19 लाख रोजगार सृजन की तरफ बढ़ रहा बिहार : भाजपा
गणादेश ब्यूरो
पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि विभिन्न सरकारी विभागों में सरकारी पदों पर नियुक्ति कर एवं बिहार में विभिन्न जिलों में उद्योग स्थापना के माध्यम से 19 लाख रोजगार सृजन की तरफ अग्रसर है बिहार।
राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों की बड़े पैमाने पर बहाली हो रही है। 10 हजार स्वास्थ्य क्षेत्र के तकनीशियन की नियुक्ति होगी, 6,388 विशेषज्ञ और सामान्य चिकित्सक की भी बहाली होगी, 3,270 आयुष चिकित्सक, 4,671 जीएनएम और 9,233 एएनएम साथ ही अलग-अलग पदों पर नियुक्तियों की प्रकिया शुरू है।
बिहार में 1539 फार्मासिस्ट की होगी नियुक्ति , बिहार में 8067 कार्यपालक सहायकों की होगी नियुक्ति, पंचायती राज विभाग ने प्रस्ताओ तैयार किया है, हर ग्राम पंचायत में दो- दो कार्यपालक सहायक तैनात होंगे, एक हजार से अधिक कचहरी सचिवों का नियोजन जल्द होगा, 28 मई तक राज्य में नियुक्त हो जाएंगे 3523 शारीरिक शिक्षा अनुदेशक। जिला व प्रमंडल स्तर पर नियोजन मेले लगा कर बिहार में एक लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। दरभंगा के रामनगर आईटीआई में रोजगार मेले में 667 लोगों को रोजगार मिला।
पार्टी प्रवक्ता अरविन्द ने कहा है कि औद्योगिक हब बनने की ओर बिहार ने एक और छलाँग लगाई है। औद्योगिक विकास के लिए बिहार टेक्सटाइल और लेदर पॉलिसी 2022 को कैबिनेट से मंजूरी मिली है। वस्त्र एवं चर्म उद्योग में बढ़ेगा निवेश, रोजगारपरक नीति से स्थानीय स्तर पर लाखों-लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
दूसरी ओर ग्लोबल मार्केट तक पहुंचे बेतिया के चनपटिया स्टार्टअप के कपड़े, जो मलेशिया, दुबई, ओमान, इंडोनेशिया, यूएस व कनाडा तक जाएंगे। कोरोना काल में शुरू हुआ चनपटिया मॉडल ने स्वरोजगार की दिशा बदलकर बदलकर उम्दा उदाहरण देश में पेश किया है।
बिहार के बरौनी पेप्सी प्लांट के बाद अब पूर्णिया में इथनाल फैक्ट्री खुली, औद्योगिक रूप से राजद के शासनकाल में पिछड़े बिहार में अब तेजी से उद्योग लगने शुरू हो चुके हैं। हाल ही में पेप्सी कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कंपनी का प्लांट बिहार की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले शहर बरौनी में शुरू हुआ।
इसके अलावा इथेनॉल फैक्ट्री पूर्णिया में लग चुकी है, आरा के गड़हनी मे भी इथेनॉल का उत्पादन हो रहा है। पूर्णिया का ऍथेनॉल प्लांट, 2025 तक देश में पेट्रोलियम पदार्थ की खपत का 20 प्रतिशत इथेनॉल उत्पादन का रखा है लक्ष्य। इससे पेट्रोल पर सरकार का भी कम बोझ पड़ेगा और जल्द ही पूरे बिहार में ऐसे प्लांट का जाल बिछेगा।
साथ ही बिहार के पशुपालकों और युवाओं के लिए एनडीए सरकार खोल रही नव द्वार। 150 प्रखंडों में 600 सुधा बुध खोले जा रहे हैं। इससे दुग्ध उत्पादन , पशुपालन और रोजगार में होगी अप्रत्याशित वृद्धि। वही दरभंगा में मखाना का बड़ा कलस्टर बनेगा। इसके लिए उद्योग विभाग दो करोड़ रुपये आवंटित करेगा। इसके अलावा दरभंगा में मिथिला हाट बनेगा। बिहार में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए जिलों में बेहतर कनेक्टिविटी के साथ सड़कों एवं एयरपोर्ट का जाल बिछाया जा रहा है।
डबल इंजन की एनडीए सरकार बिहार में 19 लाख रोजगार सृजन के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कटिबद्ध है।