रांची से रेल सुविधा में विस्तार को लेकर चैंबर ने की महाप्रबंधक के साथ बैठक

रांची। दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री अर्चना जोशी के रांची प्रवास के दौरान रांची रेलवे स्टेशन पर आज आयोजित बैठक में फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने हिस्सा लेकर अपने कई सुझाव से अवगत कराया। पोस्ट कोविड के बाद से रांची रेल मंडल की बंद पड़ी विभिन्न यात्री ट्रेनों का परिचालन सामान्य करने की बात कही गई। चैम्बर द्वारा कोरबा रेल लाइन पर भी वार्ता की गई और कहा गया कि क्षेत्र के विकास के लिए गुमला होते हुए छत्तीसगढ़ बॉर्डर तक रेल लाइन बनाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को विचारार्थ भेजा जाए। इसी प्रकार गुमला में बंद पड़े रेलवे आरक्षण काउंटर को शुरू करने तथा वर्तमान में परिचालित (30 मार्च 2022 तक के लिए) द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन संख्या 08185/08186 हटिया-दुर्ग-हटिया का परिचालन स्थाई करने की भी मांग की गई।

चैम्बर द्वारा कुछ नई ट्रेनों के परिचालन पर भी मांग की गई। जिस अंतर्गत रांची से इंदौर, रांची से भोपाल, रांची से जोधपुर-बीकानेर (वाया जयपुर) एक सीधी ट्रेन, रांची से नई दिल्ली वाया राउरकेला – बिलासपुर-कटनी-झाँसी) नई ट्रेन सम्मिलत है। चैम्बर के डीआरयूसीसी सदस्य नवजोत अलंग ने कहा कि वर्तमान में रांची से चेन्नई, केरल, तमिलनाडु आवागमन हेतु एकमात्र ट्रेन धनबाद-एलेप्पी का परिचालन हो रहा है। किंतु इस ट्रेन में राजधानी रांची के यात्रियों को तीन माह पूर्व तक आरक्षण नहीं मिल पाता। यात्रियों की सुविधा हेतु रांची से दक्षिण भारत के लिए एक अतिरिक्त ट्रेन का परिचालन आरम्भ किया जाय। चैम्बर द्वारा कुछ प्रमुख ट्रेनों को विस्तारित करने का सुझाव भी दिया गया जिस अंतर्गत हटिया यशवंतपुर एक्सप्रेस का परिचालन प्रतिदिन, रांची – वाराणसी एक्सप्रेस को लखनऊ तक विस्तारित करने, रांची – नई दिल्ली राजधानी का परिचालन वाया बरकाकाना किये जाने, धनबाद-लुधियाना-धनबाद गंगा सतलज का विस्तार रांची तक, वर्तमान में सप्ताह में 1दिन परिचालित ट्रेन संख्या 15661 रांची कामाख्या एक्सप्रेस का परिचालन सप्ताह में 3 दिन करना सम्मिलित है। चैम्बर ने रांची / हटिया से रायगढ़ गुजरनेवाली सभी ट्रेनों का ठहराव रायगढ़ स्टेशन पर 2 मिनट करने की बात भी कही।

चैम्बर द्वारा यह भी सुझाया गया कि रांची-हावड़ा इंटरसिटी को पूर्व की भांति सप्ताह में 3 दिन बोकारो, धनबाद, आसनसोल, रानीगंज, दुर्गापुर परिचालित किया जाय। चैम्बर अध्यक्ष धीरज तनेजा ने नगड़ी रेलवे स्टेशन को स्मार्ट स्टेशन के रूप में विकसित करने की बात प्रमुखता से रखी और कहा कि नगड़ी रेलवे स्टेशन की 2 किमी की परिधि में झारखण्ड सचिवालय, उच्च न्यायालय, जेएससीए स्टेडियम, झारखण्ड विधानसभा के अलावा भारत सरकार के 20 कार्यालय भी अवस्थित हैं। चूंकि आनेवाले समय में रांची स्मार्ट सिटी की दिशा में अग्रसर है इसलिए राजधानीवासियों के लिए इस स्मार्ट स्टेशन की उपयोगिता बनी रहेगी।

चैम्बर के जेडआरयूसीसी प्रतिनिधि आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि हटिया रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में अवस्थित वेटिंग रूम काफी छोटी है जो पर्याप्त नहीं है। उन्होंने आग्रह किया कि हटिया स्टेशन पर एक बड़े वातानुकूलित रेस्ट रूम/ वेटिंग रूम की उपलब्धता पर विचार किया जाय। उन्होंने यह भी सुझाया कि चांडिल रेलवे क्रासिंग संख्या KS7 और KS 8 के बीच जिस अंडरपास का निर्माण होना है इसकी चौडाई 7 मीटर ही रखी जाय क्यूंकि चांडिल स्टेशन के पास एक रेलवे साइडिंग भी है जिससे गाड़ी का आवागमन वर्तमान में पितकी फाटक के पास से होकर होता है जहाँ से बड़ी गाड़ियों को निकलने और यू टर्न लेने में काफी कठिनाई होती है। इस कारण यहां जाम भी लग जाता है। यदि अंडरपास 7 मीटर का होगा तो सभी गाड़ियां इस अंडरपास से पार हो सकेंगी जिससे आवागमन सुगम रहेगा।

दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री अर्चना जोशी ने फेडरेशन के सभी सुझाओं पर उचित विचार के लिए आश्वस्त किया।

मौके पर रांची डीआरएम प्रदीप गुप्ता, चैम्बर अध्यक्ष धीरज तनेजा, महासचिव राहुल मारू, डीआरयूसीसी सदस्य नवजोत अलंग, जेडआरयूसीसी सदस्य आदित्य मल्होत्रा एवं कार्यकारिणी सदस्य अनीश बुधिया उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *