पटना साइंस कॉलेज में स्टार्टअप जागरूकता कार्यक्रम
पटना :स्टार्टअप के लिए सारा आकाश खुला है। नए आइडिया के साथ अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे आइए। बिहार स्टार्टअप फंड की ओर से सीड कैपिटल से लेकर हैंड होल्डिंग और वेंचर कैपिटल प्राप्त करने में सहायता सहित अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। पटना साइंस कॉलेज के आयोजित बिहार स्टार्टअप आउटरीच कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने बताया कि दुनिया में अनेक ऐसे स्टार्टअप है जो कम समय में ही यूनिकॉर्न बनने में सफल रहे हैं। भारत में से 40 से अधिक ऐसे स्टार्टअप है जो एक बिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार करते हुए यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया का तीसरा सबसे बेहतरीन और विस्तृत स्टार्टअप इकोसिस्टम अपने देश का ही है। बिहार का इकोसिस्टम भी स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन है। सरकार की नई स्टार्टअप नीति में इस बात का ख्याल रखा गया है कि स्टार्टअप का अप्रूवल और सीडफंड तेजी से दिया जाए। पिछले सप्ताह ही 31 नए स्टार्टअप को उद्योग विभाग द्वारा 1.8 करोड़ रुपए का प्रारंभिक सीड फंड उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत एक्सीलरेशन प्रोग्राम के लिए ₹3 लाख तक की सब्सिडी का प्रावधान है एंजेल निवेशक निवेश मिलने पर 2% का सफलता शुल्क भी दिया जा रहा है। यदि सेबी रजिस्टर्ड एंजेल से निवेश प्राप्त होता है, तो बिहार स्टार्टअप फंड से मैचिंग लोन का प्रावधान भी किया गया है। पटना के मौर्य कंपलेक्स और फ्रेजर रोड स्थित बीएसएफसी बिल्डिंग में स्टार्टअप के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर और को वर्किंग स्पेस की व्यवस्था की गई है जो 1 जनवरी 2023 से आवंटित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना है जिसके लिए पोर्टल पुनः 1 दिसंबर को खोल दिया जाएगा और 1 माह का समय दिया जाएगा। स्टार्टअप के संबंध में युवाओं को मार्गदर्शन और टेक्निकल सपोर्ट करने के लिए उद्योग विभाग ने जीरो लैब इनक्यूबेशन सेंटर बनाया है जो आईआईटी पटना के सहयोग से उद्योग भवन, पटना में संचालित है।
इससे पहले आउटरीच कार्यक्रम का उद्घाटन पटना विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ गिरीश कुमार चौधरी, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक और पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राज किशोर प्रसाद ने किया। आउटरीच प्रोग्राम में डॉ गिरीश कुमार चौधरी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि पटना विश्वविद्यालय के पटना साइंस कॉलेज में स्टार्टअप आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग की मदद से पटना यूनिवर्सिटी में अभी एक इनक्यूबेशन सेंटर खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राज किशोर प्रसाद ने उद्योग विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि पटना साइंस कॉलेज के विद्यार्थी खोजी प्रवृत्ति के रहे हैं और निश्चित तौर पर नए आइडिया पर काम करते हुए बिहार स्टार्टअप नीति के तहत लाभ प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम में पटना साइंस कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अखिलेश कुमार गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया। बिहार के दो सफल स्टार्टअप सत्तूज के सचिन कुमार और अंकुरम रोबो प्राइवेट लिमिटेड की साधना कुमारी ने अपनी स्टार्टअप यात्रा से विद्यार्थियों को अवगत कराया और उन्हें स्टार्टअप के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। आउटरीच कार्यक्रम के तहत आईडिएशन चैलेंज का आयोजन भी किया गया जिसमें पटना साइंस कॉलेज के राहुल कुमार ने प्रथम, अभिषेक आनंद ने दि्वतीय और अभय कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। चैतन्य प्रकाश और विवेक कुमार को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। स्टार्टअप कार्यक्रम का संचालन विशेष सचिव दिलीप कुमार ने किया।