दो बच्चियों की सुपुर्दगी के लिए सहरसा से पूर्णिया पहुंचे दंपती आमरण अनशन पर
- पांच साल से नारी गुंजन बालिका गृह में हैं उसकी दोनों बच्चियां
गणादेश ब्यूरो
पूर्णिया: दोनों बच्चियों की सुपुर्दगी के लिए सहरसा से पूर्णिया पहुंचे दंपती शुक्रवार को समाहरणालय गेट के पास आमरण अनशन शुरु कर दिया .इस मामले को लेकर शिवेंद्र कुमार ने आयुक्त को आवेदन भी दिया है. दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि दो बच्चियों को नारी गुंजन बालिका गृह पूर्णिया में बीते पांच साल से रखा गया है.अबतक बच्चियों को नहीं सौपे जाने से थक हार कर आमरण अनशन करने के लिए मजबूर हो गए हैं. शिवेंद्र ने कहा कि उसकी बेटी होने का सबूत कई बार प्रशासन को दे चुका हूं.बावजूद इसके नारी गुंजन बालिका गृह पूर्णिया ने उसकी बेटियों को सुपुर्द नहीं किया.
शिवेंद्र कुमार सहरसा में अनाथ बच्चों को एकत्रित कर एनजीओ इन्द्राक्षी एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी चला रहे थे. संस्था का भौतिक सत्यापन वर्ष 2009 में सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई सहरसा व 2011 में जिलाधिकारी सहरसा ने करते हुए आश्रम की व्यवस्था को बेहतर पाते हुए किशोर न्याय अधिनियम के तहत निबंधन के लिए अनुशंसा की थी.2017 में पुलिस ने निबंधन का बहाना बनाकर अनाथ आश्रम में रहने वाले सभी बच्चों को अन्य जगह शिफ्ट कर दिया था.

