सामाजिक मूल्यों में बदलाव की वाहक है महिलाएं: डॉक्टर बीपी सिंह
हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। विभागीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ रीता कुमारी ने की। डॉ रीता ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज महिलाएं दुनिया के सभी क्षेत्रों में अपनी कामयाबी की परचम लहरा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं सब कुछ कर सकती हैं और इसका गंभीर चिंतन मनन और आत्मवलोकन होना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विभागाध्यक्ष डॉक्टर बालेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि भारतीय दर्शन की अर्धनारीश्वर संकल्पना स्त्री पुरुष समानता का बोध कराती है सामाजिक संरचना के निर्माण में स्त्री पुरुष की भूमिका बराबरी का होना चाहिए तभी समाज में संतुलन स्थापित हो सकेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि महिला दिवस की प्रासंगिकता अब विश्वव्यापी हो गई है। डॉ मृत्युंजय प्रसाद ने कहा की महिलाओं को समाज में सर्वोपरि स्थान पर स्थापित किया जाना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्नदा कॉलेज के प्राध्यापक आदित्य कुमार पंकज ने कहा कि सामाजिक विसंगतियों को दूर करने के लिए पूरे समाज को आगे आना होगा। संगोष्ठी में मेघा, दीपा, कीर्ति, सोनम, श्वेता ,शकुंतला, पिया, खुशबू ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ अजय बहादुर सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर सुकल्याण मोइत्रा ने किया। मौके पर अंदीप,संतोष, समीर, प्रकाश विश्वकर्मा ,जितेंद्र भारती समेत सेमेस्टर 1 एवं 3 के विद्यार्थी काफी संख्या में उपस्थित थे।