पुलिस के हत्थे चढ़े तीन साइबर ठग
जामताड़ा : जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस के हत्थे बुधवार की सुबह तीन शातिर साइबर ठग चढ़े हैं। ये शातिर गैंग बनाकर पिछले काफी समय से लोगों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे थे। पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि ये यूट्यूब पर बैंकिंग समस्याओं के निदान के लिए वीडियो बनाकर अपलोड करते थे और इसमें हेल्पलाइन के तौर पर अपने मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते थे। इस वीडियो को देख अपनी समस्याओं के निदान के लिए जो भी इन्हें काल करता वे इन शातिरों के चंगुल में फंस जाते। ये ठग उनसे मोबाइल पर आए ओटीपी और एनीडेस्क पूछते और इनके मोबाइल को अपने कंट्रोल में लेकर इनके खातों से पैसे अपने अकाउंट नंबरों पर ट्रांसफर कर लेते थे।
जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस को इस बात पता चला तो साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार और इंस्पेक्टर संजय कुमार की अगुवाई में एक टीम गठित कर छापेमारी की गई। पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मट्टांड़ और जामताड़ा थाना क्षेत्र के शहरपुरा में छापेमारी कर तीन शातिरों को धरदबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपित करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मट्टांड़ का राजेश मंडल,
करमाटांड़ बस्ती का महफूज अंसारी और लोहरबंधा का रहने वाला जमरुद्दीन अंसारी है। जबकि, छापेमारी के दौरान मट्टांड़ का रहने वाला जितेन्द्र मंडल और मीतू मंडल मौके से भाग निकला। दोनों सगे भाई हैं और पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के अनुसार ये शातिर काफी समय से साइबर ठगी कर रहे थे। पुलिस की टैक्निकल सेल की टीम इन शातिरों के मोबाइल डिटेल्स निकालने में जुटी है। ताकि अबतक इन शातिरों ने कितनों लोगों को ठगी का शिकार बनाया इस बात का पता चल सके। छापेमारी के दौरान आरोपितों के पास से सात मोबाइल, 11 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड और बाइक बरामद हुई है। अनुमान है कि इन शातिरों ने अबतक लाखों की ठगी की घटना को अंजाम दिया है। गिरफ्त में आए तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।