गोला प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने खाद्य आपूर्ति मंत्री को लिखा पत्र
गोला : गोला प्रखंड काँग्रेस अध्यक्ष सह् प्रखंड सूत्री अध्यक्ष रामविनय महतो ने राज्य के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उराँव को पत्र लिखकर प्रखंड क्षेत्र में विकास योजनाओं के नाम पर भारी अनियमितता बरती जा रही है।उन्होंने बिन्दुवार तरीक़े से आज के बैठक के जिला प्रभारी मंत्री को उल्लिखित किया है जो निम्नलिखित है :
◆प्रखंड क्षेत्र में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लघु सिंचाई विभाग द्वारा तालाबों का जिर्णोद्धार किया जा रहा है , जिसमें जिर्णोद्धार के नाम पर लूट मची हुई है ,
◆प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को कई प्रखंडों का प्रभार दिया गया है , उनकी गोला में उपस्थिति नगण्य रहती है , तथा जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों की मनमानी चरम पर रहती है , जनता की शिकायतों का निपटारा मुश्किल हो गया है,
◆गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो अनियमितता में आकंठ तक डुबी हुई है। चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी दवा का अभाव बताकर मरीजों को बाहर से दवा खरीदने पर बेवश करते हैं,
◆ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विकास कार्यों मे ग्रामीण टेंडर प्रक्रिया में 30 प्रतिशत विलो का प्रावधान के कारण सरकार को राजस्व की प्राप्ति अवश्य होती लेकिन कार्यों की गुणवत्ता में भारी गिरावट आती है। इस निविदा में वही संवेदक टिक सकता है जिसके पास काली कमाई हो ,
◆विभिन्न ग्रामीण मार्गों का अतिक्रमण धड़ल्ले से किया जा रहा है , तथा अंचलाधिकारी एवं कर्मचारी कुंभकर्णी नींद में सोये हैं , जैसे कालीनाथ चौक से सिंगारसराय तक, मगनपुर से रोला भाया सुतरी , डभातु से संग्रामपुर, बेटूलकलाँ पंचायत नदी से टांडील तक, सोसोकलाँ से जाँगी तक अतिक्रमण ही अतिक्रमण है,
◆कृषि प्रधान प्रखंड गोला चारों ओर से जंगल एवं पहाड़ों से घिरा हुआ है तथा यहाँ की विकट समस्या जंगली हाथियों की है, तथा वन विभाग द्वारा किए गए या किये जा रहे प्रयास नाकाफी है । जंगली हाथियों से फसलों तथा पेड़ पौधों के अलावे जानमाल का भी नुकसान होता आया है ,
◆जनमानस की समस्याओं के समाधान हेतु बीस सुत्री क्रियान्वयन समिति का गठन तो अवश्य किया गया है लेकिन प्रखंड विकास पदाधिकारी के एक बैठक को छोड़़ दिया जाय तो इसके गठन के चार माह बीत जाने पर भी एक बैठक भी उन्होंने रुचि नहीं दिखाई , फलस्वरूप इससे जनता के समस्याओं का समाधान श होकर समस्याएं बढ़ रही है।
रामविनय महतो ने प्रभारी मंत्री से आग्रह किया है की सत्ताधारी दल के होने के कारण हमलोगों की जिम्मेदारी के साथ ही जबावदेही भी बढ़ जाती है तथा इसका प्रतिकूल प्रभाव सरकार पर पड़ती है । इसलिए इसपर गंभीरता से संज्ञान लेने की आवश्यकता है ।