भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार में सियासत तेज, मुंह खोला तो लालू परिवार की बढ़ेंगी मुश्किलें
पटनाः राजद के पूर्व विधायक भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का परिवार सकते में आ गया है। सत्ता के गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि अगर भोला यादव ने मुंह खोला तो लालू परिवार की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। रेल भर्ती घोटाला मामले में पूर्व विधायक भोला यादव से पूछताछ कर रही है। बिहार में भी भोला यादव के पटना व दरभंगा के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जानकारी के अनुसार दरभंगा के छपकाही स्थित घर पर छापेमारी के दौरान सीबीआइ को एक डायरी मिली है, जिसमें घोटाले के संबंध में जानकारियां दर्ज बताई जा रही हैं। इस कारण चर्चा तेज हो गई है कि सीबीआइ की पूछताछ में अगर भोला यादव ने मुंह खोला तो उससे लालू परिवार मुश्किल में पड़ सकता है। बताते चलें कि लालू प्रसाद साल 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। इस दौरान रेलवे में नौकरियां देने का बड़ा घोटाला हुआ था। आरोप है कि भोला यादव ने ही लालू प्रसाद यादव का ओएसडी रहते हुए यह मैनेज किया और इसका पूरा हिसाब-किताब भी रखा। आरोप है कि बाद में ये जमीनें लालू परिवार के नाम पर स्थानांतरित कराने की जिम्मेदारी भी भोला यादव की ही रही। भोला यादव की लालू यादव की निकटता के कारण उन्हें लालू का हनुमान भी कहा जाता है।सीबीआइ इस रेल भर्ती घोटाले की एफआइआर दर्ज कर जांच कर रही है। इसमें लालू प्रसाद यादव के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दोनों बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में पहली गिरफ्तारी भोला यादव की हुई है। इसके साथ ही नौकरी के बदले जमीन देने के एक आरोपित हृदयानंद चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हृदयानंद ने लालू की बेटी हेमा यादव के नाम पर जमीन स्थानांतरित किया था। सीबीआइ भोला यादव व हृदयानंद चौधरी से लगातार दूसरे दिन पूछताछ कर रही है।पूछताछ के लिए लंबा वक्त है। ऐसे में अगर उन्होंने मुंह खोला तो घोटाले की आंच लालू यादव के साथ-साथ राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव तक पहुंच सकती है। भोला यादव के पास से मिली डायरी भी लालू परिवार के लिए चिंता का विषय है।