कुंभ स्नान के लिए झारखंड के सनातनियों का झारखंड सरकार के द्वारा कोई विशेष प्रबंध नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण: प्रतुल शाह देव

रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने हेमंत सोरेन सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने अपना सनातन विरोधी चेहरा दिखा दिया। प्रतुल ने कहा की विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक सम्मेलन प्रयागराज के कुंभ में हो रहा है। लगभग 40 करोड़ सनातनी देश-विदेश से कुंभ में डुबकी लगाने के लिए आएंगे। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से झारखंड सरकार ने इस अवसर पर झारखंड में रहने वाले सनातनियों के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की है।
प्रतुल ने कहा कि अनेक राज्यों की सरकारों ने कुंभ स्नान के अवसर पर अपने-अपने राज्यों से नोडल अधिकारियों को प्रयागराज में नियुक्त किया है। साथ ही साथ अलग-अलग राज्यों के कर्मचारियों और अधिकारियों की बड़ी फौज भी लगातार कैंप करके उन राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रख रही है। कई राज्यों ने स्पेशल बस को रवाना किया है ।राज्यों ने अपने यहां से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने,खाने-पीने ,भोजन आदि की व्यवस्था का भी ध्यान रखा है। लेकिन झारखंड सरकार इस मामले में बिल्कुल ही असंवेदनशील रही। अलग-अलग राज्यों ने अपने यहां के समाचार पत्रों में प्रयागराज में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखंड सरकार ने इस अवसर पर कोई विशेष व्यवस्था झारखंड के श्रद्धालुओं के लिए नहीं की है।

प्रतुल ने कहा दूसरे धर्म के श्रद्धालु जब धार्मिक यात्रा पर निकलते हैं तो मुख्यमंत्री सहित तमाम बड़े मंत्री ,अधिकारी उनको रवाना करने के लिए जाते हैं। लेकिन कुंभ स्नान के प्रति राज्य सरकार पूरे तरीके से उदासीन बनी रही है। प्रतुल ने मांग की है कि अभी भी कुंभ में 26 दिन का समय बचा हुआ है। राज्य सरकार अविलंब झारखंड के श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात करें और श्रद्धालुओं को उचित सुविधा देने का कार्य करें। प्रयागराज जाने वाले सनातनियों के लिए राज्य सरकार अपने स्तर से विशेष बस सेवा को भी बहाल करे।

कांग्रेस के दबाव में हेमंत सरकार ने कुंभ मेला से हाथ खींचा?

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जिस तरीके से कुंभ मेला और सनातन विरोधी बयान दिया, वह इंडी गठबंधन की सनातन विरोधी सोच को दिखाता है। झारखंड सरकार भी कांग्रेस के समर्थन से ही चल रही है ।लिहाजा ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस की मानसिकता के अनुसार ही झारखंड सरकार ने महाकुंभ को नजरअंदाज करने का काम किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *