पोना पर्वत धाम को विकसित करने की कवायद शुरू, मुखिया के नेतृत्व में जांच टीम ने लिया जायजा
चितरपुर प्रखंड अंतर्गत बड़कीपोना स्थित पोना पर्वत धाम को विकसित करने के लिए बड़कीपोना पंचायत के मुखिया अरविंद कुमार सिंह ने रामगढ़ डीसी को आवेदन दिया था। जिसपर उपायुक्त ने संज्ञान लेते हुए चितरपुर बीडीओ को निर्देश दिया। जिसके बाद बीडीओ द्वारा पोना पर्वत धाम की महत्ता, विगत 3 वर्षों में यहां आए पर्यटकों की संख्या, आसपास अथवा राज्यभर के श्रद्धालुओं के बीच जुड़ी आस्था, पोना पर्वत धाम का पूर्ववर्ती इतिहास और पुरातात्विक इतिहास सहित पांच बिंदुओं की जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया गया। इसके तहत बड़कीपोना पंचायत के मुखिया अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में जनसेवक रविंद्र कुमार महतो, बड़कीपोना के पंचायत सचिव अनिल कुमार महतो एवं नेमचंद करमाली ने ग्रामीणों के साथ शुक्रवार को पोना पर्वत धाम का जायजा लिया। साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य के बीच पहाड़ पर अवस्थित जगरनाथ मंदिर एवं गुफा सहित पोना पर्वत धाम के भौगोलिक क्षेत्र का बारीकी से अवलोकन किया। साथ ही ग्रामीणों एवं पुजारियों के साथ बैठक कर पोना पर्वत धाम के इतिहास की विस्तृत जानकारियां ली। इस संबंध में मुखिया अरविंद सिंह ने बताया कि जांच के क्रम कर सभी बिंदुओं को सही पाया गया और जल्द ही हमलोग जांच प्रतिवेदन प्रखंड कार्यालय को सुपुर्द करेंगे। मुखिया ने कहा कि पोना पर्वत धाम आसपास क्षेत्रों के अलावे राज्यभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। दार्शनिक स्थल के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में भी इसे विकसित किया जाना चाहिए, ताकि देशभर में इसकी ख्याति हो। वहीं जनसेवक रविंद्र महतो ने कहा कि पोना पर्वत धाम को दार्शनिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से मुखिया के इस प्रयास को सफल बनाने के लिए उनकी अगुवाई में जांच की गई है। हमलोगों को विश्वास है कि जिला प्रशासन एवं सरकार की ओर से पोना पर्वत धाम के विकास पर विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। जबकि पंचायत सचिव अनिल महतो ने कहा कि पोना पर्वत धाम की महत्ता, 3 वर्षों में पर्यटकों की संख्या एवं धाम का पुरातात्विक इतिहास आदि बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक जांच किया गया और 5 घंटे तक लगातार संपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र का अवलोकन कर पुजारियों एवं गांव के बुजुर्गों से इसके इतिहास की विस्तृत जानकारियां ली गई। जांच प्रतिवेदन तैयार कर अतिशीघ्र मुखिया के माध्यम से प्रखंड को समर्पित किया जाएगा। ताकि जल्द से जल्द पोना पर्वत धाम का सुंदरीकरण कर इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके। इधर, ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 1957 में यहां भुवनेश्वर बाबा द्वारा रथ यात्रा की शुरूआत की गई थी और उसी समय से इसे दार्शनिक स्थल का रूप दिया गया और आज यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी पोना पर्वत धाम क्षेत्र के लोगों के लिए ऐतिहासिक धरोहर है। इस अवसर पर पंडित रामशरण गिरी उर्फ गिरी बाबा, पंचायत समिति सदस्य शंभू कुमार, पंसस प्रतिनिधि प्रदीप कुमार, मुकेश कुमार, वार्ड सदस्य मंटू कुमार, मदन पासवान, सदानंद रविदास, अमृत कुमार, सुनीता मेहता, केदार, निर्मल, जीतभन महतो, पिंटू कुमार, उमेश कुमार, मनोज कुमार, लालकिशुन महतो, बीरबल महतो, देवेश कुमार बादल, आकाश कुमार, गुनी, किशोरी, बिहारी, सोनू, विकास, निरंजन, सूरज, हीरालाल, खिलेश्वर, सौरभ, ईश्वर, तुलेश्वर, बिनोद, सतीश, किशोरी, होनी, सचिन, राहुल, संतोषी, कौलेश्वर सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।