उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) ने विपक्षी एकता को बताया भारत का ‘वैगनर ग्रुप’

मुंबई/पटना : उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना ने विपक्षी बैठक को लेकर भारत का ‘वैगनर’ शब्द का प्रयोग किया है, जिसकी खूब चर्चा होने लगी है। इस पर जदयू कुछ भी बोलने से सीधे बच रही है। हालांकि जदयू ‘सामना’ में लिखे अन्य बातों का समर्थन कर रही है। जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा कि पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक ने मोदी सरकार के पतन की मुकम्मल जमीन तैयार कर दी है। वहीं, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि शिवसेना (UBT) ने अपने मुख पत्र ‘सामना’ के माध्यम से जो बातें कही हैं वह बिलकुल सही है।
जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार विफल रही है। बीजेपी के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर पटना में चर्चा हुई। शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में यह मुद्दा महत्वपूर्ण लक्ष्य होगा। सीएम नीतीश के कारण विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। एक यात्रा शुरू हो चुकी है। 2024 में बीजेपी की सत्ता वापसी संभव नहीं दिख रही है।
वहीं, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुख पत्र सामना के माध्यम से जो बातें कही हैं, वह बिल्कुल सही है। मोदी सरकार को हटाना है। पिछले नौ साल में मोदी सरकार ने जिस तरह से शासन किया, उसके कारण बेरोजगारी चरम पर है, अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। जो भी विपक्षी दल मोदी सरकार से सवाल पूछते हैं, उनके पीछे केंद्रीय जांच एजेंसियों को लगा दिया जाता है। 2024 चुनाव के लिए सारे विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। इससे बीजेपी परेशान है। विपक्षी दल मिलकर सत्ता से मोदी सरकार को हटाएंगे।
बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि रूस के पुतिन की तरह मोदी को भी सत्ता से जाना होगा। पटना में ‘वैगनर ग्रुप’ ने यही तय किया है। पटना में मोदी की सत्ता को चुनौती देने वाला लोकतंत्र रक्षक ‘वैगनर ग्रुप’ एक साथ आया। यह ग्रुप किराए का नहीं है, यह महत्वपूर्ण है। पुतिन की तरह ही मोदी को भी लोकतांत्रिक मार्ग से जाना होगा। पटना में ‘वैगनर ग्रुप’ ने यही संकेत दिया है।

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