संवैधानिक हक और अधिकार को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की पहल कर रही भाजपा सरकार:बाबूलाल मरांडी

रांची :भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराया।इसके पूर्व श्री मरांडी ने कार्यालय में स्थापित पार्टी के प्रेरणा पुरुष और महान बलिदानी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ,प्रदेश मंत्री गणेश मिश्र,,कार्यालय मंत्री हेमंत दास,वरिष्ठ नेता सूर्यमणि सिंह,ऊषा पांडेय,मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, प्रदीप सिन्हा,राहुल अवस्थी, अशोक बड़ाइक,सीमा शर्मा,वरुण साहू,लक्ष्मीचंद्र दीक्षित,प्रेम मित्तल,राजश्री जयंती,चंद्रप्रकाश,संदीप वर्मा,रमेश सिंह,पंकज सिन्हा,नीरज सिंह,सांवरमल अग्रवाल,ब्रजेश गुप्ता,अनील सिंह,संजय चौधरी,चंदन गुप्ता,सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

श्री मरांडी ने इस अवसर पर प्रदेश की जनता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं को 76 वें गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी

श्री मरांडी ने कहा भारत  लोकतंत्र की जननी है। आज भारत के लिखित संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूर्ण हो गए । आम आदमी तक देश का तंत्र न बहुत पहले पहुंच जाना चाहिए था लेकिन 60 वर्षों तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने ऐसा नहीं होने दिया।

कहा कि भाजपा सरकार ने गांव,गरीब, किसान, दलित आदिवासी पिछड़े वर्गों केलिए योजनाएं चलाई। जनधन खाते से करोड़ों गरीब बैंक के दरवाजे तक पहुंचे, गरीब कल्याण अन्न योजना आज गरीबों को भोजन उपलब्ध करा रहा,आवास योजना से पक्के छत बन रहे,शौचालय निर्माण से मां बहनों की इज्जत की चिंता की है, उज्जवला गैस योजना से जीवन आसान हुआ ,आयुष्मान भारत योजना ने इलाज को सुनिश्चित किया।

कहा कि आज आदिवासी,दलित,पिछड़ों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा।

कहा कि आज सबका साथ सबका विकास केलिए नरेंद्र मोदी सरकार समर्पित है।

श्री मरांडी ने कहा कि इस देश ने वह समय भी देखा जब संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अंबेडकर भारत रत्न केलिए वर्षों तक सरकार को  याद नहीं आए लेकिन आज पद्म पुरस्कार सुदूर गांव देहात,जंगल में रहने वाले प्रतिभाओं तक पहुंच रहे। एक गांव की सामान्य परिवार से आनेवाली आदिवासी महिला देश की सर्वोच्च संवैधानिक प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा कि बढ़ता भारत , बदलता भारत संविधान की मूल भावनाओं को महसूस कर रहा।

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