विपक्षी एकता के नाम पर भ्रष्टाचारी और उनके संरक्षकों की बैठक :दीपक प्रकाश
झामुमो झारखंड विरोधियों की गोद में फिर एक बार
रांची:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने आज बिहार की राजधानी पटना में हुई विपक्षी एकता की तथाकथित बैठक पर कड़ा प्रहार किया।
श्री प्रकाश ने कहा कि ये राजनीतिक लड़ाई की एकता नही बल्कि भ्रष्टाचार पर जांच एजेंसियों की हो रही कड़ी कारवाई पर सभी भ्रष्टाचारी और उनके संरक्षक की बैठक है।
झामुमो ने फिर झारखंड विरोधी मानसिकता वालों की गोद में बैठकर राज्य को कलंकित किया है।
श्री प्रकाश ने कहा कि विपक्ष की बैठक में राहुल गाँधी का शामिल होना कांग्रेस की स्वीकारोक्ति है कि कांग्रेस अकेले आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला नहीं कर सकती। ये कैसी विडंबना है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को आज क्षेत्रीय पार्टियों के सामने झुकना पड़ा है।
कहा कि विपक्षी पार्टियां बताएं तो सही कि उनका नेता कौन है? वे किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, ये तो बताएं! हमारे नेता यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं, आपका कौन है?
कहा कि आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है. सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर आ रहे हैं। वे संदेश देना चाहते हैं कि हम बीजेपी और मोदी जी को चुनौती देंगे। कितने भी हाथ मिला लो आप एक साथ नहीं आ सकते हैं। आ भी गए तो 2024 में मोदीजी का 300 से ज्यादा सीटों के साथ आना तय है।
उन्होंने कहा आज पटना में जो-जो विपक्षी दल इकठ्ठा हुए हैं, उनका एक ही मकसद है भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचाना। सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी भ्रष्टाचार के मामले में जेल से बेल पर हैं। लालू यादव और तेजस्वी यादव के घोटालों को कौन नहीं जानता । लालू सजायाफ्ता मुजरिम हैं। ममता बनर्जी सरकार में तो अपराध और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। डीएमके भ्रष्टाचार के लिए जानी ही जाती है। केजरीवाल के कई मंत्री जेल की हवा खा रहे हैं। पंजाब में भी भ्रष्टाचार चरम पर है।
कहा जिस पार्टी ने देश पर आपातकाल थोपा था, पूरे विपक्ष को जेल में डाल दिया था, जनता के अधिकारों का हनन किया, प्रेस के अधिकारों पर डाका डाला, आज उसी पार्टी के साथ वे लोग हाथ मिला रहे हैं जो जेपी आंदोलन में कांग्रेस की तानाशाही के खिलाफ खड़े हुए थे।
कहा कि ये कह रहे हैं कि एक साथ होकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। ये कब भाजपा के खिलाफ नहीं लड़े थे। क्या अखिलेश यादव और कांग्रेस ने मिलकर भाजपा के खिलाफ नहीं लड़ा? क्या बुआ-भतीजे ने एक साथ भाजपा के खिलाफ नहीं लड़ा? क्या ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ नहीं लड़ी? क्या एनसीपी, डीएमके भाजपा के खिलाफ नहीं लड़ी? ये पहले भी साथ लड़े थे, अब भी लड़ रहे हैं लेकिन सीटें 300 से ज्यादा मोदी जी की आएगी।
कहा कांग्रेस को केजरीवाल कह रहे हैं -दिल्ली और पंजाब छोड़ो, ममता दीदी कह रही हैं – बंगाल छोड़ो, नीतीश-लालू कह रहे हैं। – बिहार छोड़ो, अखिलेश कह रहे हैं – यूपी छोड़ो, हेमंत सोरेन कह रहे हैं – झारखंड छोड़ो, डीएमके कह रही है – तमिलनाडु छोड़ो।
कहा केजरीवाल ब्लैकमेल कर रहे हैं कि अध्यादेश का विरोध करोगे, दिल्ली-पंजाब छोड़ोगे तो हम साथ रहेंगे, अखिलेश अपनी शर्तों की बात कर रहे हैं, ममता बनर्जी अपनी बात कर रही हैं- ये बस इन विपक्षी पार्टियों की अस्तित्व बचाने की लड़ाई है।
श्री प्रकाश ने कहा ये लोग पॉलिटिकल पर्यटन पर आये हैं। लिट्टी-चोखा खाएंगे, ख़याली पुलाव पकाएंगे, हाथ मिलाएंगे, लंबे-चौड़े भाषण देंगे और फिर अपने-अपने रास्ते चले जाएंगे। मोदी का मुकाबला करना इन भ्रष्टाचारियों के बस की बात नहीं है।इन लोगों के एकजुट होने से इनके वोट भी एकजुट हो जाएंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है। जनता के साथ कनेक्शन में मैथेमेटिक्स नहीं, केमिस्ट्री चलती है और केमिस्ट्री मोदी जी की है जनता के साथ।
कहा जिनके पास विपक्ष का नेता पद पाने की हैसियत नहीं है, जिनके पास 15-16 सांसद हैं, वे प्रधानमंत्री पद का ख्वाब पाले बैठे हैं। ये तो गठबंधन नहीं, ठगबंधन है। विपक्ष का गठबंधन अनैतिक और नकारात्मक गठबंधन है।
चाहे सारी पार्टियां एक हो जाए, हम रुकने वाले नहीं हैं क्योंकि देश की जनता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का रथ हाँक रही है, कांग्रेस एंड कम्पनी में इसे रोकने की ताकत नहीं है। इनकी मेहनत बेकार की है क्योंकि पीएम पद की कोई वेकेंसी है ही नहीं।
उन्होने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण और धरती पुत्र कर्पूरी ठाकुर की आत्मा कराह रही है। आपातकाल में जिस पार्टी ने जुल्म ढाए, यातनाएं दी, आम जनता से लेकर प्रेस की आज़ादी छीनी, आज उनके साथ खड़े हैं लालू-नीतीश ।
कहा दलितों, अति पिछड़ों की पार्टियों को छोटी दुकान बता कर बंद करने की बात करने वाले, उनको लूटने वाली बड़ी दुकान खोल रहे हैं। गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं के अधिकार छीनने वाले, उनको लूटने वाले, आज फिर सामाजिक न्याय के बहाने लूटने का लाइसेंस मांग रहे हैं। मिल कर देश लूटने की रणनीति बनाने के लिए लुटेरों के सरगनाओं का मंच सजाया जा रहा है।भ्रष्टाचार, अत्याचार, भय और परिवार का राज लाने वालों का गठबंधन बनाया जा रहा है। नफरत का मेगा शॉपिंग मॉल खोलकर बैठे राजनीतिक दल वन भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए एक साथ आने की प्लानिंग कर रहे हैं।
कहा ये भले एक होकर चुनाव लड़ें लेकिन जनता के जनादेश को कैसे चुनौती देंगे? 2019 के चुनाव में लगभग 224 सीटों पर भाजपा को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले। इसके अतिरिक्त 31 सीटों पर भाजपा को मिले वोट, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले उम्मीदवारों को मिले कुल वोट से भी अधिक था। इसका मतलब ये कि भाजपा को मिले 302 सीटों में से 255 सीटों पर कोई मुकाबला था ही नहीं। मतलब ये कैसे भी लड़ते, इनकी जीत संभव नहीं।
कहा जब ये किसी भी तरह मोदी को हरा नहीं पाए तो इन्होंने मोदी जी को हराने पाकिस्तान से मदद मांगी। राहुल गांधी ने ब्रिटेन को धरती पर विदेशी ताकतों को भारत के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करने को उकसाया।
जनता मोदी जी को आशीर्वाद देते नहीं थकती, कांग्रेस और विपक्ष मोदी जी को गाली देते नहीं थकते। जनता कहती है- मोदी तेरा कमल खिलेगा, कांग्रेस कहती है-मोदी तेरी कब्र खुदेगी। मोदी मर जा तू । विपक्ष मोदी जी को जितना गाली देता है, जनता मोदी जी को और उतना ही चाहने लगती है। देश के विकास से विपक्ष को नफरत है।बांटो, लूटो, राज करो की राजनीति की तैयारी है, फिर भी मोदी सब पर भारी है।
कहा कि 15 पार्टियों के जो मीटिंग में शामिल हैंतमिलनाडु के मुख्यमंत्री नेता एम के स्टालिन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य और महबूबा मुफ्ती। ये सभी नेता गुरुवार को ही पटना पहुंच गए थे। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, NCP के शरद पवार और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, JMM के हेमंत सोरेन शुक्रवार को पटना पहुंचे। इनके अलावा, JDU से नीतीश कुमार और RJD से तेजस्वी यादव बैठक में शामिल।
वर्तमान में इनके पास कितने सांसद* – इनके पास केवल 128 सांसद है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने केलिए संकल्पित है।
आज की प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव भी उपस्थित थे।