बेहद चमत्कारिक है पाकिस्तान के कराची का यह हनुमान मंदिर
कराची शहर में स्थित इस पंचमुखी हनुमान मंदिर को बेहद चमत्कारी माना जाता है। यह मंदिर सबसे अलग और अनोखा है।
कराची के इस हनुमान मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। इस मंदिर में पंचमुखी हनुमान की मूर्ति हजारों साल पुरानी बताई जाती है। यह मूर्ति साधारण मूर्ति नहीं है। इस मूर्ति में हनुमान के सभी पांच रूप नजर आते हैं। इस मूर्ति में हनुमान के नरसिम्हा, आदिवारागा, हयग्रीव, हनुमान और गरुड़ अवतार नजर आते हैं। मान्यता है कि इस मूर्ति को किसी के द्वारा बनाया गया नहीं है, बल्कि यह प्राकृतिक रुप से बनी है। मान्यता है कि इस मंदिर के 108 चक्कर लगाने से सभी तरह का दुख-दर्द खत्म हो जाता है। कहीं-कहीं उल्लेख मिलता है कि एक बार भगवान राम भी इस स्थान पर आए थे।
इस ऐतिहासिक मंदिर में भगवान हनुमान के दर्शन के लिए सुबह से शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है। माना जाता है कि यह पंचमुखी हनुमान मूर्ति इस मंदिर के स्थल से 11 मुट्ठी मिट्टी हटाने के बाद प्रकट हुई थी। इस मंदिर का 11 नंबर से गहरा संबंध है। मान्यता है कि इस मंदिर में हनुमान जी की 11 परिक्रमा करने से भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पाकिस्तान का एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर है। यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत में कराची में सैनिक बाज़ार में स्थित है। यह करीबन 1,500 साल पुराना मंदिर है। मंदिर का इतिहास 18वीं शताब्दी का है। 1882 में इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था।
इस मंदिर को सिंध सांस्कृतिक विरासत (संरक्षण) अधिनियम 1994 के तहत एक राष्ट्रीय विरासत के रूप में घोषित किया गया है।
मंदिर 2,609 वर्ग फुट में फैला हुआ था। बाद में जमीन हड़पने वालों ने इस जमीन के आधे हिस्से पर कब्जा कर लिया। 2006 में जिला अदालत ने आदेश दिया कि अतिक्रमित भूमि मंदिर को वापस कर दि जाए। आदेश के बावजूद, अतिक्रमणकारियों ने मंदिर क्षेत्र पर कब्जा करना जारी रखा।
वर्ष 2012 में हिंदू समुदाय और मुत्ताहिदा कौमी आंदोलन से एकत्रित धन का उपयोग करके मंदिर का जीर्णोद्धार शुरू किया गया था। पुनर्निर्माण कार्य के हिस्से के रूप में 2019 में मंदिर स्थल से कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों की खुदाई की गई थी।