8 महीने से एकलव्य विद्यालय का निर्माण होने के बाद शिलान्यास करने का क्या औचित्य: दिलीप मिश्रा

खूंटी: पॉलिटिकल नेता सह झाविमो के पूर्व जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने तोरपा और मुरहू प्रखण्ड क्षेत्र में बीते शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भवन का शिलान्यास करने पर सवाल खड़ा किया है।
उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मंत्री सह सांसद अर्जुन मुंडा ने खूंटी जिला के मुरहू एवं तोरपा प्रखंड के गम्हरिया एवं सारितकेल गांव में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की आधारशिला रखी। जिसकी अनुमानित लागत 38 एवं 40 करोड़ के लगभग है। सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था होगी। पिछले 8 महीने पहले से एकलव्य विद्यालय का निर्माण कार्य हो रहा है।अभी फर्स्ट फ्लोर तक निर्माण हो चुका है। फिर कल उस विद्यालय का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री जनजाति विभाग भारत सरकार द्वारा शिलान्यास किया जाना समझ से परे है। एक-दो महीने अगर निर्माण कार्य नियमित रूप से होने पर तो उद्घाटन होता फिर शिलान्यास करना समझ से परे है। इसका कोई औचित्य ही नहीं बनता है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवक जो बैंक से कर्ज लेकर ट्रैक्टर भाड़ा में चलवा कर जीविका एवं बच्चों का पढ़ाई लिखाई करवा रहे हैं, वैसे लोगों को अवैध माइनिंग के नाम से जिला खनन पदाधिकारी के द्वारा गाड़ी सीज कर प्रताड़ित करने का कार्य कर रही है। लेकिन एकलव्य विद्यालय के निर्माण में अवैध रूप से बालू का उठाव करके एनजीटी रूल का अवहेलना कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह नजर माइनिंग अफसर को नहीं दिख रहा है। अवैध बालू का उठाव करके निर्माण कार्य हो रहा है जिसकी जांच होनी चाहिए।
बालू उठाव नहीं होने के कारण कितने रेजा,कूदी, मिस्त्री, ट्रैक्टर वाला, हाईवे वाला सभी बेरोजगार हो गए हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
एनजीटी के नियम के विरुद्ध 8 महीना से बालू का उठाव कर निर्माण कार्य हो रहा है एवं मीनिंग को पता नहीं है यह सोचने वाली बात है निर्माण कार्य में मजदूरों को उचित पारिश्रमिक भी नहीं दिया जा रहा है जो जांच का विषय है। जनता जानना चाहती है कि 8 महीने से निर्माण होने के बाद शिलान्यास करने का क्या औचित्य है।

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