भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने पटना में निर्माणाधीन नए समाहरणालय भवन का किया निरीक्षण
पटना।मंगलवार को भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि द्वारा पटना के निर्माणाधीन नए समाहरणालय भवन का निरीक्षण किया गया। उन्होंने निर्माण कार्य में भौतिक प्रगति की समीक्षा की।वहीं अद्यतन स्थिति का जायजा लिया।उक्त अवसर पर पटना के जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, भवन निर्माण विभाग के अपर सचिव समेत विभागीय पदाधिकारी व जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
सचिव ने फ्लोरवाईज व ब्लॉकवाइज टाईमलाईन के अनुसार प्रगति, प्रवेश-निकास कन्ट्रोल, आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा, अन्य सुरक्षात्मक एवं आपातकालीन व्यवस्था, अग्नि सुरक्षा, पीएएस एवं इंटरकॉम की व्यवस्था, शौचालय, वेंटिलेशन, प्रकाश, कॉमन एरिया सहित सभी बिन्दुओं पर एक-एक कर समीक्षा की।वहीं पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में भौतिक प्रगति काफी अच्छी है। काम तेज़ी से हो रहा है। समाहरणालय की सामान्य आवश्यकता के साथ-साथ हर एक कार्यालय की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया । उन्होंने आम जनता व आगंतुकों की सहायता के लिए हरएक फ्लोर पर साईनेज लगाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि उन्नत सेक्युरिटी प्रोटोकॉल पर आधारित अत्याधुनिक तकनीकों से समाहरणालय भवन का कंट्रोल एवं कमांड रहेगा। नए भवन में आम जनता के लिए उत्कृष्ट सुविधा रहेगी। बैठने के लिए पर्याप्त जगह के साथ-साथ शौचालय व पेयजल की बेहतरीन व्यवस्था रहेगी। यहाँ दिन-रात काम चल रहा है।ताकि जिलेवासियों को यह अतिशीघ्र प्राप्त हो जाए।
नए समाहरणालय भवन निर्माण के कार्य में प्रगति का नियमित अनुश्रवण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। अभियंतागण, पदाधिकारीगण तथा एजेंसी के कर्मी दिन-रात लगे हुए हैं। निर्धारित समय सीमा के अंदर इसे पूर्ण कर लिया जाएगा। फर्निशिंग, फिटिंग एवं फर्निचर का कार्य चल रहा है। अगले माह 15 नवंबर तक नए समाहरणालय का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को बचे हुए कार्य को तेज़ी से कराने का निर्देश दिया गया है। नए समाहरणालय भवन के रख-रखाव के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिया गया।
गंगा नदी के किनारे अवस्थित नया समाहरणालय परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। उच्च तकनीकों पर आधारित एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन निर्माण के बाद राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा। जिलेवासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्युशन का काम करेगा। एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अवस्थित रहेंगे। इससे कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी तथा नागरिकों को अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी।
गौरतलब है कि इसका निर्माण भवन निर्माण विभाग के निर्माण प्रमंडल-1 द्वारा किया जा रहा है। भू-खण्ड का क्षेत्रफल (प्लॉट एरिया) 43,454 वर्ग मीटर है। प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर में गंगा नदी एवं दक्षिण में गाँधी मैदान है। इसका डिजायन विद्यमान एवं आधुनिक वास्तुशैली का सरलीकृत मेल है। मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होगा। समाहरणालय में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा पाँच फ्लोर होगा। केन्द्रीय समाहरणालय भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक- एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक तथा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ऑफिस एवं बहुउपयोगी (मल्टी-यूटिलिटी) भवन ब्लॉक रहेगा। एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा चार फ्लोर होगा।
सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा। परिसर में एक केन्द्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा। अंडरग्राउण्ड एवं खुला पार्किंग भी रहेगा। पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश एवं हवा की सुविधा रहेगी। भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केन्द्रीकृत एयर कंडिशनर से लैस रहेगा। कैन्टीन एवं बैंक की भी सुविधा रहेगी।
प्रस्तावित नया समाहरणालय भवन परिसर में लगभग 205 ओपेन पार्किंग एवं लगभग 240 बेसमेन्ट पार्किंग की सुविधा रहेगी। सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस परिसर में उत्कृष्ट मापदण्डों का अनुपालन किया जाएगा। सीसीटीवी सर्विलैन्स, अत्याधुनिक अग्नि सुरक्षा तंत्र, प्रवेश-निकास कन्ट्रोल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, भूकम्प रोधी संरचना तथा आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा से यह भवन लैस रहेगा। 200 से 225 की संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा। 200 लोगों के बैठने के लिए एक कॉन्फ्रेन्स रूम, 80 लोगों के लिए दूसरा कॉन्फ्रेन्स रूम तथा 40 लोगों के लिए एक अन्य कॉन्फ्रेन्स रूम रहेगा। सभी कॉन्फ्रेन्स रूम प्रोजेक्टर एवं ऑडियो-विजुअल प्रणाली से सुसज्जित रहेगा। परिसर में चार उद्यान रहेगा जिसका कुल हरित क्षेत्र लगभग 3,484 वर्गमीटर होगा। मानदण्डों के अनुसार रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा ऊर्जा संरक्षण हेतु सोलर पैनल अधिष्ठापित की जाएगी। इस भवन के निर्माण से आम जनता को सर्वोत्तम सुविधाएँ प्राप्त होंगी।