करो या मरो की तर्ज पर 15 जून भारत बंद और 30 जून विश्व सरना धर्म कोड जनसभा कलकत्ता चलो को सफल बनाना है

गोला:शनिवार को आदिवासी सेंगेल अभियान की एक बैठक गोला प्रखंड के उड़ूमसाड़म में की गई। जिसकी अध्यक्षता सेंगेल टावर धनेश्वर मुर्मू ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू ने कहा कि आज आदिवासी अस्तित्व को बचाने के लिए आदिवासियों को आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व को साथ देना जरूरी है। उन्होंने आदिवासी समाज हित में अनेकों जीत हासिल किया है, आगे भी जीतेंगे। आगामी 15 जून को उन्हीं के नेतृत्व में निम्न मुद्दों को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया है।

  1. वर्ष 2023 में हरहाल में प्रकृति पूजक आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड लेना होगा।जो झारखंड की हेमन्त सोरेन सरकार ने 11 नवंबर 2020 को सरना धर्म कोड की जगह लटकाने भटकाने के लिए सरना आदिवासी धर्म कोड अनुशंसा किया है तथा बिना राज्यपाल के सहमति हास्ताक्षर के दिल्ली भेजा है। वर्ष 2011 की जनगणना में लगभग 50 लाख आदिवासी अन्य अन्य के काॅलम में सरना धर्म दर्ज कराया है,जो जैन धर्म वालों (44 लाख) से ज्यादा है।
  2. राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सबसे बड़ी आदिवासी भाषा संताली को झारखंड में अभी तक प्रथम राजभाषा का दर्जा नहीं दिया गया है। जबकि द्रोपदी मुर्मू महामहिम राष्ट्रपति भारत, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री झारखंड, विरोधी दल नेता बाबुलाल मरांडी तीनों संताल आदिवासी हैं।
  3. गिरीडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ आदिवासियों का ईश्वर है मरांग बुरू है, उसको झारखंड की हेमन्त सोरेन सरकार ने 5 जनवरी 2023 को लिखित रूप से जैनों को बेचा है, उसकी पुनर्वापसी जरुरी है।
  4. कुर्मी/ महतो आदिवासी का दर्जा पाने के लिए आन्दोलन कर रहे हैं। झारखण्ड से जेएमएम पार्टी के हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 8 फरवरी 2018 को सहमति हास्ताक्षर किया गया है। इसी प्रकार बंगाल से टीएमसी तथा उड़ीसा से बीजेडी ने समर्थन किया है।जो ग़लत है असली आदिवासीयों (संताल मुण्डा उरांव खड़िया पहाड़िया आदि) के लिए फांसी का फंदा है। उसे रोकना जरूरी है।
  5. आदिवासी स्वशासन व्यवस्था में परंपरा के नाम पर नियुक्त किए गए अनपढ़ पियक्कड़ संविधान कानून से अनभिज्ञ ग्राम प्रधान (मांझी बाबा) के जगह सुधार कर जनतंत्र संविधान कानून और मानवाधिकार को लागू करना जरूरी है।
    इन्हीं मुद्दों को लेकर संताल हूल दिवस, क्रांति दिवस के अवसर पर आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व में 30 जून विश्व सरना धर्म कोड जनसभा ब्रिगेड परेड मैदान कलकत्ता आयोजित है। जहां बिहार,बंगाल,असम,उड़ीसा, झारखंड,त्रिपुरा,अरुणाचल प्रदेश सहित नेपाल,भूटान,बांग्लादेश आदि देशों से लाखों आदिवासी जुटेंगे। तथा आदिवासियों के समाजिक, धार्मिक, और राजनीतिक गुलामी से आजादी का विगुल फुंका जाएगा। बैठक को सेंगेल रामगढ़ जिला अध्यक्ष भुनेश्वर हेम्ब्रम, महिला मोर्चा अध्यक्ष उलेश्वारी हेम्ब्रम, बबीता हेम्ब्रम ने भी संबोधित किया।अकला हांसदा को नावाडीह पंचायत का सेंगेल अध्यक्ष बनाया गया। बैठक में सोनी हांसदा, शांति हांसदा,राथु हांसदा, ठाकुर दास मुर्मू, मालती हांसदा,लखीमुनी हांसदा,फुलमुनी हांसदा, बिन्दु मुर्मू, वचन मुर्मू सहित सैंकड़ों महिला पुरुष उपस्थित थे।

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