परिवार के रीढ़ होते हैं पिता:सकलदीप भगत

खूंटी: मुरहू प्रखंड मुख्यालय स्थित श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी फादर्स डे धूमधाम से केक काटकर मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने पेंटिंग, कविता, निबंध एवं ग्रीटिंग्स के माध्यम से ईश्वर की अनमोल कृतियों में एक “पिता “के महत्व को बताया। संस्थान के निदेशक सकलदीप भगत ने छात्र-छात्राओं को अपने संबोधन में पिता के तौर पर अपने निजी अनुभव से पिता के त्याग और उनके तकलीफों से अवगत कराया। उन्होंने कहा उनके संघर्ष, निर्धारितता और प्यार ने हमें जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ाया है। वे हमें न सिर्फ शिक्षा, नैतिक मूल्यों और संस्कृति की महत्ता समझाते हैं, बल्कि हमें अपने सपनों की पूर्ति के लिए प्रेरित भी करते हैं। पिता परिवार की रीढ़ होते हैं पिताजी कभी अपनी कोई तकलीफ नहीं बताते बल्कि वे परिवार के लोगों की हर जरूरत और तकलीफ का पूरा ध्यान रखते हैं। पिता प्रत्येक बच्चे के लिए धरती पर ईश्वर का साक्षात रूप होते हैं। वे रात दिन अपने बच्चों के लिए ही मेहनत करते हैं और उन्हें वे हर सुविधा देना चाहते है जो उन्हें भी कभी नहीं मिली। कई बार छोटी सी तनख्वाह में भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए पिता कर्ज में भी डूब जाते हैं लेकिन बच्चों के सामने कभी कोई परेशानी जाहिर नहीं करते। शायद इसीलिए पिता, दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने छात्र छात्राओं से कहा अपने माता-पिता का सम्मान एवं उनका ख्याल रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है इसका निर्वहन निष्ठा पूर्वक करें। कार्यक्रम में लकी ,गोल्डेन ,अंकिता ,संतोष एवं शिबन ने बेहतर ग्रीटिंग बनाकर पिता का महत्व बताया।

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