100 रुपए के पेट्रोल-डीजल पर झारखण्ड की जनता को देना होता है करीब 52 रूपये टेक्स 
दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से आम जनता को इसका असर देखने को मिल रहा है. इससे महंगाई सातवें स्थान पर पहुंच गई है.पिछले एक सप्ताह में पेट्रोल में दस रूपये तक की बढ़ोतरी हो गई है.रहत की बात तो यह है कि पिछले तीन दोनों से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. 9 अप्रैल को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि 22 मार्च से लेकर अब तक हुई बढ़ोतरी से ईंधन 10 रुपए प्रति लीटर तक महंगा हो गया है।
बता दें कि बीते 3 दिनों से ईंधन की कीमतें तो स्थिर हैं लेकिन स्थानीय टैक्स की वजह से अलग-अलग राज्यों में अलग रेट्स पर पेट्रोल-डीजल बेचा जा रहा है। आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि 100 रुपए के पेट्रोल पर झारखण्ड की जनता को करीब 52 रूपये टेक्स देना होता है. मध्य प्रदेश और केरल में 100 रुपए पर करीब 61 रुपए, राजस्थान में 60 रुपए, छत्तीसगढ़-कर्नाटक में 55 रुपए और पश्चिम बंगाल में 54 रुपए टैक्स के देने पड़ते हैं। महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में 65 रुपए टैक्स देना पड़ता है। बाकी के राज्यों से भी जो आंकड़ा सामने आया है, वो चौंकाने वाला है। इसी तरह पंजाब में 100 रुपए पर करीब 53 रुपए, बिहार में 52 रुपए, जम्मू कश्मीर में 50 रुपए, यूपी में 48 रुपए और गुजरात में 46 रुपए टैक्स के देने पड़ते हैं। इसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों के टैक्स शामिल हैं।
IOCL के मुताबिक, दिल्ली में 9 अप्रैल को पेट्रोल 105.41 रुपए प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपए प्रति लीटर है। वहीं मध्य प्रदेश के इंदौर में पेट्रोल 118.26 रुपए प्रति लीटर और डीजल 101.29 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है। बालाघाट में तो पेट्रोल 120.48 रुपए और डीजल 103.32 रुपए प्रति लीटर है। तेल कंपनियों ने बीते 19 दिनों में 14 बार ईंधन के दाम बढ़ाए हैं।
वहीं 2014 में डीजल पर केंद्र सरकार 3.56 रुपए/लीटर एक्साइज ड्यूटी लगाती थी, जो नवंबर 2021 में बढ़कर 31.80 रुपए हो गया था और फिलहाल 21.80 रुपए है। फरवरी 2020 से मई 2020 तक ही केंद्र ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में क्रमश: 13 रुपए/लीटर और 16 रुपए/लीटर तक की बढ़ोतरी की थी।