृका।। विभर्तृका वा संपूज्य लभते वरमीप्सितम्।।
🙏🏻 प्रदोष आदि गुणों से युक्त सोमवार के दिन शिव पूजा का विशेष महात्म्य है। जो केवल सोमवार को भी भगवान शंकर की पूजा करते हैं, उनके लिए इहलोक और परलोक में कोई भी वस्तु दुर्लभ नहीं। सोमवार को उपवास करके पवित्र हो इंद्रियों को वश में रखते हुए वैदिक अथवा लौकिक मंत्रों से विधिपूर्वक भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। ब्रह्मचारी, गृहस्थ, कन्या, सुहागिन स्त्री अथवा विधवा कोई भी क्यों न हो, भगवान शिव की पूजा करके मनोवांछित वर पाता है।
👉🏻 शिवपुराण, कोटिरुद्रसंहिता के अनुसार
🌷 निशि यत्नेन कर्तव्यं भोजनं सोमवासरे । उभयोः पक्षयोर्विष्णो सर्वस्मिञ्छिव तत्परैः ।।
🙏🏻 दोनों पक्षों में प्रत्येक सोमवार को प्रयत्नपूर्वक केवल रात में ही भोजन करना चाहिए। शिव के व्रत में तत्पर रहने वाले लोगों के लिए यह अनिवार्य नियम है।
🌷 अष्टमी सोमवारे च कृष्णपक्षे चतुर्दशी।। शिवतुष्टिकरं चैतन्नात्र कार्या विचारणा।।
🙏🏻 सोमवार की अष्टमी तथा कृष्णपक्ष चतुर्दशी इन दो तिथियों को व्रत रखा जाए तो वह भगवान शिव को संतुष्ट करने वाला होता है, इसमें अन्यथा विचार करने की आवश्यकता नहीं है।

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