गणादेश खासः टॉप लेवल के 14 आइएएस और 04 इंजीनियरों ने संभाली बिजली व्यवस्था की

कमान, फिर भी गहराता गया अंधेरा
एक मेगावाट भी उत्पादन नहीं बढ़ा, राज्य में जारी है लोड शेडिंग
बिजली खरीद में नौ हजार करोड़ का कर्जा
24 घंटे बिजली देना दावा धरा का धरा ही है

रांचीः राज्य गठन के बाद से झारखंड की बिजली व्यवस्था की कमान टॉप लेवल के 14 आईएएस व चार इंजीनियर संभाल चुके हैं लेकिन अब तक 24 घंटे बिजली देने का संकल्प पूरा नहीं हो पाया. झारखंड में एक मेगावाट बिजली का उत्पादन में वृद्धि पिछले 22 साल में नहीं हो पाई। 24 घंटे बिजली देने का दावा धरा का धरा ही रह गया। लगभग नौ हजार करोड़ रुपए बिजली खरीद का कर्जा भी है।
आइएएस का रहा दबदबा
बिजली बोर्ड में अब तक आईएएस अफसरों का ही दबदबा रहा है. सीएमडी (अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक) बनने का मौका सिर्फ चार इंजीनियरों को ही मिल पाया है. जिसमें एचबी लाल, राजीव रंजन, एसएन वर्मा और बीएम वर्मा का नाम शामिल हैं. वहीं अब तक 14 आईएएस बिजली बोर्ड के सीएमडी रहे हैं. एमडी पद पर भी कई आईएएस ही रहे।
किसी भी आईएएस ने पूरा नहीं किया कार्यकाल
अब तक बिजली बोर्ड में जितने भी आईएएस अध्यक्ष रहे, उनमें से किसी ने भी तीन साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया. पूर्व मुख्य सचिव शिव बसंत दो बार बिजली बोर्ड के अध्यक्ष रहे. पहले अध्यक्ष के रूप में इनका कार्यकाल सिर्फ दो माह का ही रहा. इसके अलावा बीके चौहान, पीपी शर्मा, टी नंदकुमार, डॉ शिवेंदू, एके चुग, एनएन पांडेय, आरके श्रीवास्तव, एसकेजी रहाटे, डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ,सुधीर त्रिपाठी, डीके तिवारी को सीएमडी का प्रभार सौंपा गया. वर्तमान में अपर मुख्य सचिव रैंक के अफसर एल खिंयांग्यते सीएमडी हैं.
झारखंड में 2500 मेगावाट बिजली की कमी–
झारखंड में 2500 मेगावाट बिजली की कमी है. जबकि राज्य के पांचों लाइसेंसी लगभग 3255 मेगावाट ही बिजली की आपूर्ति करते है. डीवीसी 946, जुस्को 43, टाटा स्टील 435, सेल बोकारो 21 और बिजली वितरण निगम 1200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करते हैं. इसके अलावा अन्य स्त्रोतों से भी बिजली ली जाती है.
कौन-कब रहें बिजली बोर्ड के अध्यक्ष
राजीव रंजन- 16-03-2001 से 22-05-2003(इंजीनियर, पीएफसी)
बीके चौहान- 25-05-2003 से 16-10-2004(आईएएस)
एचबी लाल- 18-10-2004 से 28-07-2005(इंजीनियर)
पीपी शर्मा- 28-07-2005 से 18-01-2006(आईएएस)
टी नंदकुमार- 32-01-2006 से 05-07-2006(आईएएस)
डॉ शिवेंदू- 15-07-2006 से 04-01-2007( आईएएस)
बीएन पांडेय- 05-01-2007 से 31-12-2007(एनटीपीसी)
बीएम वर्मा- 31-12-2007 से 17-09-2008( उत्तराखंड, इंजीनियर)
डॉ एचबी लाल-18-09-2008 से 14-05-2009(इंजीनियर)
एके चुग- 15-05-2009 से 13-02-2010(आईएएस)
एनएन पांडेय- 13-02-2010 से 28-06-2010(आईएएस)
शिव बसंत-28-06-2010 से 30-08-2010(आईएएस)
एचबी लाल-30-08-2010 से 04-09-2010( इंजीनियर)
शिव बसंत- 04-09-2010 से 28-05-2011(आईएएस)
एसएन वर्मा- 01-06- 2011 से 12-01-2015(इंजीनियर, उत्तराखंड)
एसकेजी रहाटे(आईएएस)
आरके श्रीवास्तव(आईएएस)
डॉ नितिन मदन कुलकर्णी(आईएएस)
सुधीर त्रिपाठी(आईएएस)
डीके तिवारी(आइएएस)
वंदना दादेल(आइएएस)
एल खिंयांग्यते(आइएएस)
अविनाश कुमार(आइएएस)

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