भाजपा के विधायक या तो अपना नेता चुन ले नहीं तो सामूहिक इस्तीफा दे: सुप्रियो भट्टाचार्य
विधानसभा सदन में पहली बार बगैर नेता प्रतिपक्ष के पेश होगा बजट
रांची: झारखंड विधानसभा सदन में तीन मार्च को राज्य सरकार अपना बजट पेश करेगी। इस बीच अबतक भाजपा ने अपना नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है। इस मुद्दे पर झामुमो ने भाजपा पर तंज कसा है। प्रदेश झामुमो कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा भारतीय जनता पार्टी सदन में अबतक नेता का चुनाव नहीं कर पाई है। भाजपा लोकतंत्र को तार तार करने से पीछे नहीं रहती है। बीजेपी यादि अपना नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाती है तो उसके सभी विधायकों को सामूहिक इस्तीफा दे देना चाहिए। नहीं तो कम से कम भाड़े पर अपना नेता का चुनाव कर लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतंत्र से कोई मतलब ही नहीं है। कई संवैधानिक पद का चुनाव नेता प्रतिपक्ष की उपस्थिति अनिवार्य होता है। कार्य मंत्रणा समिति में भी विपक्ष नहीं रहता है। यह अजीव विडंबना है। लोकतंत्र को धीरे धीरे समाप्त करने की साजिश है।
पहली बार सदन में बगैर नेता प्रतिपक्ष के बजट पेश होगा। बजट पेश होने के बाद भाजपा के कुछ नेताओं को मिर्ची लगेगी।
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन का यह बजट थी डी होगा। आम जनता के लिए होगा,समाज के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए यह बजट बनाया गया है। यह बजट समृद्धि और खुशहाली का होगा। रोजगार,शिक्षा,सामाजिक सुरक्षा,पर्यटन,मूलभूत बुनियादी सुविधाएं सहित तमाम चीजें इसमें समहित होगी।
उन्होंने कहा कि पहली बार सदन में बजट के समय सदन में विपक्ष के उपस्थिति के बावजूद विपक्ष का नेता नहीं होगा।

