छाता नदी पर अबतक नहीं बना पुल,बरसात शुरू होते ही ठप हो जाएगा डोडामा-सिसई मुख्य पथ पर आवागमन
खूंटी: बरसात शुरू होते ही इस साल खूंटी-गुमला जिले का संपर्क टूट जायेगा। दरअसल,बीते साल तोरपा प्रखंड क्षेत्र के डोडामा सिसई मुख्य पथ स्थित छाता नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल निर्माण या डायवर्सन भी अबतक नहीं बना है। इससे बरसात में इस क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल नदी में पानी नहीं होने से लोग अपने वाहन को नदी में उतार कर आसानी से पार कर रहे हैं।लेकिन बरसात के दिनों में यह संभव नहीं हो पाएगा। आवागमन पूरी तरह से ठप हो जाएगा। वहीं पुल और डायवर्सन निर्माण की मांग को लेकर पॉलिटिकल नेता दिलीप मिश्रा ने जिले के उपायुक्त शशिरंजन को पत्र लिखा है।
उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि एक वर्ष पूर्व ही छाता नहीं पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल टूटने से आसपास के कई गांव में आवागमन प्रभावित हुआ है। बरसात में जब नदी में पानी आ जाएगा तब दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट जायेगा। उन्होंने कहा एक साल बाद भी पुल निर्माण का डीपीआर नहीं बनना,यह दुर्भाग्य है। साथ ही डायवर्सन नहीं बनना प्रशासनिक तंत्र की लापरवाही है।
गुमला जिला एवं खूंटी को यही सड़क सीधा जोड़ती है। इसी मार्ग से होकर खूंटी रोड बिचना, कुंदरी आदि गांव में स्कूली और कॉलेज के बच्चे बच्चियां किसान मजदूर ग्रामीण आते जाते हैं, वहां अपने दिनचर्या का कार्य करते हैं। छाता नदी का यह पुल यातायात की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। दर्जनों गांव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय कई एक किलोमीटर की दूरी तय करके आना जाना पड़ता है। पिछले वर्ष अगस्त महीने में यह पुल टूट गया था। आमजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। तब से आज तक डायवर्सन नहीं बना है। साथ ही पुल निर्माण कराने हेतु विभाग द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि छाता नहीं पर जल्द ही पुल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुआ तो इस क्षेत्र के ग्रामीण जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे।

