क्या इस आईएएस ने डॉक्यूमेंट लीक कर किया हेमंत का खेल !
माइंस और उद्योग विभाग का प्रभार जिस अफसर के पास,वहीं से लीक की गई फ़ाइल
गणादेश ब्यूरो
रांचीः झारखंड में सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। इस सियासी पारे की तपिश इस कदर बढ़ गई है कि नए -नए समीकरण सामने आने लगे हैं। किसकी कुर्सी जाएगी, किसी विधायकी बचेगी! सिर्फ इसी की चर्चा लोगों की जुबां पर है। सियासी पारे की तपिश को बढ़ाने में झारखंड कैडर के एक ब्यूरोक्रेटेस का भी हाथ माना जा रहा है। सरकारी महकमे से लेकर राजनीति के गलियारों में इसकी चर्चा हो रही है।
जिस ब्यूरोक्रेट्स की बात सामने आ रही है। उन्होंने पिछली सरकार में भी क्रीम पोस्ट का आनंद लिया । इस सरकार में भी क्रीम पोस्ट पर हैं। उनके पास जिस विभाग की जिम्मेवारी है, वह विभाग भी सीएम के अधीन ही है। इतना ही नहीं पिछली बीजेपी की सरकार से भी उनके तालुकात बेहतर थे।
इस आईएएस को कई बार सीएम के पूर्व ओएसडी के घर पर भी देखा गया। आज भी पूर्व ओएसडी पर्दे के पीछे से सक्रिय हैं।
इस आईएएस ने इस सरकार में भी राज्य में निवेश को लेकर कई योजनाएं सरकार को बताईं।दिल्ली में इन्वेस्टर से वन टू वन बात भी की। पिछली सरकार में भी निवेश को लेकर बड़े बड़े समिट उनकी देख-रेख में हुए थे। बहरहाल इस एपिसोड में ब्यूरोक्रेटेस की भी नजरें टिकी हुई हैं। बस कह सकते हैं कि मुझे तो अपनों ने लूटा… गैरों में कहां दम था… देखना होगा कि जो गोपनीय पेपर लीक हुआ वह कहां तक असरदार साबित हो सकता है।
बताते चलें कि इस प्रकरण के केंद्र बिंदु में पूर्व सीएम रघुवर दास हैं। बहरहाल अब सबकी नजरें राजभवन पर टिकी हुई हैं। निर्वाचन आयोग के मंतव्य का इंतजार है।

