डीसी ने आरोग्य रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
खूँटी जिला अंतर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के कुपोषित बच्चों के पोषण स्थिति में सुधार एवं मरीजों का निशुल्क ईलाज एवं दवा वितरण के उद्देश्य से “आरोग्य रथ’ परियोजना का शुभारंभ किया गया। उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने समाहरणालय परिसर से आरोग्य रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
इसका क्रियान्वयन राजकुमारी फाउंडेशन के सहयोग से किया जा रहा है।
एक चालित वाहन से दो या दो से अधिक जगहों पर पोषण शिविर संचालित होगा। इस चालित वाहन से 30 मिनट के अंतराल पर भोजन एवं अन्य सामाग्री दो या दो अधिक शिविर स्थान पर पहुँचाई जा सकेगी।
यह वाहन भंडार कक्ष का भी कार्य करेगी जिसमे पोषण शिविर की समग्रियों का सुरक्षित भंडारण किया जाएगा ।
यह वाहन शिविर कर्मियों को सुदूर ग्रामीण क्षेत्र तक ले जाने में सहयोग करेगी। केंद्रीय कृत निगरानी वाहन में लगे क्लाउड बेस्ड कैमरे द्वारा शिविर के प्रत्येक गतिविधियों की निगरानी रखी जाएगी।
उम्र के सापेक्ष में कम वजन वाले अति कुपोषित बच्चे एवं उनके अभिभावक अधिकतम 40 कुपोषित बच्चे प्रत्येक शिविर में लाभान्वित होंगे।
कुपोषित बच्चों को उम्र के हिसाब से उपयुक्त पौष्टिक भोजन दिन में तीन बार दिया जाएगा यह भोजन विशेषज्ञ की देखरेख में बनाया जाएगा।
मौके पर उपायुक्त ने बताया कि इस माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करते हुए पोषण से संबंधित जानकारियां उपलब्ध करायी जाएगी। कुपोषण के मामलों को ठीक करने के लिए एक उचित माध्यम के रूप में गांव-गांव तक पहुंचकर सेवा दी जाएगी।
आज आरोग्य रथ सोसोकुटि एवं तेलंगाडीह पहुंची। इस दौरान बिरहोर परिवारों का सुगम रूप से स्वास्थ्य जांच किया गया। साथ ही बच्चों की जांच कर कुपोषण के मामलों को चिन्हित किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों के परामर्श एवं आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई गई। कुपोषित बच्चों को उचित रूप से आहार एवं पोषण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
उक्त वैन खूंटी प्रखण्ड के प्रत्येक पंचायत में कुपोषण के मामलों को चिन्हित कर आवश्यक सेवाएं प्रदान करेगी। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा निःशुल्क टेलीमेडिसिन परामर्श प्रदान किया जाएगा। परामर्श के अनुसार मुफ्त दवाइयां और निःशुल्क नैदानिक परीक्षण प्रदान किए जायेंगे।