बरही में कुल 63.47 प्रतिशत हुआ मतदान, प्रशासन दिखी मुस्तैद
बरही: हजारीबाग संसदीय क्षेत्र अंतर्गत बरही विधानसभा के बरही प्रखंड में 123 मतदान केंद्रों पर पुलिस प्रशासन की कड़ी चौकसी के बीच देश के पांचवे व राज्य के दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। प्रखंड प्रशासन द्वारा खोड़ाहर पंचायत अंतर्गत बिरहोर टोला केवाल के बूथ को स्पेशल घोषित करते हुए विशेष रूप से सुसज्जित कर उनका उत्साह बढाने का काम किया गया। गर्मी को ध्यान में रखते हुए मतदाताओं की सुविधा के लिए अस्थाई शेड और शीतल पेयजल की भी व्यवस्था केंद्रों पर की गई थी। बरही के मदरसा कोनरा में विविपैट मशीन में खराबी की शिकायत मिलने पर बीडीओ ने तत्काल पहुंचकर उसे ठीक करवाया। चुनाव के लिए प्रखंड में एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया था, जिससे सजगतापूर्वक सभी मतदान केंद्रों पर नजर रखी जा रही थी। बरही प्रखण्ड में सुबह सात से 09 बजे तक (12.62 प्रतिशत) 13422 मतदाताओ ने मतदान किया। वहीं 09 से 11 बजे तक (29.71 प्रतिशत) 31597 मतदाताओं ने मतदान किया। 11 से 01 बजे तक (45.68 प्रतिशत) 48586 मतदाताओं ने मतदान किया। 01 से 03 बजे तक (57.95 प्रतिशत) 61632 मतदाताओं ने मतदान किया। वहीं 03 से 05 बजे तक (63.47 प्रतिशत) 67498 मतदाताओं ने मतदान किया। 37706 महिला (72 प्रतिशत) व 29792 पुरुष (55 प्रतिशत) मतदाताओं ने मतदान किया। बताते चलें कि बरही में 106354 मतदाताओं की संख्या है, जिसमें 51778 महिला व 54576 पुरुष है। मतदान केंद्रों पर वोट डालने के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रही। इसमें महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। बरही प्रखंड के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गई थी, मतदान केंद्र पर पहली बार मतदान करने वाले युवा काफी उत्साह के साथ मतदान किया। सुबह से ही युवा मतदाता मतदान करने के लिए कतार में लग गए। बुजुर्गाे ने मतदान कर बता दिया कि हर एक वोट लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है। लोकसभा चुनाव में अपना कर्तव्य निभाने जिस भी अवस्था में थे, मतदान केन्द्र तक चले आए। कोई बुजुर्ग मां को गोद में लाया, कोई लाठी टेकता युवाओं से आगे वोट डालने पहुंचा। कोई व्हील चेयर के सहारे पहुंचा। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी जोहन टुडू, अपर पुलिस अधीक्षक सह एसडीपीओ सुरजीत कुमार, बीडीओ क्रिस्टीना रिचा इंदवार, सीओ रामनारायण खलखो, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार समेत कई पदाधिकारी हर बूथ पर गतिशील रहे। किसी भी बूथ पर शिकायत मिलने पर प्रशासनिक पदाधिकारी मामले को गम्भीरता से लेते हुए मतदान केंद्र पर पहुंचकर मामले को निष्पादित करते नजर आए।