गौरव ने पूर्ववर्ती छात्रों के साथ मिलकर रचा इतिहास
अनूप सिंह
पटना।जब इच्छा शक्ति मजबूत हो तो दुनियां में कुछ भी असंभव नहीं है! कोरोना के एक झटके ने कितना बदल दिया है गौरव को ! गौरतलब हो कि
गौरव राय मूलत सिवान ज़िला अंतर्गत भगवानपुर हाट ब्लॉक के सुघड़ी के रहने वाले हैं।वर्तमान में पटना में रहते हैं। गौरव राय एक कंपनी में सीनियर जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।सर गणेश दत्त की जयंती के उपलक्ष्य में उनके द्वारा बनाये गए विद्यालय में उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस सम्बंध में सर गणेश दत्त पाटलिपुत्र उच्च माधमिक विद्यालय के प्रबंधन समिति के सदस्य व इस विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र गौरव राय से बातचीत हुई।उन्होंने बताया कि गणेश दत्त की प्रतिमा लगवाने का ख्याल कैसे आया? विदित हो कि
मैं इस विद्यालय का छात्र रह चुका हूँ। अपने समय का ये काफ़ी प्रसिद्ध विद्यालयों हुआ करता था। हर वर्ग के बच्चे इस विद्यालय में पढ़ने आते थे। नामांकन काफ़ी कठिन हुआ करता था। 6 नवंबर को मैं जब नई प्राचार्या उषा जी से मिलने गया। तो उनका कहना था कि गौरव जी आप प्रबंधन समिति में हैं।आप इस विद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय सर गणेश दत्त जी की बड़ी प्रतिमा लगवाने की कोशिश कीजिए। मैंने उसी दिन एक ग्रुप बना कर ये बात रखी।वहीं बहुत सारे लोगों का मत था की प्रतिमा विद्यालय में होनी चाहिए। इस तरह शुरुआत हुई विद्यालय के पीटी शिक्षक राजीव रंजन की मेहनत से मूर्तिकार का चयन फिर अन्य बाते होते होते 13 जनवरी 2025 मूर्ति का अनावरण सबने बखूबी देखा। गौरव राय ने बताया इस प्रतिमा का अनावरण पूर्ववर्ती छात्र व वर्तमान में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नीरज जी के द्वारा एक भव्य कार्यक्रम किया गया। इस आयोजन में विद्यालय की प्राचार्या उषा जी व समस्त शिक्षक व विद्यालय के तमाम कर्मचारी, बच्चे , बच्चियाँ सहित पूर्व शिक्षक व पूर्ववर्ती छात्रो की भागीदारी रही। एमएलसी व जेडीयू के प्रवक्ता नीरज जी ने गौरव राय की माँग पर अपने निधि से विद्यालय में आधुनिक ऑडिटोरियम निर्माण में मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि वे इस विद्यालय की पुरानी परम्परा व स्वरूप के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। गौरव राय ने बताया कि इस विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र आज हर जगह हैं। विद्यालय का नाम आते ही अपने स्तर से मदद को इक्छुक हो जाते हैं।। गौरव राय ने 165 को प्रणाम करते हुए इस अच्छे कार्य में योगदान के लिए आभार प्रकट किया।
गौरव राय ने स्वर्गीय सर गणेश दत्त की स्मृति को साझा करते हुए बताया कि इनके जैसा बनाना कठिन है। आज की पीढ़ी को इनसे बहुत कुछ सीखना चाहिए।