साइबर सुरक्षा से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

खूंटी: डोल्डा में बाल कल्याण संघ का खूंटी, मुरहू  जिला बाल संरक्षण इकाई खूंटी के प्रयास से बाल कल्याण संघ और साइबरपीस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में मुरहू प्रखंड के डोल्डा में साइबर सुरक्षा से बचाव के लिए एक बृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया और साइबर अपराध से बचने के उपायों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।  बाल कल्याण संघ के संस्थापक संजय मिश्र ने बताया कि इंटरनेट से हमें कई सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन इसके साथ कुछ खतरे भी जुड़े हैं; उन्होंने जोर देकर कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी निजी जानकारी और फोटो को सुरक्षित रखना, अजनबी लोगों से बातचीत में सावधानी बरतना और संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करना जरूरी है।  ऑनलाइन लेन-देन में भरोसेमंद ऐप्स जैसे BHIM, Paytm, Google Pay का उपयोग करने, ओटीपी और बैंक पिन जैसी जानकारी को किसी से साझा न करने और अगर कोई संदिग्ध संदेश या कॉल करे तो तुरंत सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही, बच्चों को यह सिखाने की भी जरूरत बताई गई कि ऑनलाइन गेम खेलते या चैट करते समय अपनी निजी जानकारी साझा न करें और किसी भी साइबर बुलिंग या ऑनलाइन समस्या की स्थिति में तुरंत माता-पिता से संपर्क करें।  साइबरपीस फाउंडेशन के संस्थापक विनीत कुमार ने डिजिटल सुरक्षा और सरकारी नीतियों पर महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ा है। भारत में हर साल लाखों लोग ऑनलाइन ठगी, डेटा चोरी और साइबर बुलिंग जैसी घटनाओं का शिकार होते हैं। विनीत कुमार ने कहा कि तकनीकी समाधान और सरकारी नीतियां मिलकर ही साइबर सुरक्षा को मजबूत बना सकती हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने “राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति 2020” और “डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल” जैसे कदम उठाए हैं, ताकि डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि सोशल मीडिया का उपयोग करते समय अपनी प्रोफाइल को निजी रखना, अजनबियों से बातचीत में सतर्क रहना और ऑनलाइन पेमेंट के लिए भरोसेमंद ऐप्स का ही उपयोग करना चाहिए। साथ ही, महिलाओं और बच्चों को विशेष रूप से ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी है। विनीत कुमार ने यह भी बताया कि तकनीकी नवाचारों के साथ-साथ सामुदायिक भागीदारी भी जरूरी है, ताकि साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी बने। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि एक मजबूत और सुरक्षित डिजिटल समाज तभी संभव है जब हर व्यक्ति जागरूक और सतर्क रहेगा। उनके प्रेरणादायक संबोधन ने लोगों में डिजिटल सुरक्षा को लेकर नया जोश भरा और सभी ने साइबर अपराध से बचने के लिए जरूरी सुझावों को ध्यान से सुना।अपने संबोधन में सुश्री शुभी चतुर्वेदी ने कहा कि आजकल ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेष रूप से ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों के नाम पर कई फ्रॉड योजनाएं के नाम पर साइबर अपराधी ग्रामीणों को सस्ते दामों पर ट्रैक्टर देने का लालच देकर ठगी कर रहे हैं। इन योजनाओं में ऑनलाइन भुगतान या एडवांस राशि की मांग की जाती है और भुगतान के बाद न तो ट्रैक्टर मिलता है और न ही पैसे वापस आते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में कुछ गांवों में किसानों से लाखों रुपये की ठगी की गई, जिसमें फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया गया था।इनमोबी ग्रुप की ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुश्री शुभी चतुर्वेदी ने डिजिटल सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को पूरी जानकारी देते हुए
ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट पर भरोसा न करें और हमेशा सरकारी योजनाओं की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम सरकारी केंद्र से जानकारी लें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पेमेंट करते समय सावधानी बरतें और अगर किसी योजना या ऑफर पर संदेह हो तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी नई-नई तकनीकों का उपयोग करके भोले-भाले ग्रामीणों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया और ग्रामीणों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के टिप्स भी दिए गए। सुश्री चतुर्वेदी ने कहा कि साइबर सुरक्षा केवल शहरी क्षेत्रों की समस्या नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसे लेकर जागरूकता जरूरी है। उन्होंने बताया कि बाल कल्याण संघ साईबर पिस फाउंडेशन और इनमोबी ग्रुप ग्रामीण समुदायों में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है और इस दिशा में साइबरपीस फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहा है। कार्यक्रम में बाल कल्याण संघ के ओम प्रकाश तिवारी अंजनेय रॉय संगीता देवी सहित कई पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल हुए।।

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