राजनीतिक रूप भले सीता सोरेन भाजपा में है,परिवारिक रूप से सोरेन परिवार की सदस्य: सुप्रियो भट्टाचार्य
रांची: जामा विधायक सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। वहीं पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि वह पहले से ही मन बनाकर भारतीय जनता पार्टी में जाने के लिए तैयार थी। ऐसे में किसी को रोकना संभव नहीं हो पता।उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में लोगों को डराने धमकाने की परंपरा चल रही हो, उस पार्टी के द्वारा दूसरे पार्टी के लोगों को लाया जाता है। उन्होंने कहा कि हर कोई हेमंत सोरेन नहीं हो सकता, हेमंत सोरेन संघर्ष कर रहे हैं।हेमंत सोरेन की तरह हर कोई संघर्ष नहीं कर सकता। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी पर यह आरोप लगाया कि सीता सोरेन को डरा धमका कर पार्टी में ज्वाइन कराया गया है।
वहीं, पत्रकारों ने जब यह सवाल किया कि क्या कहीं सीता सोरेन को मंत्री पद नहीं मिला शायद इसीलिए वह नाराज हो गईं हैं। इस पर झामुमों के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने जवाब देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल का गठन काफी सोच विचार कर किया जाता है। इसमें कई तरह के तालमेल को देखे जाते हैं। अगर उन्हें इस बात की नाराजगी होती तो वह पार्टी में अपनी बात रख सकती थी।
झामुमो प्रवक्ता ने भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि दुनिया का कोई भी बेईमान व्यक्ति अगर भाजपा का दामन थाम ले तो वह चंद मिनटों में ईमानदार बन जाता है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीता सोरेन के जाने से पार्टी का जनाधार नहीं घटेगा. उन्होंने सीता सोरेन के दिवांगत पति दुर्गा सोरेन को याद करते हुए कहा कि दुर्गा सोरेन पार्टी के प्रति ईमानदार थे, लेकिन आज उनके परिवार ने जो किया है, इससे कहीं ना कहीं उनकी आत्मा को भी ठेस पहुंची होगी.
सीता सोरेन के बीजेपी में जाने के बाद जेएमएम के बागी विधायक लॉबिन हेंब्रम के नाराजगी की सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई शख्स या कार्यकर्ता अपनी पीड़ा ना बताते हुए सीधा निर्णय लेते हैं तो वैसे कार्यकर्ताओं को नहीं रोका जा सकता। सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि सीता सोरेन भले ही भाजपा में राजनीतिक रूप से गई हैं, लेकिन पारिवारिक रूप से वह सोरेन परिवार की सदस्य हैं।