जब गांव की जड़े मजबूत होगी तब स्थायी तौर पर राज्य भी मजबूत होगा: हेमंत सोरेन

द कार्निवल बैंक्विट हॉल में मंगलवार को प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन का आयोजन

रांची : राजधानी रांची के द कार्निवल बैंक्विट हॉल में मंगलवार को प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. उनके साथ कृषि पशुपालन एवम सहकारिता मंत्री दीपिका सिंह पाण्डेय,गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद सहित कई अतिथि थे.
मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार हमेशा से यहां के किसान परिवारों के साथ खड़ी है। राज्य सरकार द्वारा कृषकों के 2 लाख रुपए तक के कृषि ऋण माफी का निर्णय भी लिया गया है। राज्य सरकार अब कृषि कार्य के लिए किसान परिवारों को बेहतर गुणवत्ता वाले पशु प्रदान कर रही है। राज्य सरकार ने पहली बार ऐसी नीति बनाई जिसमें कृषकों को प्रदान किए जाने वाले सभी पशुओं का इंश्योरेंस किया जाता है ताकि पशुओं के मरने पर उन्हें बीमा की राशि उपलब्ध कराई जा सके। मौका था
कार्यक्रम के दरम्यान सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार तथा कृषि विभाग का उद्देश्य एवं लक्ष्य राज्य में किसान वर्ग को मजबूती प्रदान करना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड गांवों का प्रदेश है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अधिकतर लोगों का जुड़ाव खेती-बाड़ी के कार्यों से है। विगत 4 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किसान वर्ग के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन और नीति निर्धारण की गई है जो आने वाले समय में मिल का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गांव समृद्ध होंगे तभी राज्य समृद्ध होगा। उनकी सरकार राज्य के गांवों की जड़ों को मजबूत करने पर लगी है। जब गांव की जड़े मजबूत होगी तब स्थायी तौर पर राज्य भी मजबूत होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में किसान वर्गों के लिए खेती की वैकल्पिक व्यवस्था पर विशेष बल दिया है। राज्य सरकार का प्रयास है कि किसान बंधुओं को खेती-कृषि के साथ-साथ पारंपरिक व्यवस्थाओं से जोड़कर आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मछली पालन, गाय पालन, मुर्गी पालन, दुग्ध उत्पादन सहित विभिन्न पशुपालन के माध्यम से जोड़कर कृषकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने हेतु निरंतर योजनाएं संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कृषकों से अपील किया कि वे पशुपालन से संबंधित विभिन्न योजनाओं का लाभ जरूर लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में परंपरागत खेती-कृषि के साथ-साथ पशुपालन की परंपरा भी रही है।
वहीँ कृषि मंत्री ने कहा कि लैम्वप्नस और पैक्स को बताया कि सरकार सहकारिता को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए बीजों के वितरण के लिए ब्लैकचेन माडल को उर्बर्कों के वितरण में लागु करने का प्रयास कर रही है .
उन्होंने कहा कि किसानों को उपज का सही मूल्य मिल सके इसके लिए भी उनकी सरकार संकल्पित है। खेती-कृषि, विभिन्न पशुपालन तथा वनोपज को एक उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराई जाए तो आने वाले कई समस्याओं से ग्रामीण किसानों को बचाया जा सकेगा।
मौके परसांसद सुखदेव भगत, सांसद राज्यसभा महुआ माजी, विधायक कल्पना सोरेन, झारखंड सहित कई दिग्गज लोग मौजूद रहे।

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