उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र अड़की में सीएम स्कूल ऑफ एक्सलेंस में बच्चों की पढ़ाई मात्र एक शिक्षक के भरोसे

खूंटी: झारखंड में स्कूली शिक्षा का स्तर बेहतर करने के लिए शहर लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर शिक्षा विभाग ने 80उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत की है। इन विद्यालयों का नाम सीएम स्कूल ऑफ एक्सलेंस रखा गया है। इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की जायेगी। वहीं खूंटी जिले में भी उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत हुई है। उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र अड़की प्रखंड मुख्यालय में भी सरकार के द्वारा अंग्रेजी मॉडल स्कूल खोला गया है। स्कूल भवन काफी अच्छा बनाया गया है।लेकिन इसमें शिक्षकों की भारी कमी है। मात्र एक शिक्षक के भरोसे पर पूरे स्कूल में पढ़ाई व्यवस्था चल रही है। स्कूल में करीब 59 विद्यार्थी है। 6 से 10 तक क्लास के बच्चे अंग्रेजी माध्यम से अध्ययन करते हैं।
पॉलिटिकल नेता दिलीप मिश्रा ने शिक्षा विभाग से इस स्कूल में शिक्षक और बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम के बने मॉडल स्कूल खुलने से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच काफी उत्साहित थे। पर एकमात्र शिक्षक के रहने से क्लास 6 से 10 तक के बच्चों को कैसे पढ़ाया जाएगा। अंग्रेजी मॉडल स्कूल जो प्लस टू की पढ़ाई तक की मान्यता है पर एकमात्र शिक्षक रहने के कारण अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन नहीं कर रहे हैं। सिर्फ बड़ी इमारत अंग्रेजी स्कूल मॉडल स्कूल का शोभा बढ़ा रहा है। भवन दो मंजिला है, पीने के लिए पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है और ना ही बिजली की। बच्चों के पेयजल के लिए बाहर जाना पड़ता है। स्कूल में बुनियादी सुविधा होने से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र अड़की जैसे सुदूर प्रखंड के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने का अवसर प्राप्त हो सकेगा एवं अभिभावकों को भी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की जरूरत महसूस नहीं होगी। स्कूल में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।

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