मुरहू में करोड़ों की लागत से बने बहूद्देशयीय भवन की गुणवत्ता पर उप प्रमुख अरुण साबू ने सवाल उठाया

खूंटी : मुरहू प्रखण्ड क्षेत्र से एक करोड़ की लागत से तैयार जिला परिषद द्वारा निर्मित जी प्लस टू बहूद्देशयीय भवन का बुधवार को टेंडर हुआ।  

वहीं संवेदक ने बताया कि बिल्डिंग निर्माण में गुणवत्ता की जांच उपप्रमुख अरुण कुमार साबू ने किया है। वहीं उपप्रमुख अरुण साबू ने कहा कि बिल्डिंग बनने का उद्देश्य गांव की जनता के लिए सस्ते दर पर हॉल उपलब्ध कराना। गांव के बच्चों के लिए लाइब्रेरी की स्थापना और एक तल्ला में जीम की स्थापना करना था।

लेकिन इसपर कोई पहल नहीं की गई। संवेदक ने कहा कि हमने बिल्डिंग किराए पर लिया है। इसका  उपयोग हम अपने अनुसार करेंगे ना कि कोई हाल हम किराए पर या लाइब्रेरी,जीम हम उपलब्ध कराएंगे।

जिला परिषद के द्वारा इस पर विचार कर नियुक्त संवेदक को इसका उपयोग बातए, ताकि जनहित में जनता को इसका लाभ मिल सके।

साथ ही उप प्रमुख ने इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठाया है। बिल्डिंग बनते समय से लेकर अभी तक कई खामियां गिनाई गई। लेकिन ना ही अभियंता ने इसपर ध्यान दिया और ना ही ठेकेदार ने काम सही  से किया। जमीन का सोइलिंग अभी बाकी है।  इसमें टुकडा ईंट लगाई जा रही है। साथ ही मिट्टी में कोई रोलर नहीं चलाया गया। जमीन दब जायेगी तो बनाया गया फर्स नुकसान हो जयगा।

छत से पानी का निकास ऐसे ही खुला छोड़ दिया गया है। बाहर के छड़ को अव्यहावरिक तरीके से छोड़ा गया है । आम के पेड़ को छटनी नहीं किया गया। इसके साथ ही पेयजल का प्रबंध नहीं है।  ऐसे में जिला परिषद के अभियंता कैसे हैंडओवर ले लिया और यदि हैंड ओवर नहीं लिया है तो टेंडर कैसे कराया गया।

निश्चित है कि ठेकेदार को मैनेज करने कब लिए विभाग उनके कार्य में मिट्टी डाल रहा है । इस सम्बंध में जिला उप विकास आयुक्त , अंचलाधिकारी मुरहु,बीडीओ, मुरहु अभियंता ने सयूक्त रूप से जाँच भी किया और सम्बन्धित अभियंता से कार्यवाई करने हेतु स्थल से आदेश भी दिया। लेकिन आज तक कोई भी जाँच नहीं हुई।

उपप्रमुख अरुण साबू ने कहा कि जब तक अभियंता कार्य पूरी नही कर देते हैं, जबतक भवन का कार्य  सम्पूर्ण नहीं हो जाता, जाँच के बाद ही हैंडओवर लिया जाय। उसके बाद टेंडर कराने की मांग की है।

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