झारखंड की खनिज संपदा लूटने के लिए बेचैन है भाजपा : मंत्री मिथिलेश
गढ़वा। मेराल के बंका रोड मोड़ पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का कार्यकर्ता मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रखंड के सभी पंचायतों से विभिन्न पार्टियों को छोड़कर 2000 से अधिक लोगों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थाम लिया। मौके पर गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद व युवा कार्य विभाग मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सभी को माला व पार्टी का पट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया।
मौके पर मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि भाजपा झारखंड की खनिज संपदा लूटने के लिए बेचैन है। पांच साल सत्ता से बाहर रहना भाजपा को पच नहीं रहा है। यही कारण है कि केंद्र सरकार इडी, सीबीआई का दुरुपयोग कर झारखंड की सत्ता पर काबिज होना चाहती है। झारखंड वासियों के लिए बेहतर कार्य कर रहे, गरीबों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं को हक, अधिकार प्रदान कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केंद्र सरकार ने बेवजह जेल भेज दिया। मंत्री ने कहा कि गरीबों की सेवा करने के लिए वे टूट सकते हैं लेकिन झुक नहीं सकते। हर हाल में झारखंड की बेहतरी और गढ़वा का विकास एवं जनता को हक अधिकार दिलाने का काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने राज्य के किसानों का दो लाख रूपये कर्ज माफ कर दिया। गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ करते हुए 200 यूनिट बिजली फ्री कर दिया। साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 2500 रूपये कर दिया। जनहित में किये जा रहे बेहतर कार्यां से भाजपा की नींद उड़ गई है। भाजपा गरीबों का अधिकार लूटकर खुद हड़पना चाहती है। झारखंड की जल, जंगल, जमीन, खनिज संपदा पर भाजपा की गिद्ध दृष्टि जमी हुई है। इसलिए सभी नियम कानून को ताक पर रख कर झारखंड की सत्ता प्राप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि गढ़वा की जनता ने किसी को 10 साल, किसी को 17 साल मौका दी। सभी ने गढ़वा को खोखला बना दिया है। गढ़वा के माथे पर पूर्व से लगे पिछड़ेपन के कलंक को मैने अपने कार्यकाल में मात्र तीन वर्षां के अंदर धो डाला। गढ़वा अब विकसित जिलों की श्रेणी में खड़ा हो गया है। जनता इस बार पुनः मौका दे तो वे गढ़वा को विकसित जिलों की श्रेणी में सबसे अग्रणी बना देंगे। मंत्री श्री ठाकुर ने सभी से चुनाव चिन्ह तीर धनुष छाप पर वोट देकर भारी बहुमत से जीत दिलाने की अपील की। मौके पर मुख्य रूप से संजय भगत, अतहर अली, मो. अली उर्फ लाला, विरेंद्र साव, महेंद्र प्रसाद, रामसागर मेहता, इलहाक अंसारी, रेयाज अंसारी, सफदर अंसारी, मानदेव बैठा, रमेश बैठा, अजीज अंसारी, सुरेंद्र गोस्वामी, अभिषेक मेहता, विवेक सिंह, नरसिंह पासवान, शंभु साव, गोलू प्रसाद, सत्यम मल्होत्रा, आशिक अंसारी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।