बीजेपी एमएलसी प्रमोद कुमार ने मुख्यमंत्री के नाम लिखा खुला पत्र

गणा देश ब्यूरो
पटना: बीजेपी के विधानपार्षद प्रमोद कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला पत्र लिखकर कई आरोप लगाया है।
इन्होंने लिखा कि आपने 4 विधानसभा चुनावों मे राजग के बहुमत के बावजूद 8 बार दलबदल कर मुख्यमंत्री की शपथ लेने का रिकॉर्ड बनाया। अपने हाथ से अपनी पीठ थपथपा रहे लेकिन आपके कई गलत फैसलों से बिहार एवं बिहारवासियों को काफी हानि पहुंची है,जिसका ताजा उदाहरण नगर निकाय चुनाव है।

ये कहते हैं कि कुछ दिनों पहले पटना उच्च न्यायालय द्वारा नगर निकाय चुनाव रद्द कर दिये गए।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार प्रत्येक नगरपालिका के लिए एक आयोग का गठन करना अनिवार्य है। आयोग तय करता है कि अमुक वार्ड में जो पिछड़े वर्ग में जो राजनीतिक रूप से पिछड़े हैं उन्हें आरक्षण दिया जाए लेकिन सुप्रीम कोर्ट के मापदंड को दरकिनार कर चुनाव कराने का निर्णय लिया। इसी का परिणाम है कि पटना उच्च न्यायालय ने बिहार के नगर निकाय चुनाव को रद्द कर दिया।
क्या यह सही है कि बिना किसी ठोस कार्ययोजना, प्लानिंग के आपने चुनाव की घोषणा कर दी जबकि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के मापदंड पर चुनाव करवाया।
नगर निकाय चुनाव रद्द होने से सामाजिक कार्यकर्ताओं को धन की हानि हुई है। क्या इसके लिए आप जिम्मेवार नहीं है? सरकार में हो रहे घटनाक्रमों से साफतौर पर आपकी मानसिकता जाहिर होती है कि आपका व्यवहार अतिपिछड़ा एवं दलित विरोधी है एवं समाज को तोड़ने वाला है।

आपने दलित और महादलित बनाकर आरक्षण को वर्गीकृत करने का काम किया। कई पिछड़ी जातियों को अतिपिछड़ा में शामिल किया, लेकिन उनकी हिस्सेदारी की बात नहीं की। क्या इसे आरक्षण की समीक्षा नहीं कहेंगे?
आप अपने आपको कर्पूरी ठाकुर जी का शिष्य बताते हैं लेकिन पिछड़ों के प्रति उनकी दृष्टि और सोच का अनुपालन नहीं करते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अतिपिछड़ों को सरकारी निविदा में 25 लाख रुपये तक का आरक्षण देने का काम किया था लेकिन जब आपकी सरकार आयी तब आपने उस आरक्षण को समाप्त कर दिया। क्या आपने अतिपिछड़ों की हकमारी नहीं की?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *