यातायात नियंत्रण राज्य सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

रांची: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में फ्लाई ओवर ब्रिज, रांची तथा अन्य शहरों के ट्रैफिक व्यवस्था से सम्बंधित पथ निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा की। बैठक में सीएम ने सिरमटोली से मेकॉन तक बनने वाले फ्लाईओवर निर्माण कार्य सितंबर माह 2024 के अंत तक पूरा कर लेने का निर्देश पदाधिकारियों दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरमटोली फ्लाईओवर रांची शहर की ट्रैफिक समस्या को नियंत्रित करने का एक बेहतर विकल्प है। इस फ्लाईओवर निर्माण कार्य में किसी प्रकार से विलंब नही होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि रांची शहर वासियों को जल्द से जल्द ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलायी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में यातायात नियंत्रण हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सिरमटोली से मेकॉन तक बनने वाले फ्लाईओवर के कार्य प्रगति की अद्यतन जानकारी रखी। विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सिरमटोली से मेकॉन तक बन रहे फ्लाईओवर निर्माण कार्य में दो स्थान पर केबुल स्टे पुल बनना है, इस निमित्त रेलवे से सहयोग मांगा गया है। केबुल स्टे पुल बनने वाले दो स्थानों को छोड़कर लगभग सभी कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। केबुल स्टे पुल निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ हो सके इसके लिए रांची रेल मंडल के डीआरएम ने पूर्ण रूप से सहयोग देने की बात कही है। रेलवे विभाग से निर्देश प्राप्त होते ही अतिरिक्त मानवबल लगाकर केबुल स्टे पुल निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। मौके पर रांची रेल मंडल के डीआरएम जसमीत सिंह बिंद्रा ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि राज्य सरकार एवं रांची रेल मंडल द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर जिन दो जगहों पर केबुल स्टे पुल बनाया जाना है, वहां निर्माण कार्य सितंबर माह तक पूर्ण हो सके इस निमित्त नियमसंगत प्रावधानों के अनुसार सभी प्रक्रियाएं की जा रही है, जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रधान सचिव पथ निर्माण विभाग ने जानकारी दी कि मुख्य डाकघर डोरंडा के अधीन लगभग 4 डिसमिल जमीन की उपयोगिता फ्लाईओवर निर्माण में होगी, इस हेतु पोस्ट मास्टर जनरल के साथ वार्ता हुई है, उन्होंने विभाग को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया है। डाक विभाग द्वारा चार डिसमिल जमीन देने के बदले राज्य सरकार द्वारा उन्हें दूसरी जगह पर जमीन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पोस्ट मास्टर जनरल एवं राज्य सरकार के अधिकारियों से कहा कि डाक विभाग और पथ निर्माण विभाग आपसी समन्वय बनाकर इस समस्या का जल्द समाधान कर लें।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के समक्ष रांची एवं अन्य शहरों में ट्रैफिक समस्या के समाधान हेतु पथ निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी रखी गई। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि विभाग द्वारा रांची में इंटरनल रिंग रोड बनाने के प्रस्ताव पर कार्य प्रारंभ कर चुकी है। रांची में बनने वाले इंटरनल रिंग रोड की कुल लंबाई 52 किलोमीटर होगी। यह कार्य 11 खंडों में कई जानी है, जिसमें तीन विभागों की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल चुकी है। इंटरनल रिंग रोड के तीन खंड पहले से निर्मित है, बाकी निर्माण कार्य के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री को विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि पूरे राज्य में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 12 फ्लाईओवर का निर्माण किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। सरायकेला में 2 और दुमका में एक फ्लाईओवर बनाया जाएगा, वहीं बाकी सभी फ्लाईओवर रांची में बनाए जाने का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री के समक्ष पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार ने जानकारी दी कि राज्य के दुमका, डाल्टनगंज, चाईबासा, गिरिडीह एवं जमशेदपुर में पथ निर्माण विभाग द्वारा बाईपास सड़क निर्माण का डीपीआर तैयार किया जा रहा है। मौके पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि रांची के करमटोली से रिम्स होते हुए बूटी मोड़ तक तथा हिनू से बिरसा चौक होते हुए डीपीएस स्कूल तक फ्लाईओवर निर्माण किए जाने का डीपीआर बनाया गया है। विभाग द्वारा इस योजना का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
बैठक में राज्य के मुख्य सचिव एल० खियांग्ते, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, डीआरएम रांची रेल मंडल जसमीत सिंह बिंद्रा, सहायक डाक महा अध्यक्ष रूपक कुमार सिन्हा, सीई, सीडीओ, आरसीडी के०के० लाल, मुख्य अभियंता यातायात मनोहर कुमार सहित पथ निर्माण विभाग के अन्य पदाधिकारीगण तथा एलएंडटी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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