खूंटी में गहराया पेयजल संकट, तजना नदी सूखने की कगार पर,बारिश का है इंतजार
खूंटी : इस भीषण गर्मी में जिले के लोगों के साथ पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है। सप्लाई पानी का नियमित नहीं आने से लोग खरीद कर पानी पीने को मजबूर हैं। तजना नदी सूखने की कगार पर है। यदि समय पर बारिश नहीं हुई तो खूंटी शहर के लोगों को पानी के लिए तरसना होगा।वर्तमान में नगर पंचायत टैंकर से पानी की सप्लाई कर रहा है।
नगर पंचायत का टैंकर जहां से पानी का उठाव कर रहा है वहां का बोरिंग भी अब पानी कम देने लगा है। नगर पंचायत के अध्यक्ष अर्जन पहन के कहा कि तजना नदी का पानी सूखने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो रही है। यदि जल्द ही बारिश नहीं हुई तो स्थिति भयावह हो सकती है। उन्होंने कहा कि टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है।
वहीं झारखंड विकास मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि खूंटी शहरी क्षेत्र में पेयजल के लिए राज्य संपोषित योजना के तहत विश्व बैंक से 59 करोड़ की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना का प्रारूप किया गया था। जिसका शिलान्यास 2019 में किया गया था और 2021 में पूरा होना था। लेकिन 2022 में भी शहरी जलापूर्ति योजना का कोई भी काम नहीं हुआ है। कम से कम 19 किमी के रेडियस में पाइपलाइन बिछाने का था। तीन- तीन जलमीनार बनाना था। लेकिन अबतक आधा अधूरा काम ही हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां के सांसद और विधायक सुस्त हैं। उन्हें जनता की सुख सुविधाओं से कोई सरोकार नहीं है। शहरी जलापूर्ति योजना को इप्लीमेंट नहीं कराया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग डोभा का पानी पीने को मजबूर हैं। शहर और गांव में अधिकांश हैंडपंप खराब है। आने वाले दिनों में शहरी क्षेत्रों में पेयजल के लिए विकराल स्थिति हो सकती है।
वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष सह बीस सूत्री उपाध्यक्ष जुबैर अहमद ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि यदि तजना से पानी का उठाव नहीं हो पाएगा तो वैकल्पिक व्यवस्था किया जाएगा। खूंटी की जनता को असुविधा होने नहीं दिया जाएगा।