पुराना विधानसभा मैदान में अयोध्या जैसा नजारा,रामलला के दर्शन करने श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
रांची : राजधानी रांची में दुर्गा पूजा पर एक से बढ़कर एक आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण हुआ है। कहीं पर अयोध्या के रामलला मंदिर को दर्शाया गया है तो कही पर सोहराय पेंटिंग से झारखंड की कलात्मक को दर्शाने का काम किया गया है। यानी अलग अलग पूजा पंडालों में एक मैसेज देने का काम किया गया है। बकरी बाजार में भारतीय युवक संघ द्वारा चित्रित राजस्थान का एक और प्राचीन महल भी पंडाल में आने वालों के बीच प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरा है। रांची रेलवे दुर्गा पूजा समिति ने अपने पंडाल के माध्यम से कोयंबटूर की आदियोगी प्रतिमा को दर्शाया है। एक अन्य पूजा पंडाल में झारखंड-बिहार की राजनीति को दर्शाया गया है।
वहीं शुक्रवार को पुराना विधानसभा मैदान में राम मंदिर के दर्शन करने आए श्रद्धालु विनय भगत,मनोज कुमार,आशा कुमारी,सुनीता देवी ने कहा कि यहां का नजारा अद्भुत है। ऐसा लग रहा है कि हमलोग अयोध्या नागरी में श्री राम लला के मंदिर में पूजा करने पहुंचे हैं। पूजा पंडाल के निर्माण करने वाले कलाकारों की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होगा। इसके अलावा बकरी बाजार ,रेलवे स्टेशन में भी पूजा पंडाल का निर्माण हुआ है। लेकिन सबसे अलग हट कर रामलला मंदिर का लगा। यह पंडाल राज्य का बेहतरीन पूजा पंडालों में एक होगा।श्री श्री बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति ने पक्षी संरक्षण के अनूठे विषय पर पंडाल तैयार किया है।
बांस की टहनियों और गमलों का उपयोग करके पक्षियों के घोंसले बनाए गए हैं और विभिन्न पक्षियों के मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं।
समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने ऐसे समय में पक्षी संरक्षण का संदेश देने का प्रयास किया है, जब विकास के नाम पर शहरों में पक्षियों के आश्रय-पेड़ों को नष्ट किया जा रहा है।
ओसीसी बांग्ला दुर्गा पूजा समिति अपनी स्थापना के 54वें वर्ष का जश्न मना रही है। उसने राजस्थान के एक शाही महल की प्रतिकृति बनाई है और कोलकाता के 30 से अधिक कारीगरों ने इसे भव्य रूप दिया है, जिसमें पिछले दो दिनों में भारी भीड़ देखी गई।
इस बीच, रांची जिला प्रशासन ने कहा कि त्योहार की अवधि के लिए सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सभी पूजा पंडालों के पास पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा कई रूट पर बड़ी गाड़ियों का शाम में प्रवेश निषेध किया गया है।