खूंटी में 23 से 29 मार्च तक प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन,डीसी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी

खूंटी: जिले में संचालित विकास कार्यों के संबंध में आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से बुधवार को उपायुक्त शशिरंजन ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी है। 23 मार्च से शुरू हो रहे प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला के संबंध में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि विभागीय निर्देशानुसार जिले के सभी प्रखंडों में आगामी 23 मार्च से 29 मार्च तक प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत मुरहू प्रखंड से की जा रही है। स्वास्थ्य मेला सह विकास मेला के माध्यम से ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा। इसमें लगभग 50 डॉक्टरों की विशेष टीम स्थानीय स्तर पर आमजनों को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराएगी।
■ दिनांक 23.03.2023 – मुरहू प्रखंड के एल. एन हाई स्कूल, मुरहू
■ दिनांक 25.03.2023 – खूंटी प्रखंड के मारंगहादा के SPG विद्यालय
■ दिनांक 26.03.2023 – लापागाडी, कर्रा
■ दिनांक 27.03.2023 – गुटूहातु, तोरपा
■ दिनांक 28.03.2023 – अड़की प्रखंड के अड़की प्रखंड परिसर
■ दिनांक 29.03.2023 – रनिया प्रखंड के खटखुरा
लगभग 50 डॉक्टरों की विशेष टीमों का गठन , कैंप में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम करेगी सुगम रूप से इलाज। मुफ्त दवाइयों व आवश्यकता के अनुसार चश्मों का किया जाएगा वितरण किया जाएगा। साथ ही व्यापक स्तर पर सिकल सेल अनीमिया स्क्रिनिग व रेफरल की सुविधा उपलब्ध होगी। सिकल सेल अनीमिया स्क्रिनिंग के विशेष शिविर लगाए जायेंगे। साथ ही जिला आपूर्ति विभाग के शिविर लगाकर चावल वितरण, धोती साड़ी योजना का लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त टेस्टिंग के लिए विशिष्ट लैब टेस्टिंग की रहेगी व्यवस्था। दाल भात योजना के तहत भोजन की व्यवस्था। ट्राइबल आर्ट का लगाया जाएगा विशेष शिविर। स्वास्थ्य मेला सह विकास मेला के तर्ज पर समाज कल्याण, आयुष्मान भारत और संबंधित विभाग द्वारा स्टॉल लगाए जायेंगे। साथ ही पशुपालन विभाग के स्टॉल लगाए जाएंगे। मोबाइल केयर वाहन (डेंटल, आई, ENT व डर्मा) की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
जिले के प्रत्येक प्रखण्ड में “प्रखण्ड स्वास्थ्य मेला” के सफल आयोजन हेतु विभाग से निदेश दिए गए हैं। इसे लेकर वरीय पदाधिकारियों व प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिए कि अपने संबंधित क्षेत्र में व्यापक प्रचार – प्रसार करेंगे। साथ ही ग्राम स्तर पर बैठक कर ग्रामीणों को पूर्ण जानकारी देंगे।

प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला में डिजिटल स्वास्थ्य आईडी का निर्माण, गैर संचारी रोगों की जाँच (जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप,मौखिक स्वास्थ्य जाँच)

■ आयुष्मान भारत कार्ड जारी करना, जागरूकता पैदा करना और स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना।

■ सभी प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं की जाँच |

■ बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान करना, दूरभाष परामर्श और रेफरल आदि के द्वारा।

आयोजन समिति में लगभग 100 पैरामेडिक्स स्टाफ कार्य करेंगे।

■ प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला में निम्नलिखित सेवाएँ प्रदान की जानी हैं –

सामान्य चिकित्सा
मातृ स्वास्थ्य
बाल स्वास्थ्य
टीकाकरण
परिवार नियोजन परामर्श
आई०ई०सी-परिवार कल्याण
मोतियाबिंद जाँच
ईएनटी (आँख, कान, गला)
हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर और ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समि फॉर्म भरने, एनसीडी की स्क्रीनिग |
टेलीकंसल्टेशन
दंत चिकित्सा जाँच
त्वचा की जाँच
पोषण के लिए परामर्श
टी0बी0 नियंत्रण
मलेरिया
अंधापन की रोकथाम (आँखों की जाँच)
धूम्रपान और तंबाकू के सेवन के बुरे प्रभाव
कैंसर नियंत्रण जागरूकता
व्यक्तिगत / नियमित स्वच्छता

प्रत्येक प्रखण्ड स्तरीय स्वास्थ्य मेले में निम्नलिखित स्टॉल / काउंटर स्थापित किए जाऐंगे

■ पंजीकरण काउंटर

■ NHM के कार्यक्रमों की जानकारी के साथ ही PC-PNDT सिकल सेल, थैलेसिमिया, मानसिक स्वास्थ्य, UDID, सुरक्षा योजना खाद्य मिलावट की जानकारी दी जाएगी।

■ परिवार नियोजन

■ सिकल सेल अनीमिया स्क्रीनिंग शिविर

■ स्टॉल T.B. and Leprosy/Malariya कार्यक्रम के लिए लगाए जाएंगे।

■ Blindness/ENT कार्यक्रम के लिए लगाए जाएगें।

■ स्टॉल NCD के लिए लगाए जाएंगे। स्टॉल Ayush कार्यक्रम के लिए लगाए जाएंगे।

■ 2 स्टॉल दवा वितरण के लिए लगाए जाएंगे।

■ 1 स्टॉल Ayushman Bharat / Health Card/ UDID कार्यक्रम के लिए लगाए जाएंगे।

कैंप में मोबाइल वैन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी, जिसमें मुख्य रूप से नाक, कान, गला एवं दांतों से संबंधित समस्या, त्वचा संबंधी रोग और आंखों की बीमारी के समुचित इलाज की व्यवस्था होगी। आंख से संबंधित समस्या होने पर आवश्यकता अनुसार निःशुल्क चश्मा प्रदान किया जायेगा।
उक्त स्वास्थ्य शिविर में शिशु रोग, महिला रोग, दांत रोग, कैंसर रोग, हड्डी रोग, चर्म रोग, पेट रोग, न्यूरो रोग, नेत्र रोग, यूरो रोग, रक्त रोग आदि रोगों के चिकित्सक मौजूद रहेंगे। शिविर में सामान्य रोगों की भी जांच कर निःशुल्क दवाईयां दी जाएंगी।

इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 50 बेडेड प्री फेब्रीकेटेड क्रिटिकल केयर अस्पताल का कार्य मार्च तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के प्रयास हर स्तर पर किए गए हैं।

■ प्रेस वार्ता के दौरान उपायुक्त ने बताया कि 500 प्लस सीटर लाइब्रेरी सह ऑडिटोरियम बनाने की योजना है। इसके लिए उचित कार्य योजना के आधार पर कार्य लिए जायेंगे।

■ उपायुक्त द्वारा बताया गया कि पेयजल के समस्या को देखते हुए ग्रामीण एवं पेयजल संकट प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त पानी के टैंकरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसे लेकर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व पेयजल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्णय लिए गए हैं।

■ मौके पर उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक पंचायत में मिनी लाइब्रेरी बनाए जा रहे हैं। इसका संचालन तेजस्विनी की किशोरियों द्वारा किया जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर बच्चों को पढ़ने का स्थान व आवश्यक शिक्षण सामग्री सुगम रूप से उपलब्ध रहेगी। साथ ही बुक बैंक के माध्यम से सभी किताबों की आवश्यकता पूर्ण हो सकेगी। उन्होंने कहा कि ई लाइब्रेरी व कंप्यूटर कोर्सेज के माध्यम से बच्चों को नई तकनीकी शिक्षा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

■ आगे उपायुक्त द्वारा बताया गया कि शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर प्रयास किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्तर पर 5 विद्यालय को चयनित कर शिक्षकों के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे अभियान का रूप देते हुए प्रत्येक प्रखण्ड में विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षा के लिए शिक्षकों की टीम रहेगी। इसे लेकर संसाधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जाएगी।

■ उपायुक्त ने बताया कि ब्लड कैलेंडर के माध्यम से जिले में व्यापक रक्तदान अभियान चलाने का उद्देश्य है। इसमें प्रत्येक स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

■ उन्होंने बताया कि जिले में एग्रीकल्चर कैलेंडर बनाया जा रहा है।
इस कैलेन्डर में उन्नत कृषि गतिविधियों को जोड़ते हुए पूरे वर्ष प्रत्येक माह की जाने वाली कृषि गतिविधियों को सम्मिलित किया जा रहा है। इससे किसानों को सही फसल, उचित कृषि गतिविधियों एवं उन्नत व तकनीकी कृषि प्रयासों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में चार प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना की जाएगी, जिससे उत्पादन और विपणन प्रक्रिया को बेहतर किया जा सके। साथ ही पलाश ब्रेडिंग कर सखी मण्डल की दीदियों को भी इसका सीधा लाभ मिल सकेगा।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि विकास कार्यों को गति मिले एवं सुदूर क्षेत्रों में भी विकासशील प्रयासों से सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया जा सके।

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