नगर विकास एवं आवास विभाग, पटना का कारनामा, अपने द्वारा संकल्प में सृजित पद ज्ञात नहीं

पटना। राज्य के नगर निकायों को सौपें गए कित्यो के निष्पादन हेतु पुनर्संरचना के तहत पदों का सृजन संकल्प ज्ञापन – 01/ स्था ० ( विविध) 22/2018 – 1435 / न०वि०आ०वि०, पटना, दिनांक – 05.03.19 के द्वारा नगर निकायों के लिए 11 लेखा पदाधिकारी का ( पटना नगर निगम को छोड़कर) बिहार लेखा सेवा के पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति से भरे जाने का संकल्प लिया गया था। पुन: नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार, पटना के ज्ञापांक – 01/ स्था० ( विविध) – 03/2021-1526/ न०वि०आ०वि० पटना दिनांक – 31.03.2021 के द्वारा पूर्व के लिए गए 11 लेखा पदाधिकारी का पद समाप्त करते हुए प्रत्यार्पित कर दिया गया, परन्तु गया नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त, अभिलाषा शर्मा, भाप्रसे के द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग को निगम के पत्रांक – 1564 दिनांक – 10.06.2024 के द्वारा वर्तमान में कार्यरत लेखा पदाधिकारी पर मनगढंत आरोप लगाते हुए नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार, पटना से वित्त विभाग, बिहार, पटना से लेखा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति हेतु पत्र दिया गया है। इतना ही नहीं नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार, पटना के राशिद इकबाल, सरकार के अवर सचिव के द्वारा पत्रांक – 10/ न०प्र०नि० ( विविध) – 53/2024-1556/ न०वि०आ०वि०, बिहार, पटना, दिनांक – 23.09.24 के द्वारा संयुक्त सचिव, वित्त विभाग बिहार पटना को संकल्प ज्ञापांक – 1435 दिनांक – 05.03.2019 के आलोक में लेखा पदाधिकारी का प्रतिनियुक्ति का अनुरोध किया गया है जबकि संकल्प ज्ञापांक – 1526 दिनांक – 31.03.2021 के द्वारा लेखा पदाधिकारी का सृजित 11 पद का प्रत्यार्पित कर अपर मुख्य राजस्व एवं लेखा पदाधिकारी और सहायक राजस्व का पद सृजित किया गया, जिसकी नियमावली का गठन के उपरांत भरी जाएगी।
सनद रहे कि सरकार के संकल्प ज्ञापांक में सृजित पद पर नियुक्त लेखा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति गया नगर निगम में करने का निर्णय वित्त विभाग बिहार, पटना द्वारा भी लिया जा सकता है जो घोर अनियमितता का परिचायक है।

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