प्राइवेट नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को धोखा दे रहे मुख्यमंत्री: आदित्य साहू
रांची: मुख्यमंत्री द्वारा बड़े तामझाम से बेरोजगारों को ऑफर लेटर वितरण पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए श्री साहू ने कहा कि आज राज्य में लाखों पद खाली है। विद्यालयों में शिक्षक नहीं ,कॉलेज में प्राध्यापक नही,अस्पताल में चिकित्सक नही ,नर्स नही,सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी नही लेकिन मुख्यमंत्री इससे ध्यान भटकाने केलिए ऑफर लेटर के नाम पर मुख्यमंत्री युवाओं को नौकरी देने का नाटक कर रहे।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष 5लाख नौकरी नही तो बेरोजगारी भत्ता के बड़े वायदे के साथ सत्ता पर बैठे हेमंत सोरेन जी अब चार साल बीतने पर बेरोजगारी भत्ता से भी कम मासिक राशि पर पत्र वितरण कर रहे।
उन्होंने कहा कि ऐसे ऑफर लेटर वितरण कार्यक्रम केलिए मुख्यमंत्री जी करोड़ों रुपए विज्ञापनों पर खर्च कर रहे। करोड़ों रुपए कार्यक्रम आयोजित करने में खर्च किए जा रहे।
उन्होंने कहा कि यह कैसा ऑफर लेटर है जिसमे एक परिवार की दाल रोटी भी नही चलाई जा सकती। आखिर ऐसा दिखावा करके सरकार क्या बताना चाहती है। सरकारी नौकरी की प्रतीक्षा में कितने बेरोजगारों की उम्र निकल गई। लाखों रुपए खर्च कर हजारों युवकों ने तकनीकी पढ़ाई की।किसी ने बीएड किया,किसी ने नर्सिंग की ट्रेनिंग ली,किसी ने डिप्लोमा किया ,किसी ने मैनेजमेंट की ।और हेमंत सरकार उनकी भावनाओं के साथ भद्दा मजाक कर रही।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार हताशा और निराशा में ऐसे कदम उठा रही। मुख्यमंत्री जी को पता है कि युवा शक्ति उनके खिलाफ आक्रोशित हैं ,सड़क पर उतर कर हक मांग रही।
कहा कि मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। उन्हे बेरोजगार युवाओं से माफी मांगनी चाहिए।