डीएम, एसएसपी व नगर आयुक्त ने वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों का निरीक्षण किया
अनूप कुमार सिंह
पटना। मंगलवार को जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा व नगर आयुक्त, अनिमेष कुमार पराशर द्वारा वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ महापर्व की तैयारियों व व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए घाटों का पैदल निरीक्षण किया गया। अधिकारियों द्वारा दरभंगा हाउस (कालीघाट) से गायघाट तक सभी छोटे-बड़े घाटों का एक-एक कर निरीक्षण किया गया। घाटों पर संबंधित सेक्टर पदाधिकारी, सेक्टर पुलिस पदाधिकारी एवं टीम के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।गौरतलब हो
कि सुबह 6.45 बजे दरभंगा हाउस (कालीघाट) से प्रारंभ कर गायघाट तक लगभग नौ किलोमीटर तीन घंटा तक करीब 36 छोटे एवं बड़े घाटों का अधिकारियों ने एक-एक कर पैदल भ्रमण किया।जहां गंगा का जल-स्तर, घाटों की भौगोलिक स्थिति, घाट निर्माण, एप्रोच रोड, साफ-सफाई, सुरक्षा-व्यवस्था, भीड़-प्रबंधन, यातायात प्रबंधन सहित सभी बिन्दुओं पर तैयारियों एवं योजनाओं का जायजा लिया गया।वहीं आवश्यक निर्देश दिया गया।राजधानी के काली घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट, गोलकपुर बालूघाट/बरहरवा घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, बीएन राय घाट, गुलबी घाट, बालू घाट, घघा घाट, रौशन घाट, देवराहा बाबा घाट, चौधरी टोला घाट, पथरी घाट, कदम घाट, कोयला घाट, घसियारी घाट, नरकट घाट, लौहरबा घाट, हनुमान घाट, गोसाई घाट, राजा घाट, जुडिशियल एकेडमी घाट, गायघाट सहित सभी घाटों पर पैदल चलकर अधिकारियों ने घाटों की वर्तमान स्थिति व प्रबंधन का अवलोकन किया।वहीं संरचनाओं को देखा एवं आवश्यक निर्देश दिया। अधिकारियों द्वारा छठ पूजा समितियों के सदस्यों से भी विमर्श किया गया।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि अभी तक के निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 1 मीटर जल-स्तर अधिक रहेगा। इस वर्ष भी अनेक अच्छे घाट निकले हैं। सभी घाटों पर छठव्रतियों के लिए अच्छी सुविधा रहेगी।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जिलाधिकारी डॉ. सिंह के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा नदी में पानी का स्तर अधिक है। जल-स्तर तेजी से घट रहा है। इस वर्ष 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य के दिन जल-स्तर गाँधी घाट पर लगभग 44 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष संध्या अर्घ्य के दिन दिनांक 19 नवम्बर, 2023 को गाँधी घाट पर यह 43.43 मीटर था। वर्ष 2022 में छठ महापर्व के दिन गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट पर 46.5 मीटर था। गंगा नदी का जलस्तर आज दिनांक 29 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 46.28 मीटर एवं गाँधी घाट पर 45.24 मीटर था। जिलाधिकारी ने कहा कि औसतन 8-9 सेंटीमीटर प्रतिदिन जलस्तर कम हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अभी की तुलना में छठ के समय तक लगभग 70 सेंटीमीटर जलस्तर कम होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। पक्के घाटों पर से मिट्टी तथा गाद पूरी तरह हटाने का निर्देश दिया गया है। पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी के किनारे से 10 फीट की दूरी तक 5 फीट से ज्यादा गहरा पानी नहीं होना चाहिए। अन्य मानकों का भी अनुपालन करते हुए खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निर्देश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24×7 क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को विशेष अभिरूचि लेते हुए सारी व्यवस्था ठीक करने का निर्देश दिया। नाली को स्लैब से ढंके। गड्ढों की भराई व आवश्यकतानुसार पेड़ों की छंटाई करें। घाट की सीढ़ियों पर जमी मिट्टी को तेजी से हटाएं, घाटों की रेलिंग को सुदृढ़ रखें। जिलाधिकारी द्वारा घाटों पर बने शौचालयों में पानी आने की स्थिति की जांच की गई। कहीं-कहीं पानी की आपूर्ति बाधित थी। डीएम डॉ. सिंह द्वारा निर्देश दिया गया कि शौचालय के नल में पानी अवश्य आना चाहिए। चेंजिंग रूम भी अच्छी तरह क्रियाशील रहना चाहिए। जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को रानी घाट, घघा घाट एवं अन्य घाटों को निर्धारित मानकों के अनुरूप समतल करने, सीढ़ियों पर से मिट्टी हटाने तथा सिल्ट हटाने का निदेश दिया। उन्होंने संवेदकों एवं एजेंसियों के द्वारा कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने घाटों पर आने के रास्ते को अतिक्रमणमुक्त कराने का निदेश दिया। जिलाधिकारी द्वारा घाटों पर अवस्थित हाई-मास्ट लाईट एवं स्ट्रीट लाईट को क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24×7 क्रियाशील रखने का निर्देश दिया गया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारियों के 21 दल द्वारा 109 घाटों पर लगातार कैम्प कर सभी व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है। एप्रोच पथ के निर्माण एवं घाटों पर आवश्यक व्यवस्था तथा प्रबंधन में प्रगति लायी जा रही है। उन्होंने कहा कि घाटों पर साफ-सफाई की अच्छी स्थिति रहेगी। एप्रोच पथ को सुगम एवं अवरोध मुक्त रखा जाएगा। घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था अच्छी रहेगी। खतरनाक घाटों पर आम जनता का आना प्रतिबंधित रहेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात-प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। घाटों पर सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाएगी। सभी घाटों पर वाच टाँवर एवं नियत्रंण कक्ष की स्थापना की जा रही है। मजिस्ट्रेट एवं फोर्स का डेपुटेशन रहेगा। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के साथ-साथ रिवर पेट्रोलिंग भी क्रियाशील रहेगा। मेडिकल टीम भी तैनात रहेगा।
जिलाधिकारी ने घाटों तक आने वाले रास्ते को सुचारू एवं सुगम करने का निदेश दिया। गड्ढों एवं नालों को ढ़कने, कीचड़ हटाने, सहित सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने सेक्टर पदाधिकारियों को कार्यकारी एजेसियों से योजनाबद्ध एवं समयबद्ध ढंग से कार्य कराने का निदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों को पूजा समितियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित करने को कहा।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि वे सायं काल को भी छठ घाटों का निरीक्षण करेंगे एवं प्रकाश की व्यवस्था सहित अन्य तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए डेडिकेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान रहेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद है। फूलप्रूफ (त्रुटिहीन) व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
इस अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/भवन निर्माण/बुडको, नगर कार्यपालक पदाधिकारी तथा अन्य भी उपस्थित थे।