कांग्रेसी ही आदिवासी पहचान, सम्मान और विकास की बात करती है : बंधु तिर्की
रांची : पूर्व मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि कांग्रेसी ही आदिवासी पहचान, सम्मान और सही अर्थो में विकास को बरकरार रख सकती है. श्री तिर्की ने कहा कि आज देश में आदिवासी अस्मिता के साथ ही आदिवासी पहचान की स्थिति कायम रखने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस का सबसे महत्वपूर्ण हाथ है जिसने न केवल वन संरक्षण अधिनियम, वन अधिकार कानून, पेसा कानून, पांचवी और छठी अनुसूची जैसे अनेक संवैधानिक प्रावधान किये बल्कि जमीनी स्तर पर भी जितनी भी विकास योजनाएं संचालित है उसमें से अधिकांश कांग्रेस की ही देन है.
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत मांडर विधानसभा क्षेत्र के मांडर प्रखण्ड के बूढाखुखरा मैदान में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए श्री तिर्की ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी से नेतृत्व में काम कर रही सरकार केवल आपसी भेदभाव, महंगाई, बेरोजगारी आदि को बढ़ावा देकर देश में एक वैसा वातावरण कायम करना चाहती है जिसका फायदा केवल और केवल प्रधानमंत्री के कुछेक उद्योगपति मित्रों को हो. श्री तिर्की ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने देश भर में जिस वातावरण को कायम कर दिया है उसका खामियाजा देश के आदिवासियों, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) अल्पसंख्यकों आदि के साथ ही सभी लोगों को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आज यह देश की जरूरत है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करते हुए कांग्रेस को विजय दिलायी जाये क्योंकि आज की लड़ाई केवल राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक भी है और इसका दूरगामी प्रभाव हम सभी के भविष्य पर पड़नेवाला है. इसलिये भारत में आपसी सद्भाव, संप्रभुता, एकता, अखंडता आदि के साथ-साथ इस बात को भी ध्यान में रखा जाये कि कौन सरकार देश के सभी लोगों का समान और समन्वित विकास कर सकती है.
इस अवसर पर अपने संबोधन में लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस एवं इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुखदेव भगत ने कहा कि आदिवासियों के स्वभाव में सच के लिये लड़ना है और उनके लिये यह चुनौती के साथ-साथ जीवन-मरण का प्रश्न भी है. श्री भगत ने कहा कि आज मांडर के साथ ही लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में सभी लोग सच्चे मन से लड़ने को तैयार हैं भले ही वह भाजपा का प्रत्याशी हो या उसके द्वारा खड़ा किया गया कोई नकली उम्मीदवार. श्री भगत ने कहा कि वैसी शक्तियों को पहचानने की जरूरत है जो आदिवासियों के साथ ही अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के साथ ही सभी लोगों के बीच दीवार खड़ी करता है.
इस अवसर पर अपने संबोधन में मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव न केवल झारखण्ड बल्कि देश के ख्याल से भी बहुत चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि वैसी धर्मनिरपेक्ष सरकार की जरूरत है जो सभी को समान नजरिये से देखे. श्रीमती तिर्की ने कहा कि पिछले 10 साल में सभी ने वैसी जुमलेबाजी वाली सरकार देखी है जिसने केवल और केवल झूठे वायदे किये और लोगों के बीच में दीवार खड़ी की.
महंगाई और बेरोजगारी से जनता त्रस्त है और आज जब प्रधानमंत्री खुद कहते हैं कि यह केवल टेलर है और आगे फिल्म आना बाकी है तो आप समझ सकते हैं कि हमारे संविधान के साथ ही देश पर भी खतरा है और आरक्षण खत्म करने की साजिश है. श्रीमती तिर्की ने कांग्रेस के घोषणा पत्र और विशेष रूप से युवा न्याय, किसान न्याय, महिला न्याय, हिस्सेदारी न्याय आदि की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार गठन के बाद सरना धर्म कोड को लागू करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है.
इस अवसर पर अपने संबोधन झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में अपनी जबरदस्ती और मर्यादा विहीन राजनीतिक गुंडागर्दी का परिचय दे रही है. कभी चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में उसने छल-प्रपंच की चर्चा होती है तो कभी वह कुछ और साज़िश रचती है. श्री अनवर ने कहा कि संविधान और देश आज संकट में है और चारों ओर मचा हाहाकार और त्राहिमाम हम सभी को मजबूर कर रहा है कि इस सरकार को हटाकर कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार गठित की जाये. श्री अनवर ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने राजनीतिक विरोधियों को जिस प्रकार से जेल भेजने की साज़िश रची है वह देश के लिये ख़तरनाक है.
आज आयोजित चुनावी सभा को मंडल अध्यक्ष संजय तिग्गा, तबारक खान, आबिद अंसारी, सरिता तिग्गा, पेतरूस खलखो, जुएल तिग्गा, बेलस तिर्की, शिवकुमार भगत, प्रवक्ता एम. तौसीफ, तौसीफ आलम, जमील मलिक, निसार अहमद सहित अनेक कांग्रेस नेताओं ने संबोधित किया.