पीवीयूएनएल पतरातु परियोजना में अग्निशमन सेवा दिवस का आयोजन
पतरातू :पीवीयूएनएल पतरातु में अग्निशमन शाखा केऔसुब ने अग्निशमन सेवा दिवस मनाया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि महाप्रबंधक एसके पांडा उपस्थित थे। उप कमांडेंट अग्नि वीरेंद्र कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि एसके पांडे तथा वरिष्ठ कमांडेंट शिवदत्त कुमार एवं पधारे हुए अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान बॉम्बे डॉकयार्ड में भीषण अग्नि दुर्घटना के दौरान एवं प्रत्येक वर्ष के दौरान अग्नि दुर्घटनाओं में शहीद हुए अग्निशमन कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई, एवं उद्योगों में आंख से संबंधित सावधानियों के दिशा-निर्देश हेतु बैनर का विमोचन किया गया। उप कमांडेंट ने कहा कि अग्निशमन सत्ता का उद्देश्य संयंत्र में कर्मचारियों आम नागरिकों स्कूली बच्चों व अन्य को अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने भूतपूर्व में घटित हुए विभिन्न प्रकार की अग्नि दुर्घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि अग्निशमन कर्मचारियों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम अग्नि सुरक्षा संबंधित सावधानियों एवं दिशा निर्देशों को अपने व्यवहारिक जीवन में आत्मसात कर सके एवं ऐसे उपाय करें कि या तो ऐसी दुर्घटना ना हो या इनकी संख्या में कमी आए। उन्होंने आगे कहा कि लोगों में अग्नि दुर्घटनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अग्निशमन सप्ताह के दौरान डीएवी स्कूल के स्टाफ एवं बच्चों, पीवीयूएनएल हॉस्पिटल, पतरातू पुलिस स्टेशन, लेडीज क्लब, सर्विस बिल्डिंग, प्रशासनिक भवन के अधिकारियों कर्मचारियों एवं कामगारों, सीआईएसएफ सिक्योरिटी विंग के सदस्यों एवं सीआईएसएफ के महिला गृहणियों के लिए फर्स्ट एड फायर फाइटिंग प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिसमें उनको संयंत्र सुरक्षा एवं गृह सुरक्षा के बारे में तथा उनमें आग लगने के कारण वह उनको अपने स्तर पर बुझाने के बारे में जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाप्रबंधक एसके पांडा पीवीयूएनएल पतरातु ने अपने संबोधन में केऔसुब अग्निशमन शाखा के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा अग्निशमन शाखा के प्रति विश्वास जताया। अग्निशमन शाखा परियोजना की अग्नि सुरक्षा के साथ-साथ प्रशासन के आग्रह पर संयंत्र के बाहर की अग्निशमन सुरक्षा के प्रति भी अपना उत्तरदायित्व भली-भांति निभा रही है। उन्होंने कहा कि आवश्यक है कि दुर्घटनाओं की संख्या को कम किया जाए और इसके लिए हमें केऔसुब के अग्निशमन शाखा द्वारा इस वर्ष के स्लोगन “अग्नि सुरक्षा सीखे उत्पादकता बढ़ाएं” पर बल देना चाहिए।