भाजपा के भेजे राज्यपालों ने झारखंड-छत्तीसगढ़ में 27% आरक्षण लटकाया : तेजस्वी
पटना : बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि सामाजिक न्याय के सरोकार की धुरी की राजनीति ही धार्मिक उन्माद और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की भाजपाई राजनीति को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। ऑल इंडिया फेडरेशन फॉर सोशल जस्टिस के प्रथम राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह बात कही।
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा आरंभ से ही आरक्षण और पिछड़ा विरोधी रही है। उसके चाल, चरित्र, नीति और नीयत सामाजिक न्याय के खिलाफ है। आज भी विपक्ष शासित राज्यों में ओबीसी का 27 प्रतिशत आरक्षण सही से लागू नहीं हो पाया है। झारखंड में हेमंत सोरेन व छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार ने 27 प्रतिशत आरक्षण के लिए विधानसभा में कानून को पारित किया पर वहां भाजपा द्वारा भेजे गए राज्यपालों ने इसे अटका कर रखा हुआ है।
तमाम समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट होकर पिछले दरवाजे से पिछड़ों की भलाई के लिए पारित कानूनों को अटकाने के विरुद्ध आंदोलन करना होगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय के संघर्ष में हमें कई मंजिलें हासिल हुईं, लेकिन अभी कई महत्वपूर्ण मुकाम बाकी हैं। इसी को ध्यान में रख बिहार में उनकी सरकार ने जातियों का सामाजिक व आर्थिक सर्वेक्षण आरंभ किया है। उनकी अपील है कि कांग्रेस व अन्य विपक्ष शासित राज्य ऐसा करेंगे तो बेहतर समन्वय होगा। पूरे देश मे संदेश जाएगा।

