एकमात्र मंदिर, जहां हैं भगवान विनायक की जटाएं यानी बाल है
कर्नाटक के उडुपी के हतियनगडी में आठवीं सदी का एतिहासिक श्री सिद्धि विनायक मंदिर है। यह मंदिर कुंदापुर तालुक में बरहा नदी के पास स्थित है। यह ऐतिहासिक जगह देश-दुनिया भर के हिंदुओं के लिये एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गणेश के भक्तों का हुजूम उमड़ता है। विभिन्न अवसरों पर यहां विशेष पूजा-अर्चना होती है।
यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान विनायक की जटाएं यानी बाल देखने को मिलती हैं।
मूर्ति 2.5 फुट ऊंची होने के साथ शालिग्राम पत्थर में बनी है। भगवान की सूंढ़ बाईं ओर मुड़ी हुई है। इस मूर्ति की सुंदरता देखते ही बनती है।
माना जाता है कि सभी भक्तों की मनोकामनाएं यहां आने से पूर्ण होती हैं, इसीलिये उनके नाम के आगे सिद्धि लगा दिया गया।