आजसू का झारखंड आंदोलन को खड़ा करने से लेकर परिणाम देने तक का गौरवशाली इतिहास : हसन अंसारी
रांची: झारखंड के अरमानों, आकांक्षाओं को संजोने व साकार करने की बड़ी जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर है। आजसू का झारखण्ड आंदोलन को खड़ा करने एवं परिणाम देने तक का एक लंबा एवं गौरवशाली इतिहास रहा है और उसी इतिहास को सामने रखकर आज हमें अपने राज्य के नवनिर्माण का संकल्प लेना है, आने वाली पीढ़ियों के सुनहरे भविष्य के निर्माण के लिए आगे बढ़ना है।
उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं झारखंड आंदोलनकारी हसन अंसारी ने प्रधान कार्यालय, हरमू, रांची में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
सम्मेलन में उपस्थित युवाओं एवं छात्र नेताओं को संबोधित करते हुए आजसू पार्टी के प्रवक्ता एवं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनय भरत ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर शिक्षित युवा राजनीति में आगे नहीं आएंगे, तो नेतृत्व हमेशा अराजक अशिक्षतों के हाथों में रहेगा। राजनीति फिर अनीति और असमानता के रथ पर सवार रहेगी। इसलिए जरूरी है आप पूरे ताल ठोक कर राजनीति में शरीक हों।
अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश प्रभारी हरीश कुमार ने कहा कि जब भी युवा एकजुट हुए हैं, क्रांति का बिगुल बजा है। युवा अगर ठान लें, तो उनमें असंभव को हासिल करने की क्षमता है। कहा कि युवा सामाजिक सरोकार एवं रचनात्मक कार्यों से जुड़े रहें तथा संगठित होकर नई पीढ़ी को गढ़ने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
मौके पर अखिल झारखण्ड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने युवाओं से सरकार की गलत नीतियों, वादाखिलाफी, संपदाओं की लूट, भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार बनाने में युवाओं का बड़ा योगदान रहा है और अब हिसाब मांगने का वक्त आ गया है। सरकार ने युवाओं को लेकर बड़े बड़े वादें किए थे, लेकिन वो वादें मेनिफेस्टो के पन्नों से बाहर नहीं निकले। 12वीं पास करने के बाद राज्य के सभी स्थानीय युवाओं को आगे की पढ़ाई के सहयोग हेतु 4 लाख रुपये तक का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, नौकरी नहीं मिलने पर सभी बेरोजगार स्नातक को ₹5000 एवं स्नातकोत्तर को ₹7000 का बेरोजगारी भत्ता, आदिवासी तथा दलित युवकों को कारोबार के लिए बिना ब्याज के कर्ज सहित कई ऐसे वादे थे, जो सरकार ने युवाओं के लिए किया था। अगले महीने झामुमो महागठबंधन की सरकार अपने तीन वर्षों का कार्यकाल पूर्ण कर लेगी, लेकिन युवाओं को इन तीन वर्षों में बेरोजगारी के अलावा कुछ नहीं मिला।
सम्मेलन के द्वारा अतिथियों का स्वागत विश्वविद्यालय संयोजक अभिषेक झा ने किया। स्वागत भाषण के दौरान अभिषेक झा ने सभा को संबोधित युवा चाहे तो राजनीति को ना अपनाएं, पर राजनीति आपको अपना चुका है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्विद्यालय में छात्र छात्राओं के सम्मान में हमेशा संघर्षरत रहा है। हमें अपने विश्वविद्यालय को आदर्श विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए पढ़ो और लड़ो के नारे को चरितार्थ करना होगा।
आज के सम्मेलन में मुख्य रूप से अब्दुल जब्बार, नीरज वर्मा, ओम वर्मा, सचित, रित्विक, बबलू, जगत, रोहित, कृति, आयुषी, ज्योति उरांव, सलोनी, प्रेम, विकास, अंशु, सृष्टि, सागर, हिमांशु, ज्योतिष सहित सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
सधन्यवाद।